रुद्रप्रयाग: जखोली विकासखंड के थाती दिग्धार में प्रस्तावित सैनिक स्कूल का मामला फिर गरमाने लगा है. सैनिक स्कूल निर्माण समिति ने आगामी आंदोलन की रूपरेखा के लिए जनता के साथ बैठक की. बैठक में सरकार और स्थानीय विधायक के खिलाफ लोगों ने अपना आक्रोश व्यक्त किया. साथ ही स्कूल का निर्माण कार्य जल्द शुरू न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
गौर हो कि बैठक में सैनिक स्कूल निर्माण समिति के अध्यक्ष कालीचरण रावत ने कहा सैनिक स्कूल निर्माण को लेकर स्थानीय विधायक और राज्य सरकार द्वारा मिल रहे कोरे आश्वासनों से जनता अब ठगा सा महसूस कर रही है.जबकि पूर्व में सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने भी सैनिक स्कूल का स्थलीय निरीक्षण किया था और शिष्टमंडल को भरोसा दिलाया था कि स्कूल का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा. लेकिन एक साल बीतने के बावजूद भी जांच के नाम पर सैनिक स्कूल के निर्माण कार्य को रोकने से जनता में भ्रम की स्थिति बनी हुई है. साथ ही लोगों में स्थानीय विधायक और सरकार के खिलाफ रोष है.
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बैठक में कांग्रेस प्रदेश महामंत्री विरेन्द्र बुटोला ने कहा कि क्षेत्र की लड़ाई में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जन्मभूमि पहले और पार्टी बाद में है, कांग्रेस और भाजपा दोनों सैनिक स्कूल को लेकर दोषी हैं. लेकिन इस समय भाजपा नेताओं की जिम्मेदारी ज्यादा है, क्योंकि वे सरकार में हैं.
सामाजिक कार्यकता राम सिंह पंवार ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि पहाड़ों में विकास की गति तेज हो और सैनिक स्कूल के लिए धन स्वीकृति के बजाय विधायक जांच के नाम पर जनता को गुमराह रहे हैं. वहीं जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि सैनिक स्कूल के आंदोलन में जन अधिकार मंच सैनिक स्कूल निर्माण समिति को अपना पूरा समर्थन देगा.
सैनिक स्कूल के निर्माण को लेकर भाजपा कांग्रेस दोनों की नियत में खोट नजर आता है, नहीं तो सैनिक स्कूल के निर्माण को लेकर इतने सालों तक जनता को इंतजार नहीं करना पड़ता. बैठक में सभी गांवों के ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य शामिल रहे.