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केदारनाथ में देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी, संतों का मिला साथ

केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों और हक हकूकधारियों का देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग को लेकर आंदोलन जारी है. इन लोगों का कहना है कि सरकार को तीर्थ पुरोहितों की मांग को मानकर बोर्ड को भंग कर देना चाहिए. संतों ने भी प्रदर्शनकारियों का साथ दिया है.

movement of pilgrimage priests continues
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Published : Aug 24, 2021, 3:24 PM IST

Updated : Aug 24, 2021, 3:39 PM IST

रुद्रप्रयाग: देवस्थानम बोर्ड के विरोध में केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी है. आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहितों को केदारनाथ धाम के संत समाज ने भी अपना समर्थन दिया है. संत समाज का कहना है कि सरकार को तीर्थ पुरोहितों की मांग को मान लेना चाहिए और बोर्ड को शीघ्र भंग कर देना चाहिये.

विश्वविख्यात केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों की ओर से विगत 17 अगस्त 2021 से देवस्थानम बोर्ड के विरोध में क्रमिक अनशन किया जा रहा है. आज केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर परिसर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली निकाली. फिर मंदिर के आगे धरना दिया. बोर्ड के विरोध में कुछ तीर्थ पुरोहित क्रमिक अनशन भी करते रहे. तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन को केदारनाथ संत समाज ने भी अपना समर्थन दिया है.

वस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी.

संत समाज का कहना है कि सरकार को तीर्थ पुरोहितों की जायज मांग को मान लेना चाहिए. दूसरी ओर जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं आम आदमी पार्टी के युवा नेता सुमंत तिवारी ने केदारनाथ पहुंचकर देवस्थानम बोर्ड के विरोध में चलाये जा रहे आंदोलन को समर्थन दिया है.

पढ़ें- सत्ता रूठी तो हिल गयी कांग्रेस की आर्थिक बुनियाद, बिना प्रचार कैसे तोड़ेगी मोदी का तिलिस्म

तिवारी ने कहा कि सरकार उत्तराखंड के मठ-मंदिरों पर भी अपना कब्जा करना चाहती है. देवस्थानम बोर्ड के विरोध में लंबे समय से तीर्थ पुरोहित आंदोलन चला रहे हैं, लेकिन सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. बोर्ड का गठन होने से तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों के हकहकूक प्रभावित हुये हैं. बोर्ड के खिलाफ सभी लोग अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ने के लिये तैयार हैं. सरकार की मनमानी बिल्कुल भी नहीं चलने दी जाएगी.

रुद्रप्रयाग: देवस्थानम बोर्ड के विरोध में केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी है. आंदोलन कर रहे तीर्थ पुरोहितों को केदारनाथ धाम के संत समाज ने भी अपना समर्थन दिया है. संत समाज का कहना है कि सरकार को तीर्थ पुरोहितों की मांग को मान लेना चाहिए और बोर्ड को शीघ्र भंग कर देना चाहिये.

विश्वविख्यात केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों की ओर से विगत 17 अगस्त 2021 से देवस्थानम बोर्ड के विरोध में क्रमिक अनशन किया जा रहा है. आज केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर परिसर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रैली निकाली. फिर मंदिर के आगे धरना दिया. बोर्ड के विरोध में कुछ तीर्थ पुरोहित क्रमिक अनशन भी करते रहे. तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन को केदारनाथ संत समाज ने भी अपना समर्थन दिया है.

वस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन जारी.

संत समाज का कहना है कि सरकार को तीर्थ पुरोहितों की जायज मांग को मान लेना चाहिए. दूसरी ओर जिला पंचायत उपाध्यक्ष एवं आम आदमी पार्टी के युवा नेता सुमंत तिवारी ने केदारनाथ पहुंचकर देवस्थानम बोर्ड के विरोध में चलाये जा रहे आंदोलन को समर्थन दिया है.

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तिवारी ने कहा कि सरकार उत्तराखंड के मठ-मंदिरों पर भी अपना कब्जा करना चाहती है. देवस्थानम बोर्ड के विरोध में लंबे समय से तीर्थ पुरोहित आंदोलन चला रहे हैं, लेकिन सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. बोर्ड का गठन होने से तीर्थ पुरोहितों और स्थानीय लोगों के हकहकूक प्रभावित हुये हैं. बोर्ड के खिलाफ सभी लोग अंतिम सांस तक लड़ाई लड़ने के लिये तैयार हैं. सरकार की मनमानी बिल्कुल भी नहीं चलने दी जाएगी.

Last Updated : Aug 24, 2021, 3:39 PM IST
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