रुद्रप्रयाग: जिले के अगस्त्यमुनि और विजयनगर में बारिश ने जमकर कहर बरपाया. बीती देर रात भारी बारिश के कारण क्षेत्र के कई घरों में पानी घुस गया और कई दोपहिया वाहन भी मलबे की चपेट में आ गये. इसके अलावा केदारनाथ हाईवे से सटे सिल्ली गांव में पहाड़ी से मलबा आने से चार आवासीय मकान जमींदोज हो गए. वहीं गोशाला के मलबे की चपेट में आने से कई मवेशियों का अभी तक पता नहीं है.
गौर हो कि अलकनंदा और मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने से रात के समय ही नदी किनारे स्थित घरों को खाली करवा दिया गया. साथ ही वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया. अगस्त्यमुनि में लोगों के घरों और दुकानों में पानी घुस गया, जिस कारण भारी नुकसान हुआ है. गुरुवार रात को केदारघाटी में बारिश ने जमकर तबाही मचाई है. खासकर केदारघाटी के अगस्त्यमुनि और विजयनगर में भूस्खलन होने के साथ ही नदी-नाले के उफान पर आने से लोगों के घरों में पानी और मलबा घुस गया.
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अगस्त्यमुनि और विजयनगर में जल भराव की स्थिति पैदा हो गई, जिससे दोपहिया और चार पहिया वाहन सैलाब में फंस गए. केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह पार्किंग किये गये दोपहिया और बड़े वाहन भी मलबे की चपेट में आ गये. साथ ही स्थानीय लोग बीते रात से घरों में नहीं लौट पा रहे हैं. वहीं केदारनाथ हाईवे से सटे सिल्ली गांव में चार मंजिला आवासीय भवन पूर्णरूप से मलबे की भेंट चढ़ गया. इसके अलावा अन्य आवासीय भवनों को भी भारी क्षति पहुंची है. वहीं घरों में सो रहे लोगों ने रात को किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई.
भवन के नीचे से बह रही मंदाकिनी नदी से कटाव होने और भवन के पीछे से पहाड़ टूटने के कारण घर मलबे की भेंट चढ़ गया. इसके अलावा गांव के निकट ही जंगल टूटकर आ गया, जिस कारण ग्रामीणों घबराए हुए हैं. बारिश और भूस्खलन के कारण केदारनाथ हाईवे जगह-जगह बाधित हो गया है. हाईवे पर यात्री कई जगह फंसे हुये हैं और हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं. उधर, अलकनंदा और मंदाकिनी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. नदी के समीप रहने वाले लोगों को रात को ही घर खाली करवा दिए थे. फिलहाल नदी किनारे जाने पर रोक लगा दी गई है.