देहरादून: उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कही जाने वाली चारधाम यात्रा लगातार 2 सालों से कोरोना महामारी के कारण बाधित रही है. जिसको लेकर केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा यात्रा कोरोना की वजह से नहीं, बल्कि सरकार की अव्यवस्थाओं (Miss management) की वजह से बाधित रही है. जिसे इतिहास के कालखंड में एक काले धन के रूप में जाना जाएगा.
दरअसल मई और जून माह में चारधाम यात्रा में सबसे ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए आया करते हैं, लेकिन पिछले साल भी लंबे समय तक कोरोना के कारण चारधाम यात्रा बंद रही. मनोज रावत ने आरोप लगाया कि चारधाम यात्रा को लेकर सरकार अव्यवस्थाओं से घिरी रही और सरकार कोर्ट में अपना पक्ष रखने को तैयार नहीं हुई.
उन्होंने कहा यह भी इतिहास के कालखंड में एक काले धन के रूप में जाना जाएगा कि जब देश के सारे तीर्थ स्थान और पर्यटक स्थल यात्रियों और पर्यटकों के लिए खुले हुए थे, उस समय भाजपा सरकार के रहते हुए बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री सरकार की नासमझी के कारण बंद पड़े रहे.
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वहीं, मनोज रावत ने दावा किया कि 10 मार्च को कांग्रेसपूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा चारधाम को लेकर कांग्रेस के पास ब्लू प्रिंट तैयार है कि कैसे यात्रा चलनी चाहिए ?. उन्होंने कहा कि हम हमेशा से ही पुरातन यात्रा के पक्षधर रहे हैं. आपदा के बाद कांग्रेस सरकार ने ही केदारनाथ को हरीश रावत की अगुवाई में बसाया. ऐसे में अब हमको एक ऐसा केदारनाथ बनाना है, जिसमें गरीब से गरीब यात्री को भी सिर ढकने की जगह मिल सके.
बता दें कि पर्यटन उद्योग ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं, जिसमें चारधाम यात्रा प्रमुख है. कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा बीते 2 वर्षों से प्रभावित हुई है. ऐसे में कांग्रेस का कहना कि सत्ता में आते ही एक ऐसा केदारनाथ बनाएगी, जिसमें गरीब से गरीब यात्री को सिर ढकने की जगह मिल सके.