ETV Bharat / state

गौरीकुंड में आस्था के साथ खिलवाड़, मंदाकिनी नदी में डाली जा रही गंदगी

मंदाकिनी नदी में हर कूड़ा डालकर उसे प्रदूषित किया जा रहा है. जिससे हजारों श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है. सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सुलभ इंटरनरेशनल के पास है लेकिन समय पर उड़ा नहीं उठाया जा रहा है.

मंदाकिनी नदी में डाली जा रही गंदगी
author img

By

Published : May 21, 2019, 11:38 PM IST

रुद्रप्रयाग: आस्था के द्वार गौरीकुंड से ही पतित पावनी मंदाकिनी मैली हो रही है. नदी में हर रोज कूड़ा उड़ेला जा रहा है. जिस कारण श्रद्धालुओं की आस्था को गहरी ठेस पहुंच रही है. गौरीकुंड में हजारों की संख्या में रह रहे नेपाली नागरिकों ने मंदाकिनी नदी को शौच का अड्डा बना दिया है. स्थिति यह हो गई है कि गौरीकुंड में आज कोई भी श्रद्धालु मंदाकिनी के जल से आचमन करने तक को तैयार नहीं है.

मंदाकिनी नदी में डाली जा रही गंदगी

मान्यता है कि गौरीकुंड से ही केदारनाथ की यात्रा शुरू होती है. माता गौरी के दर्शन और मंदाकिनी नदी में स्नान करने के बाद तीर्थ यात्री केदारनाथ के लिये रवाना होते हैं. जिस प्रकार भक्तों की आस्था केदार बाबा से है, उसी तरह की आस्था मंदाकिनी नदी से भी है, लेकिन मंदाकिनी के उद्गम स्थल से कुछ किलोमीटर दूर गौरीकुंड में नदी को प्रदूषित किया जा रहा है. गौरीकुंड में एकत्रित हो रहे कूड़े को नदी में खुलेआम डाला जा रहा है.

पढ़ें- हरक का चैलेंज- कुछ भी कर लो जरूर बनेगा कंडी मार्ग, सरकार से ऊपर कोई नहीं

केदारनाथ यात्रा के दौरान प्रशासन की ओर से सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सुलभ इंटरनरेशनल को दी गई है, लेकिन सुलभ इंटरनेशनल के ही कर्मचारी नदी को प्रदूषित करने में लगे हुए हैं. आलम ये है कि गौरीकुंड में स्नान घाट मंदाकिनी नदी के बीच में ही कूड़ाघर बनाया गया है, लेकिन कूड़ा घर से समय पर कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है.

गौरीकुंड व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी ने कहा कि गौरीकुंड से होकर ही लाखों यात्री केदारनाथ की यात्रा करते हैं, लेकिन गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी की बेहद दयनीय स्थिति है. सुलभ इंटरनेशनल के सफाई कर्मचारी कूड़ा एक जगह एकत्रित करने के बजाय कूड़े को नदी में डाल रहे हैं. जिससे नदी की पवित्रता धूमिल होने के साथ ही श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है.

इस मामले पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि सुलभ इंटरनेशनल को जगह-जगह साफ-सफाई चाक-चौबंद रखने के सख्त निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि अगर सुलभ इंटरनेशनल द्वारा गंगा को गंदा किया जा रहा है तो जांच की जाएगी और सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.

रुद्रप्रयाग: आस्था के द्वार गौरीकुंड से ही पतित पावनी मंदाकिनी मैली हो रही है. नदी में हर रोज कूड़ा उड़ेला जा रहा है. जिस कारण श्रद्धालुओं की आस्था को गहरी ठेस पहुंच रही है. गौरीकुंड में हजारों की संख्या में रह रहे नेपाली नागरिकों ने मंदाकिनी नदी को शौच का अड्डा बना दिया है. स्थिति यह हो गई है कि गौरीकुंड में आज कोई भी श्रद्धालु मंदाकिनी के जल से आचमन करने तक को तैयार नहीं है.

मंदाकिनी नदी में डाली जा रही गंदगी

मान्यता है कि गौरीकुंड से ही केदारनाथ की यात्रा शुरू होती है. माता गौरी के दर्शन और मंदाकिनी नदी में स्नान करने के बाद तीर्थ यात्री केदारनाथ के लिये रवाना होते हैं. जिस प्रकार भक्तों की आस्था केदार बाबा से है, उसी तरह की आस्था मंदाकिनी नदी से भी है, लेकिन मंदाकिनी के उद्गम स्थल से कुछ किलोमीटर दूर गौरीकुंड में नदी को प्रदूषित किया जा रहा है. गौरीकुंड में एकत्रित हो रहे कूड़े को नदी में खुलेआम डाला जा रहा है.

पढ़ें- हरक का चैलेंज- कुछ भी कर लो जरूर बनेगा कंडी मार्ग, सरकार से ऊपर कोई नहीं

केदारनाथ यात्रा के दौरान प्रशासन की ओर से सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सुलभ इंटरनरेशनल को दी गई है, लेकिन सुलभ इंटरनेशनल के ही कर्मचारी नदी को प्रदूषित करने में लगे हुए हैं. आलम ये है कि गौरीकुंड में स्नान घाट मंदाकिनी नदी के बीच में ही कूड़ाघर बनाया गया है, लेकिन कूड़ा घर से समय पर कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है.

