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23 नवंबर को होगा मद्महेश्वर मेले का आगाज, सभी तैयारियां पूरी

पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में मद्महेश्वर मेले का आयोजन होने वाला है.

केदार भगवान मध्यमहेश्वर.
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Published : Nov 16, 2019, 5:26 PM IST

रुद्रप्रयाग: पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में लगने वाले मद्महेश्वर मेले के लिए मेला समिति ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. इस मेले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पहुंचने की उम्मीद भी जताई जा रही है. वहीं, इस मेले को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा है.

बता दें कि पंचकेदारों में द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की डोली के ओंकारेश्वर मन्दिर आगमन पर तीन दिनों तक मेले का आयोजन किया जाता है. वहीं, इस बार मेला 23 से 25 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा. इस तीन दिवसीय आयोजित मेले का उद्घाटन 23 नवम्बर को केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग द्वारा किया जाएगा. जिसके बाद 24 को डोली आगमन पर सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मेले में पहुंचेंगे.

मद्महेश्वर मेले का होगा आगाज.

ये भी पढ़ें: हरिद्वारः कछुआ गति से चल रहा अंडरग्राउंड केबल का कार्य, ऊर्जा सचिव ने अधिकारियों को लगाई फटकार

वहीं, मेले के उद्घाटन में स्कूली छात्र-छात्राओं व महिला मंगलदलों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे. जिसके बाद 23 नवंबर की रात को ऊषा ग्रुप ऊखीमठ द्वारा भीम घटोत्कच मिलन नाटक के साथ ही अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे. इसके अलावा 24 नवम्बर को स्टार नाइट कार्यक्रम में प्रसिद्ध लोकगायक अमित सागर व हेमा नेगी करासी द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे.

मेला सचिव प्रकाश रावत ने बताया कि इस बार मेले में भीम घटोत्कच नाटक, रंगोली प्रतियोगिता, आर्ट एवं क्राफ्ट गैलरी व कवि सम्मेलन विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे. मेला समिति अध्यक्ष व नगर अध्यक्ष विजय राणा ने बताया कि मेले को बेहतर रूप देने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं इस बार मुख्य बाजार व मन्दिर मार्ग को भी सजाया जाएगा. साथ ही राइंका के खेल मैदान में आयोजित इस मेले में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल भी लगाए जाएंगे. जिसमें उत्पादित सामग्री के साथ ही निर्मित सामग्री की प्रदर्शनी लगायी जाएगी.

रुद्रप्रयाग: पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में लगने वाले मद्महेश्वर मेले के लिए मेला समिति ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है. इस मेले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के पहुंचने की उम्मीद भी जताई जा रही है. वहीं, इस मेले को लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा है.

बता दें कि पंचकेदारों में द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर की डोली के ओंकारेश्वर मन्दिर आगमन पर तीन दिनों तक मेले का आयोजन किया जाता है. वहीं, इस बार मेला 23 से 25 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा. इस तीन दिवसीय आयोजित मेले का उद्घाटन 23 नवम्बर को केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग द्वारा किया जाएगा. जिसके बाद 24 को डोली आगमन पर सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मेले में पहुंचेंगे.

मद्महेश्वर मेले का होगा आगाज.

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वहीं, मेले के उद्घाटन में स्कूली छात्र-छात्राओं व महिला मंगलदलों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे. जिसके बाद 23 नवंबर की रात को ऊषा ग्रुप ऊखीमठ द्वारा भीम घटोत्कच मिलन नाटक के साथ ही अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे. इसके अलावा 24 नवम्बर को स्टार नाइट कार्यक्रम में प्रसिद्ध लोकगायक अमित सागर व हेमा नेगी करासी द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे.

मेला सचिव प्रकाश रावत ने बताया कि इस बार मेले में भीम घटोत्कच नाटक, रंगोली प्रतियोगिता, आर्ट एवं क्राफ्ट गैलरी व कवि सम्मेलन विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे. मेला समिति अध्यक्ष व नगर अध्यक्ष विजय राणा ने बताया कि मेले को बेहतर रूप देने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं इस बार मुख्य बाजार व मन्दिर मार्ग को भी सजाया जाएगा. साथ ही राइंका के खेल मैदान में आयोजित इस मेले में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल भी लगाए जाएंगे. जिसमें उत्पादित सामग्री के साथ ही निर्मित सामग्री की प्रदर्शनी लगायी जाएगी.

Intro:21 को बंद होंगे द्वितीय केदार मध्यमहेश्वर भगवान के कपाट
23 नवम्बर से शुरू होगा तीन दिवसीय मध्यमहेश्वर मेला
मेले में सीएम त्रिवेन्द्र रावत के पहुंचने की उम्मीद
रुद्रप्रयाग। पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में आयोजित होने वाले मध्यमहेश्वर मेले का स्वरूप इस बार बदला नजर आएगा, जिसे लिए मेला समिति ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मेले में सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के भी पहुंचने की उम्मीद है। Body:दरअसल, 21 नवम्बर को प्रातः 11 बजे द्वितीय केदार भगवान मध्यमहेश्वर के कपाट बंद हो जायेंगे, जिसके बाद डोली का प्रथम रात्रि विश्राम गौंडार में होगा। इसके बाद 22 को डोली गौंडार से रांसी पहुंचेगी और 23 को रांसी से गिरिया को प्रस्थान करेगी। यहीं पर डोली का रात्रि प्रवास होगा, जिसके बाद भगवान मद्महेश्वर की डोली 24 नवंबर को गिरिया गांव से ओंकारेश्वर मन्दिर में करीब दोपहर दो बजे पहुंचेगी, जहां पर सैकड़ों की संख्या में मौजूद भक्त डोली का भव्य स्वागत करेंगे। भगवान मद्महेश्वर डोली के पंच केदार गद्दीस्थल में विराजमान होने से एक दिन पहले ऊखीमठ में मेले का आयोजन किया जाता है, जो तीन दिनों तक चलता है। इस बार मेला 23 से 25 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा। तीन दिवसीय मेले का उद्घाटन 23 नवम्बर को केदारनाथ के राॅवल भीमाशंकर लिंग द्वारा किया जाएगा, जिसके बाद 24 को डोली आगमन पर सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मेले में पहुचेंगे। मेले के उद्घाटन में स्कूली छात्र छात्राओं व महिला मंगलदलों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इसके बाद 23 की रात्रि को ऊषा ग्रुप ऊखीमठ द्वारा भीम घटोत्कच मिलन नाटक के साथ ही अन्य कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। 24 नवम्बर को स्टार नाइट कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध लोकगायक अमित सागर व हेमा नेगी करासी द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। वहीं इस बार मेले में भीम घटोत्कच नाटक, रंगोली प्रतियोगिता, आर्ट एवं क्राफ्ट गैलरी व कवि सम्मेलन विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। मेले के सचिव प्रकाश रावत ने बताया कि खेलकूद प्रतियोगिताओं में बैडमिंटन व बॉलीबाल का आयोजन किया जाएगा। मेला समिति अध्यक्ष व नगर अध्यक्ष विजय राणा ने बताया कि मेले को बेहतर रूप देने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं इस बार मुख्य बाजार व मन्दिर मार्ग को भी सजाया जाएगा। राइका के खेल मैदान में आयोजित इस मेले में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल भी लगाए जाएंगे जिसमें उत्पादित सामग्री के साथ ही निर्मित सामग्री की प्रदर्शनी लगायी जाएगी।Conclusion:
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