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बारिश ने बढ़ाई तीर्थयात्रियों की मुश्किलें, केदारनाथ यात्रा पर पड़ रहा असर - All weather road

उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मानसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है. रुद्रप्रयाग में भी बारिश का कहर जारी है. बारिश का सबसे बुरा असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ रहा है.

बारिश ने बढ़ाई तीर्थयात्रियों की मुश्किलें.
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Published : Aug 4, 2019, 8:46 PM IST

Updated : Aug 4, 2019, 10:21 PM IST

रुद्रप्रयाग: जिले में लगातार हो रही बारिश से केदारनाथ यात्रा पर बुरा असर पड़ रहा है. बारिश के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगहों पर बाधित हो गया है. जिसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लिनचौली और भीमबली के बीच यात्रा मार्ग जानलेवा साबित हो रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण आये दिन भूस्खलन होने के कारण यात्रियों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है.

बारिश ने बढ़ाई तीर्थयात्रियों की मुश्किलें.

उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मानसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है. रुद्रप्रयाग में भी बारिश का कहर जारी है. बारिश का सबसे बुरा असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ रहा है. गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचौली और भीमबली यात्रा पड़ाव स्लाइडिंग जोन बन चुके हैं, बारिश के दौरान भू-स्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं.

पढ़ें-'हिमालयन वियाग्रा' को लेकर सरकार ने बनाई नई नीति, शोध में सामने आये चौंकाने वाले परिणाम

केदारनाथ पहुंचने वाले हजारों तीर्थ यात्रियों को बारिश के कारण समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर बारिश के कारण केदारनाथ हाई-वे भी बदहाल स्थिति में है. ऑल वेदर रोड के तहत केदारनाथ हाई-वे पर कटिंग का काम चल रहा है, जोकि लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों के लिए मुश्किलों का सबब बना हुआ है.

रुद्रप्रयाग: जिले में लगातार हो रही बारिश से केदारनाथ यात्रा पर बुरा असर पड़ रहा है. बारिश के कारण गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगहों पर बाधित हो गया है. जिसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लिनचौली और भीमबली के बीच यात्रा मार्ग जानलेवा साबित हो रहा है. लगातार हो रही बारिश के कारण आये दिन भूस्खलन होने के कारण यात्रियों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है.

बारिश ने बढ़ाई तीर्थयात्रियों की मुश्किलें.

उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मानसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है. रुद्रप्रयाग में भी बारिश का कहर जारी है. बारिश का सबसे बुरा असर केदारनाथ यात्रा पर पड़ रहा है. गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचौली और भीमबली यात्रा पड़ाव स्लाइडिंग जोन बन चुके हैं, बारिश के दौरान भू-स्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं.

पढ़ें-'हिमालयन वियाग्रा' को लेकर सरकार ने बनाई नई नीति, शोध में सामने आये चौंकाने वाले परिणाम

केदारनाथ पहुंचने वाले हजारों तीर्थ यात्रियों को बारिश के कारण समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर बारिश के कारण केदारनाथ हाई-वे भी बदहाल स्थिति में है. ऑल वेदर रोड के तहत केदारनाथ हाई-वे पर कटिंग का काम चल रहा है, जोकि लगातार हो रही बारिश के कारण लोगों के लिए मुश्किलों का सबब बना हुआ है.

Intro:केदारनाथ पैदल मार्ग पर लगातार हो रहा है भूस्खलन
मार्ग पर बरसाती पानी बहने से यात्रियों की बढ़ी दिक्कतें
केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह फंस रहे भारी वाहन, लग रहा है जाम

एंकर - लगातार हो रही बारिश का केदारनाथ धाम की यात्रा पर बुरा असर पड़ रहा है। बारिश के कारण गौरीकुण्ड-केदारनाथ 18 किमी पैदल मार्ग जगह-जगह बाधित हो रहा है। इसके अलावा पैदल मार्ग पर जगह-जगह बरसाती पानी भी बह रहा है। जिस कारण पैदल मार्ग पर यात्री जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। केदारनाथ पैदल मार्ग लिनचैली और भीमबली के बीच जानलेवा बना हुआ है। बारिश होते ही यहां पर आये दिन भूस्खलन हो रहा है।Body:रुद्रप्रयाग में बारिश का कहर जारी है। बारिश का सबसे बुरा असर केदारनाथ धाम की यात्रा पर पड़ रहा है। आये दिन हजारों तीर्थ यात्री केदारनाथ की यात्रा पर पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जगह-जगह पैदल मार्ग बाधित होने के कारण यात्री समय पर केदारनाथ नहीं जा पा रहे हैं। यात्रियों को रास्ते में कई प्रकार की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। पैदल मार्ग पर जगह-जगह बरसाती पानी बह रहा है। इसके अलावा पैदल मार्ग जगह-जगह क्षतिग्रस्त भी हो गया है। यात्री जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं। 

वहीं दूसरी ओर बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे बदहाल हो गया है। आॅल वेदर रोड़ के तहत केदारनाथ हाइवे की कटिंग की जा रही है। जिस कारण लगातार पहाड़ियां दरक रही हैं। पहाड़ियां दरकने से हाईवे पर बड़े वाहन फंस रहे हैं, जिस कारण घंटों तक जाम लग रहा है। धूप और बारिश के बीच यात्रियों को घंटों तक हाईवे पर गुजारने पड़ रहे हैं।    Conclusion:
Last Updated : Aug 4, 2019, 10:21 PM IST
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