रुद्रप्रयाग: कोविड की तैयारियों को लेकर जनपद में माधवाश्रम कोटेश्वर कोविड चिकित्सालय सहित जनपद की 41 राजकीय चिकित्सा इकाइयों में जन प्रतिनिधियों की मौजूदगी में मॉकड्रिल का आयोजन कर व्यवस्थाओं को परखा गया. जनप्रतिनिधियों ने मॉकड्रिल में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद पाए जाने पर संतोष व्यक्त करने के साथ-साथ विभाग को कोविड व्यवस्थाओं को पूरी निगरानी के साथ अतिरिक्त सर्तकता बरतने को कहा.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एचसीएस मार्तोलिया ने बताया कि कोविड संक्रमण से निपटने के लिए सोमवार को जनपद के माधवाश्रम कोविड चिकित्सालय, डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर अगस्त्यमुनि, जखोली, ऊखीमठ, गुप्तकाशी सहित 41 राजकीय चिकित्सालयों में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि में विधायक शैलारानी रावत एवं माधवाश्रम कोटेश्वर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र-जखोली एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ऊखीमठ में वार्ड सभासद की मौजूदगी में मॉकड्रिल का आयोजन किया गया.
मॉकड्रिल के दौरान विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि कोविड को लेकर जरूरी एहतियात बरतने के साथ-साथ समय-समय पर कोविड व्यवस्थाओं पर पैनी नजर बनाए रखने पर जोर दिया. मॉकड्रिल के दौरान आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन सुविधायुक्त आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर युक्त बेड, चिकित्सक, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल एवं अन्य कार्मिकों की स्थिति, वेंटिलेटर संचालन को लेकर प्रशिक्षित स्टॉफ की स्थिति, लैब आदि की जांच की गई.
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सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि का औचक निरीक्षण: वहीं, केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अगस्त्यमुनि का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने ओपीडी कक्षों, दवा वितरण, ऑपरेशन थियेटर, पंजीकरण कक्ष सहित पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया. विधायक ने सफाई व्यवस्था ठीक होने पर सराहा तो पंजीकरण कक्ष को और अधिक सुधारने तथा मरीजों को बैठने की व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए. इसके साथ ही सबको आवश्यक रूप से मास्क पहनने के निर्देश दिए.
विधायक शैलारानी रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने पर विशेष जोर है. जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग में स्वास्थ्य सुविधाओं में पिछले चार माह में काफी सुधार हुआ है और अब उनकी प्राथमिकता है कि अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी एवं ऊखीमठ में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास हो. सीएचसी अगस्त्यमुनि में धीरे-धीरे विशेषज्ञ चिकित्कों की नियुक्ति होने लगी है और 25 वर्ष बाद हमें सर्जन मिला है. अगले कुछ माह में हड्डी रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक तथा अन्य विशेषज्ञ चिकित्सको की भी नियुक्ति होने वाली है.