रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम जा रहे तीर्थ यात्री के सिर पर अचानक से पहाड़ी से पत्थर गिर गया. जिसमें यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल अवस्था में यात्री के साथी उसे एसएडी गौरीकुंड लेकर पहुंचे. जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया. प्राथमिक उपचार के बाद घायल तीर्थ यात्री को 108 एंबुलेंस से सोनप्रयाग तक लाया गया. जहां पर यात्री की गंभीर हालत को देखते हुए जिला प्रशासन की टीम ने तत्काल उसे एम्स ऋषिकेश के लिए एयरलिफ्ट किया.
छत्तीसगढ़ के रायपुर से आए तीर्थयात्री पंचानन बराई (61 वर्ष) की हालत गंभीर बनी हुई है. एयर एंबुलेंस से यात्री को एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया. यात्री को उपचार हेतु अस्पताल के ट्रॉमा इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है. यात्री के सिर पर गंभीर चोटें आई हैं और उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है.
एम्स के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने कहा पत्थर लगने से यात्री के सिर पर गंभीर चोटें आयी हैं. उसके सिर पर गहरे जख्म है. खून ज्यादा बह जाने के कारण वह बेहोशी की अवस्था में है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. नाजुक हालत को देखते हुए उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है.
बता दें कि गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर सुबह करीब 10 बजे यह घटना घटित हुई. जब तीर्थ यात्री अपनी पत्नी के साथ गौरीकुंड से घोड़ा पड़ाव की ओर केदारनाथ दर्शन के लिए जा रहा था. घोड़ा पड़ाव के पास अचानक पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया. यात्रा मार्ग पर तैनात चिकित्सकों द्वारा घायल यात्री का प्राथमिक उपचार किया, लेकिन उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए बाद में रूद्रप्रयाग जिला प्रशासन के सहयोग से यात्री को एयर लिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया.
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गौरतलब है कि रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी के निर्देश पर अब तक 11 बीमार और घायल यात्रियों को एयरलिफ्ट कर जान बचाई गई है. इनमें चोट लगने से पांच यात्री घायल हुए हैं. बता दें कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर 16 चिकित्सा इकाईयों में अब तक 9,356 यात्रियों की ओपीडी की गई है, जिसमें 6,683 पुरुष और 2,673 महिलाओं की जांच कर दवा दी गई है.
जिला चिकित्सालय के वरिष्ठ फिजिशियन डाॅ. संजय तिवारी ने तीर्थयाथियों से कहा कि वे यात्रा के दौरान प्रत्येक पड़ाव पर अपने शरीर में ऑक्सीजन के स्तर की जांच करवाते रहें. साथ ही वहां पर 10 मिनट का विश्राम करने के बाद यात्रा शुरू करें. यात्रा में गर्म एवं ऊनी वस्त्र साथ में रखें. धूम्रपान व अन्य मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करें.
उन्होंने कहा यात्रा के दौरान पानी पीते रहना चाहिए और भूखे पेट यात्रा नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि श्वास रोग, हृदय रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में होने वाली बीमारियों से ग्रस्त रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. साथ ही उन्हें अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नंबर अवश्य साथ रखना चाहिए.