रुद्रप्रयाग: मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से प्रसिद्ध चोपता-तुंगनाथ इन दिनों पर्यटकों से गुलजार है. फरवरी माह में भी बर्फबारी जारी है, जिसका पर्यटक भरपुर आनंद उठा रहे हैं. प्रकृति की खूबसूरती और बर्फबारी का अद्भूत नजारा देखने के लिए देश के कोने-कोने से लोग उत्तराखंड के 'मिनी स्वीटजरलैंड' पहुंच रहे हैं. वहीं पर्यटकों की चहल कदमी बढ़ने से व्यवसायियों और स्थानीय लोगों में खुशी देखी जा रही है.
चोपता में एक किमी तक वाहनों का लंबा जाम लगा हुआ है. चोपता-तुंगनाथ पैदल ट्रैक पर चार किमी तक भारी बर्फबारी होने के बावजूद भी पर्यटकों के उत्साह में कमी नहीं देखी जा रही है. चोपता में दूर-दूर तक सिर्फ बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है. पर्यटक बर्फ का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं. अधिक बर्फबारी होने के बावजूद चोपता-बदरीनाथ मोटरमार्ग कई बार बंद भी हो जाता है, लेकिन पर्यटकों की सुविधा के लिये हर समय जेसीबी तैनात है और शीघ्र ही मोटरमार्ग को खोला जा रहा है.
चोपता की सुंदरता को देखकर पर्यटक खुश नजर आ रहे हैं. दिल्ली से आये पर्यटकों का कहना है कि ऐसी सुंदरता उन्होंने पहली बार देखी है. अगर समय मिलता है तो वह एक या दो महीने के भीतर ऐसी जगहों पर आना चाहेंगे और कुछ दिन यहीं बिताना चाहेंगे. बीते वर्षों की तुलना में इस वर्ष अत्यधिक पर्यटक यहां पहुंचे हैं, जिससे स्थानीय पर्यटन व्यवसाय को काफी लाभ हो रहा है.
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वहीं जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल का कहना है कि इस बार चोपता आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है. पिछले वर्षों की तुलना में पर्यटकों के बढ़ने से कुछ दिक्कतें भी पैदा हुई हैं, जिन्हें दूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वन सैंचुरी एरिया होने के कारण चोपता का विकास नहीं हो पा रहा है. चोपता और दुग्गलबिट्टा में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. यहां का विकास होने से पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा.