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पिछले साल की तुलना में इस बार केदारपुरी क्षेत्र में कम हुई बर्फबारी - रुद्रप्रयाग न्यूज

नवंबर से लेकर फरवरी माह तक केदारनाथ धाम में अत्यधिक बर्फबारी होती है. केदारनाथ पैदल मार्ग सहित संपूर्ण केदारपुरी बर्फ की मोटी परत से ढकी रहती है, लेकिन इस बार धाम सहित पैदल मार्ग पर बहुत कम बर्फबारी हुई है.

Kedarnath
केदारनाथ पैदल मार्ग
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Published : Jan 31, 2021, 2:17 PM IST

रुद्रप्रयाग: पिछले वर्षों की तुलना में इस बार केदारनाथ में बहुत कम बर्फबारी हुई है. जहां जनवरी महीने में केदारनाथ धाम पांच फीट से अधिक बर्फ से ढका रहता था, वहीं इन दिनों एक फीट तक भी बर्फ नहीं है. इसके अलावा छानी कैंप तक पैदल मार्ग पर कहीं भी बर्फ नहीं है. छानी कैंप से आगे बेस कैंप तक कुछ स्थानों पर पैदल मार्ग पर ग्लेशियर बने हुए हैं. बर्फ सिर्फ बेस कैंप से केदारनाथ धाम तक है.

बता दें कि, नवंबर से लेकर फरवरी माह तक केदारनाथ धाम में अत्यधिक बर्फबारी होती है. केदारनाथ पैदल मार्ग सहित संपूर्ण केदारपुरी बर्फ की मोटी परत से ढकी रहती है, लेकिन इस बार धाम सहित पैदल मार्ग पर बहुत कम बर्फबारी हुई है. केदारनाथ धाम में अब कुछ ही स्थानों पर लगभग एक फीट तक बर्फ जमीं है. अगर पिछले वर्षों की बात करें तो इन दिनों धाम में पांच फीट से अधिक बर्फ रहती थी.

केदारनाथ पैदल मार्ग पर छानी कैंप तक बहुत ही कम मात्रा में बर्फ है. छानी कैंप से आगे बेस कैंप तक पैदल मार्ग पर कुछ स्थानों पर ग्लेशियर बने हुए हैं. छोटी लिनचैली, बड़ी लिनचैली, टीएफ चट्टी और भैरव गदेरा में ग्लेशियर बने हुए हैं. उक्त स्थानों पर पैदल मार्ग का कई हिस्सा भी ग्लेशियर से ढका हुआ है. यहां पर ग्लेशियरों को साफ कर रास्ता तैयार किया जाता है.

पढ़ें: सेना के फर्जी दस्तावेज-पासपोर्ट मामला: 5 प्लेसमेंट कंपनियों सहित 150 लोगों पर कसेगा शिकंजा

डीडीआरएफ टीम प्रभारी भगवान सिंह रौथाण ने बताया कि छानी कैंप से आगे बेस कैंप तक पैदल मार्ग के कई स्थानों पर ग्लेशियर बने हुए हैं. इसके अलावा छानी कैंप से नीचे पैदल मार्ग पर अभी कम मात्रा में बर्फ जमीं है.

रुद्रप्रयाग: पिछले वर्षों की तुलना में इस बार केदारनाथ में बहुत कम बर्फबारी हुई है. जहां जनवरी महीने में केदारनाथ धाम पांच फीट से अधिक बर्फ से ढका रहता था, वहीं इन दिनों एक फीट तक भी बर्फ नहीं है. इसके अलावा छानी कैंप तक पैदल मार्ग पर कहीं भी बर्फ नहीं है. छानी कैंप से आगे बेस कैंप तक कुछ स्थानों पर पैदल मार्ग पर ग्लेशियर बने हुए हैं. बर्फ सिर्फ बेस कैंप से केदारनाथ धाम तक है.

बता दें कि, नवंबर से लेकर फरवरी माह तक केदारनाथ धाम में अत्यधिक बर्फबारी होती है. केदारनाथ पैदल मार्ग सहित संपूर्ण केदारपुरी बर्फ की मोटी परत से ढकी रहती है, लेकिन इस बार धाम सहित पैदल मार्ग पर बहुत कम बर्फबारी हुई है. केदारनाथ धाम में अब कुछ ही स्थानों पर लगभग एक फीट तक बर्फ जमीं है. अगर पिछले वर्षों की बात करें तो इन दिनों धाम में पांच फीट से अधिक बर्फ रहती थी.

केदारनाथ पैदल मार्ग पर छानी कैंप तक बहुत ही कम मात्रा में बर्फ है. छानी कैंप से आगे बेस कैंप तक पैदल मार्ग पर कुछ स्थानों पर ग्लेशियर बने हुए हैं. छोटी लिनचैली, बड़ी लिनचैली, टीएफ चट्टी और भैरव गदेरा में ग्लेशियर बने हुए हैं. उक्त स्थानों पर पैदल मार्ग का कई हिस्सा भी ग्लेशियर से ढका हुआ है. यहां पर ग्लेशियरों को साफ कर रास्ता तैयार किया जाता है.

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डीडीआरएफ टीम प्रभारी भगवान सिंह रौथाण ने बताया कि छानी कैंप से आगे बेस कैंप तक पैदल मार्ग के कई स्थानों पर ग्लेशियर बने हुए हैं. इसके अलावा छानी कैंप से नीचे पैदल मार्ग पर अभी कम मात्रा में बर्फ जमीं है.

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