रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पहाड़ियों से लगातार गिर रहे बोल्डर और भूस्खलन से जगह-जगह मार्ग बंद है. केदारनाथ हाईवे तीन दिन से जगह-जगह बंद होने के कारण केदारनाथ यात्रा भी ठप पड़ी हुई है. राजमार्ग जामू, रामपुर और मुनकटिया में भारी मलबा और बोल्डर आने से बंद पड़ा हुआ है, जिसे खोलने के प्रयास किये जा रहे हैं.
हालांकि बांसबाड़ा में केदारनाथ हाईवे को खोल दिया गया है, लेकिन यहां पर लगातार पहाड़ी दरक रही है. इसके साथ ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले 23 लिंक मार्ग भी बंद पड़े हैं. जिस वजह से ग्रामीणों का जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ है. लगातार हो रही बारिश के कारण अलकनंदा नदी भी उफान पर बह रही है. नदी किनारे स्थित सभी घाट जलमग्न हो गए हैं.
मौसम विभाग ने रुद्रप्रयाग में भी बारिश का हाई अलर्ट जारी किया है. बीते तीन दिन से रुद्रप्रयाग में बारिश जारी है. बारिश का सबसे बुरा असर केदारघाटी में देखा जा रहा है. यहां जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है. साथ ही जगह-जगह बादल फटने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं. बारिश और भूस्खलन का सबसे बुरा असर केदारनाथ हाईवे पर पड़ रहा है. जिस कारण यात्रा भी बंद है. केदारघाटी में लगातार हो रही बारिश के कारण दो दिनों से विद्युत आपूर्ति भी ठप है. केदारघाटी में भूस्खलन के कारण विद्युत लाइनें जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई हैं.
वहीं, पहाड़ी से हुए भूस्खलन के कारण भीरी-मक्कूमठ मोटरमार्ग पर तीन दिन से आवाजाही बंद है. इसके अलावा ककोला-सुरसाल मोटरमार्ग पर भी आवाजाही बंद होने से ग्रामीणों की दिक्कतें बढ़ गई हैं. बता दें कि, भारी बारिश के कारण भीरी-मक्कूमठ मोटरमार्ग पर भीरी से कुछ दूर अचानक पहाड़ी दरक गई. पहाड़ी से भारी मलबा गिर गया. जिस कारण मोटरमार्ग पर आवाजाही बंद होने के साथ ही विद्युत लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई. हालांकि ग्रामीणों ने इसकी सूचना विद्युत विभाग को भी दे दी है.
वहीं, लगातार बारिश होने से अलकनंदा नदी भी रुद्रप्रयाग में उफान में है. अलकनंदा नदी खतरे के निशान से मात्र तीन मीटर नीचे बह रही है. नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क किया गया है.
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जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे पर पहाड़ी दरक रही है. जिस कारण राजमार्ग बंद है. यात्रा पर इसका बुरा असर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि केदारनाथ हाईवे के बांसबाड़ा में सबसे ज्यादा मुसीबत बनी हुई है. यहां राजमार्ग पर पहाड़ी से लगातार मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं.