ETV Bharat / state

Kedarnath Dham: बारिश के चलते 30 जून से बंद होंगी दो और हवाई सेवाएं, हिमालयन 10 जुलाई तक करेगी संचालन - केदारनाथ धाम में 30 जून से बंद होगी हेलीकॉप्टर सर्विस

30 जून से केदारनाथ के लिए दो और हेली सर्विस बंद हो जाएंगी. हेली कंपनियों ने बारिश के चलते यह फैसला लिया है. इस साल 14,665 उड़ानों के जरिए कुल 81,494 तीर्थ यात्री बाबा के दर पर पहुंचे हैं. चिप्सन फाटा जामू और आर्यन गुप्तकाशी हेली सेवाएं 30 जून से बंद हो जाएंगी, जबकि हिमालयन शेरसी 10 जुलाई तक रहेगी.

Kedarnath dham
केदारनाथ धाम
author img

By

Published : Jun 27, 2022, 5:06 PM IST

Updated : Jun 28, 2022, 3:37 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ के लिए 30 जून से दो और हवाई सेवाएं बंद हो जाएंगी. लगातार हो रही बारिश के चलते हेली कंपनियों ने यह फैसला लिया है. हिमालयन शेरसी हेली ने 10 जुलाई तक सेवाएं देने का निर्णय लिया है. अब तक 81 हजार से अधिक यात्री हेली सेवा से दर्शन के लिए धाम पहुंच चुके हैं. उधर, सितंबर से दूसरे चरण की सेवाएं फिर से शुरू होंगी.

केदारनाथ हेली सेवा नोडल अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि धाम के लिये संचालित होने वाली ऐरो एविएशन गुप्तकाशी, पवन हंस, क्रिस्टल, पिनेकल, थंबी और ऐरो सोनप्रयाग हेली सेवाएं केदारघाटी से अपना सामान समेट चुकी हैं. जबकि चिप्सन फाटा जामू, आर्यन गुप्तकाशी और हिमालयन शेरसी से अपनी सेवाएं दे रही हैं. चिप्सन और आर्यन 30 जून तक सेवाएं देंगी, जबकि हिमालयन 10 जुलाई तक रहेगा. इस बीच मौसम लगातार खराब होता है तो ये हेली सेवाएं भी यहां से अपना सामान समेट लेंगी, फिर केदारनाथ धाम के लिये सितम्बर माह से मौसम साफ होने पर हेली सेवाएं शुरू होंगी.

बारिश के चलते 30 जून से बंद होंगी दो और हवाई सेवाएं

'डेंजर जोन' में मजदूरों की तैनाती की गई: केदारनाथ धाम के लिए छह मई से हवाई सेवाएं शुरू हो गई थीं. हेली सेवा के सहायक नोडल अधिकारी एसएस पंवार (Assistant Nodal Officer SS Panwar,) ने बताया कि नौ हवाई कंपनियों ने अपनी सेवाएं शुरू की थी, जिसमें सात हवाई कंपनियां अब तक लौट चुकी हैं. यह सभी कंपनियां अब अमरनाथ यात्रा में सेवाएं देंगी. इस समय केवल दो हवाई कंपनियां आर्यन और हिमालय हेली अपनी सेवाएं दे रही हैं. इस साल 14,665 उड़ानों में से कुल 81,494 तीर्थ यात्री बाबा के दर पर पहुंचे हैं. पंवार ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर बारिश के दिनों में भी आवाजाही सुचारु रखने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने प्रत्येक 'डेंजर जोन' पर मजदूरों की तैनाती कर दी है.

आवाजाही सुचारु रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर बरसात में आवाजाही सुचारु रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रत्येक डेंजर जोन पर 15-15 मजदूर तैनात किए गए हैं, जो मार्ग अवरुद्ध होने की दशा में तत्काल मलबा हटाकर आवाजाही सुचारु करेंगे. उन्होंने बताया कि साल 2021 में गौरीकुंड से एक किलोमीटर आगे पैदल मार्ग बंद हो गया था, जिसे तत्काल आवाजाही के लिए सुचारु किया गया.
पढ़ें- आप उत्तराखंड आ रहे हैं तो सावधान!, 5 दिन का बारिश का है अलर्ट, चॉपर तैनात

पंवार ने कहा कि साल 2020 में गौरीकुंड से आठ किलोमीटर पैदल मार्ग पर पहाड़ी से मलबा आने से जाम हो गया था, जिसे कुछ घंटों में ही सुचारु कर दिया गया. भैरव ग्लेशियर प्वांइट में कभी भी पहाड़ी से मलबा आ सकता है. इसलिए केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली, कुबेर और हथिनी में मजदूर तैनात किए गए हैं.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ के लिए 30 जून से दो और हवाई सेवाएं बंद हो जाएंगी. लगातार हो रही बारिश के चलते हेली कंपनियों ने यह फैसला लिया है. हिमालयन शेरसी हेली ने 10 जुलाई तक सेवाएं देने का निर्णय लिया है. अब तक 81 हजार से अधिक यात्री हेली सेवा से दर्शन के लिए धाम पहुंच चुके हैं. उधर, सितंबर से दूसरे चरण की सेवाएं फिर से शुरू होंगी.

केदारनाथ हेली सेवा नोडल अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि धाम के लिये संचालित होने वाली ऐरो एविएशन गुप्तकाशी, पवन हंस, क्रिस्टल, पिनेकल, थंबी और ऐरो सोनप्रयाग हेली सेवाएं केदारघाटी से अपना सामान समेट चुकी हैं. जबकि चिप्सन फाटा जामू, आर्यन गुप्तकाशी और हिमालयन शेरसी से अपनी सेवाएं दे रही हैं. चिप्सन और आर्यन 30 जून तक सेवाएं देंगी, जबकि हिमालयन 10 जुलाई तक रहेगा. इस बीच मौसम लगातार खराब होता है तो ये हेली सेवाएं भी यहां से अपना सामान समेट लेंगी, फिर केदारनाथ धाम के लिये सितम्बर माह से मौसम साफ होने पर हेली सेवाएं शुरू होंगी.

बारिश के चलते 30 जून से बंद होंगी दो और हवाई सेवाएं

'डेंजर जोन' में मजदूरों की तैनाती की गई: केदारनाथ धाम के लिए छह मई से हवाई सेवाएं शुरू हो गई थीं. हेली सेवा के सहायक नोडल अधिकारी एसएस पंवार (Assistant Nodal Officer SS Panwar,) ने बताया कि नौ हवाई कंपनियों ने अपनी सेवाएं शुरू की थी, जिसमें सात हवाई कंपनियां अब तक लौट चुकी हैं. यह सभी कंपनियां अब अमरनाथ यात्रा में सेवाएं देंगी. इस समय केवल दो हवाई कंपनियां आर्यन और हिमालय हेली अपनी सेवाएं दे रही हैं. इस साल 14,665 उड़ानों में से कुल 81,494 तीर्थ यात्री बाबा के दर पर पहुंचे हैं. पंवार ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर बारिश के दिनों में भी आवाजाही सुचारु रखने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने प्रत्येक 'डेंजर जोन' पर मजदूरों की तैनाती कर दी है.

आवाजाही सुचारु रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की लोनिवि शाखा के अधिशासी अभियंता प्रवीन कर्णवाल ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर बरसात में आवाजाही सुचारु रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. प्रत्येक डेंजर जोन पर 15-15 मजदूर तैनात किए गए हैं, जो मार्ग अवरुद्ध होने की दशा में तत्काल मलबा हटाकर आवाजाही सुचारु करेंगे. उन्होंने बताया कि साल 2021 में गौरीकुंड से एक किलोमीटर आगे पैदल मार्ग बंद हो गया था, जिसे तत्काल आवाजाही के लिए सुचारु किया गया.
पढ़ें- आप उत्तराखंड आ रहे हैं तो सावधान!, 5 दिन का बारिश का है अलर्ट, चॉपर तैनात

पंवार ने कहा कि साल 2020 में गौरीकुंड से आठ किलोमीटर पैदल मार्ग पर पहाड़ी से मलबा आने से जाम हो गया था, जिसे कुछ घंटों में ही सुचारु कर दिया गया. भैरव ग्लेशियर प्वांइट में कभी भी पहाड़ी से मलबा आ सकता है. इसलिए केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली, कुबेर और हथिनी में मजदूर तैनात किए गए हैं.

Last Updated : Jun 28, 2022, 3:37 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.