रुद्रप्रयाग: जनपद के 60 से अधिक ग्राम पंचायतों के ग्रामीण बैंक सेवा के लिए परेशान हैं. ग्रामीणों को 20 से 50 किमी का सफर करना पड़ता है. ग्रामीण जनता लंबे समय से क्षेत्रों में बैंक सेवा की मांग करती आ रही है, लेकिन उनकी समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है. जिससे लोगों में खासा रोष है. साल 1997 में अस्तित्व में आए रुद्रप्रयाग जनपद में आज भी कई गांवों में सुविधाओं का टोटा है.
जिले के बच्छणस्यूं, रानीगढ़, धनपुर, बांगर, कालीमठ घाटी में बैंक सुविधा नहीं है. यहां की लगभग 35 हजार आबादी को बैंक सेवा के लिए मीलों की दौड़ लगानी पड़ रही है. स्थिति यह है कि नवासू, बंगोली, गहड़, नौना-दानकोट, बरसूड़ी, बणसों, बणगांव, ग्वाड़, पीड़ा, ग्वेफड़, चिनग्वाड़, तुरियाल, कोदिमा, देउली, बधाणीताल, पुलन, जाल, चैमासी, कोटमा समेत 60 से अधिक ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों से लेकर स्कूली बच्चों को बैंक में खाता खुलवाने से लेकर पेंशन के लिए 20 से 50 किमी की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है.
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जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी, भाजपा पूर्व जिला महामंत्री अजय सेमवाल, ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष अरविंद गोस्वामी ने कहा कि ग्रामीणों को बैंक सुविधा के लिए विभिन्न क्षेत्र के लोगों को खांकरा, रुद्रप्रयाग, गुप्तकाशी, घोलतीर की दौड़ लगानी पड़ती है. शासन और प्रशासन को कई बार ज्ञापन सौंपा जा चुका है, लेकिन सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं. वहीं मामले में जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि जिन क्षेत्रों में बैंक की समस्या हैं, वहां की जनता की शिकायत मिलने पर समस्या का समाधान करने प्रयास किये जायेंगे.जिले में ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां बैंक खोलने की जरूरत है. इसके लिए लीड बैंक अधिकारी को पत्र भेजा जायेगा.