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...तो इस बार ग्लेशियरों से होकर पहुंचना होगा बाबा केदार के धाम, 10 से 15 फीट तक जमी बर्फ

केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी 10 से 15 फीट के बीच बर्फ है. बर्फ के कारण पैदल मार्ग का कई स्थानों पर पता ही नहीं है. प्रशासन की टीमें पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के कार्य में जुटी है.

केदारनाथ पैदल मार्ग पर बर्फबारी
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Published : Apr 2, 2019, 6:10 PM IST


रुद्रप्रयागः केदार धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को इस बार ग्लेशियरों से होकर गुजरना पड़ेगा. 18 किमी पैदल मार्ग पर अधिक बर्फबारी होने के कारण बड़े-बड़े ग्लेशियर बन गए हैं. पैदल मार्ग पर बर्फबारी इतनी ज्यादा है कि मार्ग का कहीं कुछ पता नहीं चल रहा है. हालांकि पैदल रास्ते से बर्फ को हटाने का कार्य जारी है. केदारनाथ धाम में इस बार रिकार्ड 17 फीट बर्फबारी हुई है.

केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी 10 से 15 फीट के बीच बर्फ है. बर्फ के कारण पैदल मार्ग का कई स्थानों पर पता ही नहीं है. प्रशासन की टीमें पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के कार्य में जुटी है. बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग के किनारे लगाई गई रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गई है. इतना ही नहीं पैदल मार्ग के ऊपरी छोर पर बर्फ साफ करने के बाद बड़े-बड़े ग्लेशियर बन गए हैं.


बर्फबारी से पैदल मार्ग की चैड़ाई भी कम हो गई है. इतने बड़े-बड़े ग्लेशियरों को कम समय में काटा जाना संभव नहीं है. नौ मई से यात्रा शुरू होनी है और प्रशासन को 18 किमी पैदल मार्ग से बर्फ साफ करनी है. रास्ते से बर्फ साफ करने के बाद ही केदारनाथ में विद्युत, संचार, पेयजल सहित अन्य आपूर्ति सुचारू हो पाएगी.

केदारनाथ धाम में इस बार रिकार्ड 17 फीट बर्फबारी हुई है.

यात्रा के दौरान पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों और पैदल चलने वाले यात्रियों को एक साथ आवाजाही करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि बर्फ को हटाने का कार्य जारी है.

पढ़ेंः वोटरों को लुभाने के लिए गांव-गांव की खाक छान रहीं 'महारानी'

बर्फबारी अत्यधिक हुई है, जिससे कुछ दिक्कतें भी हो रही हैं. यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुये मार्ग पर रेलिंग भी लगाई जाएगी.


रुद्रप्रयागः केदार धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को इस बार ग्लेशियरों से होकर गुजरना पड़ेगा. 18 किमी पैदल मार्ग पर अधिक बर्फबारी होने के कारण बड़े-बड़े ग्लेशियर बन गए हैं. पैदल मार्ग पर बर्फबारी इतनी ज्यादा है कि मार्ग का कहीं कुछ पता नहीं चल रहा है. हालांकि पैदल रास्ते से बर्फ को हटाने का कार्य जारी है. केदारनाथ धाम में इस बार रिकार्ड 17 फीट बर्फबारी हुई है.

केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी 10 से 15 फीट के बीच बर्फ है. बर्फ के कारण पैदल मार्ग का कई स्थानों पर पता ही नहीं है. प्रशासन की टीमें पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के कार्य में जुटी है. बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग के किनारे लगाई गई रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गई है. इतना ही नहीं पैदल मार्ग के ऊपरी छोर पर बर्फ साफ करने के बाद बड़े-बड़े ग्लेशियर बन गए हैं.


बर्फबारी से पैदल मार्ग की चैड़ाई भी कम हो गई है. इतने बड़े-बड़े ग्लेशियरों को कम समय में काटा जाना संभव नहीं है. नौ मई से यात्रा शुरू होनी है और प्रशासन को 18 किमी पैदल मार्ग से बर्फ साफ करनी है. रास्ते से बर्फ साफ करने के बाद ही केदारनाथ में विद्युत, संचार, पेयजल सहित अन्य आपूर्ति सुचारू हो पाएगी.

केदारनाथ धाम में इस बार रिकार्ड 17 फीट बर्फबारी हुई है.

यात्रा के दौरान पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों और पैदल चलने वाले यात्रियों को एक साथ आवाजाही करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि बर्फ को हटाने का कार्य जारी है.

पढ़ेंः वोटरों को लुभाने के लिए गांव-गांव की खाक छान रहीं 'महारानी'

बर्फबारी अत्यधिक हुई है, जिससे कुछ दिक्कतें भी हो रही हैं. यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुये मार्ग पर रेलिंग भी लगाई जाएगी.

विसुअल - केदारनाथ पैदल मार्ग पर बने ग्लेशियर और बर्फ को साफ करते मजदूरों के वीडियो हैं। 

केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर ग्लेशियरों से होकर गुजरंेगे तीर्थयात्री
अत्यधिक बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग की रेलिंग जगह-जगह क्षतिग्रस्त
पैदल चलने वाले यात्रियों और घोड़े-खच्चरों को एक साथ चलने में होंगी दिक्कतें
उत्तराखण्ड डेस्क 
स्लग - केदारनाथ ग्लेशियर
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/02 अप्रैल 2019/रुद्रप्रयाग/एवीबी
एंकर - केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को इस बार केदारनाथ पैदल यात्रा के शुरूआत से ही ग्लेशियरों से होकर गुजरना पड़ेगा। 18 किमी पैदल मार्ग पर अत्यधिक बर्फबारी के कारण बड़े-बड़े ग्लेशियर बने हुये हैं। पैदल मार्ग पर बर्फबारी इतनी ज्यादा है कि पैदल मार्ग का कही कुछ पता नहीं चल रहा है। हालांकि पैदल रास्ते से बर्फ को हटाने का कार्य जारी है।

वीओ 1 - केदारनाथ धाम में रिकार्ड 17 फीट बर्फबारी हुई है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी दस से 15 फीट के बीच बर्फ जमी है। बर्फ के कारण पैदल मार्ग का कई स्थानों पर पता ही नहीं है। प्रशासन की टीमें पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य कर रही हैं। बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग के किनारे लगाई गई रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गई है। पैदल मार्ग के उपरी छोर पर बर्फ साफ करने के बाद बड़े-बड़े ग्लेशियर बनकर आये हैं। 

वीओ 2 - बर्फबारी से पैदल मार्ग की चैड़ाई भी कम हो गई है। इतने बड़े-बड़े ग्लेशियरों को कम समय में काटा जाना संभव नहीं है। नौ मई से यात्रा शुरू होनी है और प्रशासन को 18 किमी पैदल मार्ग से बर्फ साफ करनी है। रास्ते से बर्फ साफ करने के बाद ही केदारनाथ में विद्युत, संचार, पेयजल सहित अन्य आपूर्ति सुचारू हो पाएंगी। यात्रा के दौरान पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों और पैदल चलने वाले यात्रियों को एक साथ आवाजाही करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। 

वीओ 3 - रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि बर्फ को हटाने का कार्य जारी है। बर्फबारी अत्यधिक है, जिससे कुछ दिक्कतें भी हो रही हैं। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुये मार्ग पर रेलिंग भी लगाई जाएंगी।
बाइट 1 - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग



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