रुद्रप्रयागः केदार धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों को इस बार ग्लेशियरों से होकर गुजरना पड़ेगा. 18 किमी पैदल मार्ग पर अधिक बर्फबारी होने के कारण बड़े-बड़े ग्लेशियर बन गए हैं. पैदल मार्ग पर बर्फबारी इतनी ज्यादा है कि मार्ग का कहीं कुछ पता नहीं चल रहा है. हालांकि पैदल रास्ते से बर्फ को हटाने का कार्य जारी है. केदारनाथ धाम में इस बार रिकार्ड 17 फीट बर्फबारी हुई है.
केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी 10 से 15 फीट के बीच बर्फ है. बर्फ के कारण पैदल मार्ग का कई स्थानों पर पता ही नहीं है. प्रशासन की टीमें पैदल मार्ग से बर्फ हटाने के कार्य में जुटी है. बर्फबारी के कारण पैदल मार्ग के किनारे लगाई गई रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हो गई है. इतना ही नहीं पैदल मार्ग के ऊपरी छोर पर बर्फ साफ करने के बाद बड़े-बड़े ग्लेशियर बन गए हैं.
बर्फबारी से पैदल मार्ग की चैड़ाई भी कम हो गई है. इतने बड़े-बड़े ग्लेशियरों को कम समय में काटा जाना संभव नहीं है. नौ मई से यात्रा शुरू होनी है और प्रशासन को 18 किमी पैदल मार्ग से बर्फ साफ करनी है. रास्ते से बर्फ साफ करने के बाद ही केदारनाथ में विद्युत, संचार, पेयजल सहित अन्य आपूर्ति सुचारू हो पाएगी.
यात्रा के दौरान पैदल मार्ग पर घोड़े-खच्चरों और पैदल चलने वाले यात्रियों को एक साथ आवाजाही करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है.
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि बर्फ को हटाने का कार्य जारी है.
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बर्फबारी अत्यधिक हुई है, जिससे कुछ दिक्कतें भी हो रही हैं. यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुये मार्ग पर रेलिंग भी लगाई जाएगी.