रुद्रप्रयाग: जनपद में लगातार हो रही बारिश से लोगों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही है. बारिश और भूस्खलन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले एक दर्जन से अधिक मोटरमार्ग बंद पड़े हैं. मौसम विभाग ने अभी भी 48 घंटे तक बारिश होने को लेकर अलर्ट जारी किया है. वहीं, लगातार बारिश और लैंडस्लाइड से स्यूणी गांव खतरे की जद में आ गया है. यहां कई घरों में दरारें पड़ गई हैं.
रुद्रप्रयाग में पिछले चार दिनों से बारिश जारी है. बारिश से आम जनता परेशान है. रुद्रप्रयाग की सड़कों के बुरे हाल हो गये हैं. केदारनाथ और बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है. इसके अलावा ग्रामीण सड़कों की भी बारिश और भूस्खलन से स्थिति दयनीय बनी हुई है. सड़कों पर जगह-जगह मलबा आने से ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले एक दर्जन से अधिक मोटरमार्ग कई दिनों से बंद पड़े हुए हैं. इस कारण आधी से अधिक आबादी का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है.
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जगह-जगह बारिश और भूस्खलन से मोटरमार्ग दलदल में तब्दील हो गए हैं. इस कारण वाहन फंस रहे हैं. खांखरा-खेड़ाखाल मोटरमार्ग पर भी एक वाहन फंस गया. काफी मशक्कत के बाद भी जब वाहन दलदल से बाहर नहीं निकला तो जेसीबी का सहारा लेना पड़ा. लोहे की मोटी सरिया को वाहन पर बांधा गया, फिर जेसीबी द्वारा खींचकर दलदल से वाहन बाहर निकाला गया.
वहीं, रुद्रप्रयाग में लगातार हो रही भारी बारिश से हुए भूस्खलन के कारण जिले का स्यूणी गांव खतरे की जद में आ गया है. यहां कई घरों में दरारें पड़ गई हैं. इसके साथ ही गौशालाओं को भी क्षति पहुंची है. गांव के ठीक ऊपर भूस्खलन हो रहा है. ग्रामीण भयभीत हैं. घरों में दरारें पड़ गई हैं. प्रभावित परिवारों ने सरकार से मुआवजा देने की मांग की है. साथ ही कहा कि भूस्खलन प्रभावित हिस्से में सुरक्षात्मक उपाय करने की मांग की है.