रुद्रप्रयाग: प्राकृतिक सौदर्य और पैदल ट्रैकिंग के लिए मशहूर चिरबटिया में जल्द ही जिला प्रशासन व वन विभाग पहली बार नेचर फेस्टिवल का आयोजन करने जा रहा है. यह प्रदेश सरकार के 13 जिले 13 टूरिस्ट डेस्टिनेशन में से एक है. ऐसे में जिला प्रशासन की तरफ से यहां पर पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए सर्वे किया गया. पिछले वर्ष यहां पर क्रिसमस पर बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था और इस कार्यक्रम में पक्षी प्रेमियों ने चिरबटिया की खूबसूरती पर चार चांद लगा दिए.
बता दें कि चिरबटिया, रुद्रप्रयाग जिले का ही नहीं, उत्तराखंड और देश के रमणीक स्थलों में एक है. यह क्षेत्र वन संपदा के साथ यहां विभिन्न प्रजाति के पशु-पक्षियों का संसार भी है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित करती है. अब जिला प्रशासन को चिरबटिया में हाल्टीकल्चर टूरिज्म, विलेज टूरिज्म, ईको टूरिज्म और पैदल टैक को मिश्रित कर टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की संभावनाएं नजर आ रही हैं.
जिलाधिकारी मनुज गोयल ने डीएफओ रुद्रप्रयाग की अध्यक्षता में चिरबटिया में नेचर फेस्टिवल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं. डीएम मनुज गोयल ने कहा कि नेचर फेस्टिवल से चिरबटिया के टूरिज्म को फायदा होगा. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष चिरबटिया में बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था, जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों में मिलने वाली पक्षी प्रजातियों के बारे में जानकारी दी गई.
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उन्होंने कहा कि चिरबटिया के प्राकृतिक सौंदर्य को अक्षुण्ण रखते हुए आर्थिक गतिविधियों को संचालित करने की रणनीति बनाई जा रही है. भविष्य में देश-विदेश के सैलानी चिरबटिया पहुंचकर यहां के विहंगम दृश्य के साथ ही बागानों का आनंद भी ले पाएंगे. चिरबटिया क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति आलू, अखरोट, सेब, केसर की खेती के लिए भी अनुकूल है. उन्होंने कहा कि सेब व केसर की खेती को प्रायोगिक तौर पर शुरू किया जायेगा.