गौरीकुंड व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी ने कहा कि गौरीकुंड से होकर ही लाखों यात्री केदारनाथ की यात्रा करते हैं, लेकिन गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी की बेहद दयनीय स्थिति है. सुलभ इंटरनेशनल के सफाई कर्मचारी कूड़ा एक जगह एकत्रित करने के बजाय कूड़े को नदी में डाल रहे हैं. जिससे नदी की पवित्रता धूमिल होने के साथ ही श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है.

इस मामले पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि सुलभ इंटरनेशनल को जगह-जगह साफ-सफाई चाक-चौबंद रखने के सख्त निर्देश दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि अगर सुलभ इंटरनेशनल द्वारा गंगा को गंदा किया जा रहा है तो जांच की जाएगी और सही पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी.

विसुअल- गौरीकुंड में नदी के बीच में तैरते कूड़े, नदी और रास्ते किनारे डाले गये कूड़े के वीडियो हैं।
आस्था के पहले द्वार गौरीकुंड से दूषित हो रही मंदाकिनी
मंदाकिनी नदी के जल से आचमन करने को तैयार नहीं हैं यात्री
नदी में आये दिन उड़ेला जा रहा है अनेक प्रकार का कचरा
नदी के बीच में तैर रही है गंदगी
श्रद्धालुओं की आस्था को पहुंच रही है गहरी ठेस
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग - यात्रा पड़ाव में गंदगी
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/21 मई 2019/रुद्रप्रयाग/एवीबी
एंकर - आस्था के द्वार गौरीकुंण्ड से ही पतित पावनी मंदाकिनी नदी मैली हो रही है। प्रत्येक दिन नदी में कई प्रकार कूड़ा उड़ेला जा रहा है। जिस कारण श्रद्धालुओं की आस्था को गहरी ठेस पहुंच रही है। इतना ही नहीं गौरीकुण्ड में हजारों की संख्या में रह रहे नेपालियों ने मंदाकिनी नदी को सुबह-सांय शौच का अडडा बना दिया है। स्थिति यह हो गई है कि गौरीकुंड में आज कोई भी श्रद्धालु मंदाकिनी के जल से आचमन करने तक को तैयार नहीं है।
वीओ 1 - मान्यता है कि गौरीकुंण्ड से ही केदारनाथ की यात्रा शुरू होती है। गौरी माई के दर्शन और मंदाकिनी नदी में स्नान करने के बाद तीर्थ यात्री केदारनाथ के लिये रवाना होते हैं। जिस प्रकार भक्तों की आस्था केदार बाबा से है, उसी प्रकार की आस्था मंदाकिनी नदी से भी है, लेकिन मंदाकिनी नदी के उदगम स्थल से कुछ किमी ही दूर आस्था के पहले द्वार गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी को अनेक प्रकार से प्रदूषित किया जा रहा है। गौरीकुंण्ड में एकत्रित हो रहे कूड़े को नदी में खुलेआम डाला जा रहा है।
केदारनाथ यात्रा के दौरान प्रशासन की ओर से सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सुलभ इंटरनरेशनल को दी जाती है, लेकिन सुलभ इंटरनेशनल के ही कर्मचारी नदी को प्रदूषित करने में लगे हुये हैं। गौरीकुण्ड में स्थिति यह है कि स्नान घाट मंदाकिनी नदी के बीच में कूड़ाघर बनाया गया है, लेकिन समय पर कूड़ेघर को खाली नहीं किया जा रहा है, जिस कारण कूड़ा नदी के साथ ही रास्ते के साथ ही नदी में गिर रहा है।

वीओ 2 - तमाम तरह का प्लास्टिक और अन्य प्रकार का कूड़ा-कचरा मंदाकिनी नदी के बीच में घूमता हुआ दिखाई दे सकता है। जब आस्था के द्वार गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी की यह दुर्दशा है तो अन्य निचले क्षेत्रों में क्या स्थिति हो सकती है। इसका अंदाजा खुद ही लगाया जा सकता है। सुलभ इंटरनेशनल के कर्मचारियों के बाद मंदाकिनी नदी को दूषित करने में नेपाली मजदूरों का दूसरा स्थान है। गौरीकुंड में हजारों की संख्या में नेपाली रह रहे हैं। जिन्होंने मंदाकिनी नदी को शौच का अडडा बना रखा है। गौरीकुंड में सेक्टर मजिस्टे्रट के साथ ही तहसीलदार एवं पुलिस के जवान तैनात रहते हैं, लेकिन नदी में हो रही गंदगी पर कोई रोक नहीं लगा पा रहा है।
गौरीकुंड व्यापार संघ अध्यक्ष अरविंद गौस्वामी ने कहा कि गौरीकुंड से होकर ही लाखों यात्री केदारनाथ की यात्रा करते हैं, लेकिन गौरीकुंड में मंदाकिनी नदी की बेहद दयनीय स्थिति है। सुलभ इंटरनेशनल के सफाई कर्मचारी कूड़ा एक जगह एकत्रित करने के बजाय कूड़े को नदी में डाल रहे हैं। जिससे नदी की पवित्रता धूमिल होने के साथ ही श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंच रही है।
बाइट 1 - अरविंद गोस्वामी, व्यापार संघ अध्यक्ष, गौरीकुंड
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि सुलभ इंटरनेशनल को साफ-सफाई को जगह-जगह चाक-चैबंद रखने के सख्त निर्देश दिये गये हैं। यदि नदि को गंदा किया जा रहा है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
बाइट 2 - मंगेश घिल्डियाल, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.