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रुद्रप्रयाग में गुलदार का आतंक, तीन मवेशियों को बना चुका है निवाला

गुलदार के बढ़ते आतंक से सांदर गांव के ग्रामीण खौफजदा हैं. उन्होंने गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग से गुहार लगाई है.

guldar terror in rudraprayag
गुलदार का आतंक
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Published : Sep 7, 2020, 6:55 PM IST

रुद्रप्रयाग: जिले में इन दिनों मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ती जा रही है. ताजा मामला सांदर गांव का है, जहां गुलदार ने एक बकरी को निवाला बनाया है. यहां गुलदार अभीतक तीन से ज्यादा मवेशियों को अपना निवाला बना चुका है और कई लोगों पर हमला भी कर चुका है.

ग्रामीणों के मुताबिक सोमवार को सरस्वती देवी अपनी गौशाला से करीब 100 मीटर दूर बकरियों को चुगाने गई थी. तभी वहां पहले ही घात लगाए बैठे गुलदार ने एक बकरी पर हमला कर दिया. महिला ने बकरी को बचाने का प्रयास किया, लेकिन गुलदार ने महिला पर भी हमला करने की कोशिश की. वहीं महिला ने शोर मचाकर अपनी जान बचाई. घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.

पढ़ें- रामनगर: क्यारी खाम में बसा है तितलियों का संसार, त्यार में पर्यटकों की धूम

ग्राम प्रधान भूपेंद्र जगवान उर्फ मिंटी ने बताया कि गांव में गुलदार का खतरा बढ़ता जा रहा है. जिस कारण ग्रामीण खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है. ताकि गुलदार को जल्द पकड़ा जा सकें.

उधर, बसुकेदार तहसील के डांगी, सिनघाटा और कोटी समेत कई गांवों में भी लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ है. वहां भी ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की है.

रुद्रप्रयाग: जिले में इन दिनों मानव और वन्यजीवों के बीच संघर्ष की घटनाएं बढ़ती जा रही है. ताजा मामला सांदर गांव का है, जहां गुलदार ने एक बकरी को निवाला बनाया है. यहां गुलदार अभीतक तीन से ज्यादा मवेशियों को अपना निवाला बना चुका है और कई लोगों पर हमला भी कर चुका है.

ग्रामीणों के मुताबिक सोमवार को सरस्वती देवी अपनी गौशाला से करीब 100 मीटर दूर बकरियों को चुगाने गई थी. तभी वहां पहले ही घात लगाए बैठे गुलदार ने एक बकरी पर हमला कर दिया. महिला ने बकरी को बचाने का प्रयास किया, लेकिन गुलदार ने महिला पर भी हमला करने की कोशिश की. वहीं महिला ने शोर मचाकर अपनी जान बचाई. घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.

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ग्राम प्रधान भूपेंद्र जगवान उर्फ मिंटी ने बताया कि गांव में गुलदार का खतरा बढ़ता जा रहा है. जिस कारण ग्रामीण खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने वन विभाग से गांव में पिंजरा लगाने की मांग की है. ताकि गुलदार को जल्द पकड़ा जा सकें.

उधर, बसुकेदार तहसील के डांगी, सिनघाटा और कोटी समेत कई गांवों में भी लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ है. वहां भी ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की है.

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