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आस्था: केदारनाथ में श्रद्धालुओं का सैलाब, 3 दिन में 60 हजार भक्तों ने किए दर्शन

कोरोना महामारी के कारण दो वर्षों तक बाधित रही चारधाम यात्रा 2022 (Chardham Yatra 2022) इस साल धीरे-धीरे जोर पकड़ती नजर आ रही है. केदारनाथ धाम में तीन दिनों में 59 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं. हालांकि, अभी तक विदेशी यात्रा चारधाम यात्रा पर केदारनाथ नहीं आए हैं.

Number of Visitors in Kedarnath
केदारनाथ धाम
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Published : May 9, 2022, 8:03 AM IST

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2022 इस बार सुचारू रूप से चल रही है. 6 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद बड़ी तादाद में श्रद्धालु बाबा के दरबार पहुंच रहे हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक 59 हजार के ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. वहीं, बीते रोज भी 17 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं (Number of Visitors in Kedarnath) ने बाबा के दर्शन कर मंगल कामना की है.

कोरोना महामारी की वजह से दो साल बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा में बड़ी तादात में श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन के लिए पहुंच रहे है. सिर्फ 3 दिनों में केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 59, 473 पहुंच गया है. वहीं, बीते रोज यानी रविवार को 9216 पुरुष श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं. 8249 महिला और 284 बच्चे भी केदारनाथ धाम पहुंचे हैं. हालांकि, अभी तक विदेशी श्रद्धालुओं चारधाम यात्रा के लिए केदारनाथ का रुख नहीं किया है.

गंगोत्री-यमुनोत्री का आंकड़ा भी 50 हजार पार: वहीं, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के 5 दिनों के भीतर 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने मां गंगा व यमुना के दर्शन किए हैं. गंगोत्री में 25,775 और यमुनोत्री में 25,075 तीर्थयात्री मां गंगा व यमुना के दर्शन कर चुके हैं. यात्री उत्तरकाशी जिला मुख्यालय समेत गंगोत्री धाम के नेताला, गणेशपुर, हीना, मनेरी, गंगनानी, हर्षिल आदि जगहों पर रुक रहे हैं. वहीं, यमुनोत्री धाम के धरासू, बड़कोट, जानकीचट्टी आदि स्थानों पर यात्री रात्रि विश्राम को पहुंच रहे हैं. उत्तरकाशी शहर में केदारघाट, विश्वनाथ मंदिर, भैरव मंदिर, शक्ति मंदिर, हनुमान मंदिर में यात्री दर्शन करने पहुंच रहे हैं.
पढ़ें- उत्तराखंड में पिटते पर्यटक और खामोश सिस्टम, क्या ऐसे होगी चारधाम यात्रा ?

आकर्षण का केंद्र आदिगुरु शंकराचार्य की समाधि: चारधाम यात्रा के दौरान इस बार केदारनाथ धाम में स्थापित की गई आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी है. आदिगुरु शंकराचार्य की मूर्ति 12 फुट ऊंची है. प्रतिमा का वजन करीब 28 टन है. इस प्रतिमा को मैसूर (कर्नाटक) के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है. इस मूर्ति को भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से केदारनाथ धाम पहुंचाया गया. इस मूर्ति का अनावरण पीएम मोदी ने किया था.

रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2022 इस बार सुचारू रूप से चल रही है. 6 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद बड़ी तादाद में श्रद्धालु बाबा के दरबार पहुंच रहे हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक 59 हजार के ज्यादा श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. वहीं, बीते रोज भी 17 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं (Number of Visitors in Kedarnath) ने बाबा के दर्शन कर मंगल कामना की है.

कोरोना महामारी की वजह से दो साल बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा में बड़ी तादात में श्रद्धालु चारों धामों के दर्शन के लिए पहुंच रहे है. सिर्फ 3 दिनों में केदारनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 59, 473 पहुंच गया है. वहीं, बीते रोज यानी रविवार को 9216 पुरुष श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं. 8249 महिला और 284 बच्चे भी केदारनाथ धाम पहुंचे हैं. हालांकि, अभी तक विदेशी श्रद्धालुओं चारधाम यात्रा के लिए केदारनाथ का रुख नहीं किया है.

गंगोत्री-यमुनोत्री का आंकड़ा भी 50 हजार पार: वहीं, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के 5 दिनों के भीतर 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने मां गंगा व यमुना के दर्शन किए हैं. गंगोत्री में 25,775 और यमुनोत्री में 25,075 तीर्थयात्री मां गंगा व यमुना के दर्शन कर चुके हैं. यात्री उत्तरकाशी जिला मुख्यालय समेत गंगोत्री धाम के नेताला, गणेशपुर, हीना, मनेरी, गंगनानी, हर्षिल आदि जगहों पर रुक रहे हैं. वहीं, यमुनोत्री धाम के धरासू, बड़कोट, जानकीचट्टी आदि स्थानों पर यात्री रात्रि विश्राम को पहुंच रहे हैं. उत्तरकाशी शहर में केदारघाट, विश्वनाथ मंदिर, भैरव मंदिर, शक्ति मंदिर, हनुमान मंदिर में यात्री दर्शन करने पहुंच रहे हैं.
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आकर्षण का केंद्र आदिगुरु शंकराचार्य की समाधि: चारधाम यात्रा के दौरान इस बार केदारनाथ धाम में स्थापित की गई आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी है. आदिगुरु शंकराचार्य की मूर्ति 12 फुट ऊंची है. प्रतिमा का वजन करीब 28 टन है. इस प्रतिमा को मैसूर (कर्नाटक) के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है. इस मूर्ति को भारतीय वायु सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर की मदद से केदारनाथ धाम पहुंचाया गया. इस मूर्ति का अनावरण पीएम मोदी ने किया था.

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