रुद्रप्रयाग: लॉकडाउन के बाद इन दिनों जहां गंगा स्वच्छ दिख रही है. वहीं रुद्रप्रयाग की केदारघाटी में जेसीबी मशाीनों से मंदाकिनी नदी का सीना चीरा जा रहा है. नदी में जेसीबी से खनन करना मना है, बावजूद उसके यहां जेसीबी से ही नदी में रेत और पत्थरों का खनन हो रहा है. जिसे कोई देखने वाला नहीं है.
मंदाकिनी नदी में केदार धाम से कुछ ही दूरी पर जेसीबी मशीन के जरिए खनन किया जा रहा है. जबकि नदी में जेसीबी मशीना उताकर खनन करना अवैध है, लेकिन खनन माफिया को सरकार और प्रशासन का कोई डर नहीं है. वे बेखौफ होकर जेसीबी के जरिए नदी में खनन कर रहे हैं. इससे न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि मंदाकिनी दी की धारा पर भी असर पड़ रहा है.
पढ़ें-लीसा से लोगों को मिलेगा रोजगार, बोर होल तकनीक से आसान हुई राह
पर्यावरण और नदियों के खिलवाड़ करने का नतीजा हम 2013 में केदारनाथ आपदा के रूप में भुगत चुके हैं, बावजूद इसके यहां के लोगों ने कोई सबक नहीं लिया है. इतना ही नहीं नदी से अवैध खनन करने के लिये बकायदा रास्ते तैयार किये गये हैं.
इस बारे में जब नायब तहसीलदार रुद्रप्रयाग दीवार सिंह से बात कि गई तो उन्होंने कहा कि मंदाकिनी नदी में पोकलैंड से खनन की शिकायत मिलने पर मौके पर गए थे. इस मामले में संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.