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कूड़े के कारण दो अधिकारियों पर गिरी गाज, डीएम ने रोका वेतन

रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी ने कूड़ा प्रबंधन को लेकर शहर में कूड़े वाहनों का निरीक्षण किया. इसके साथ ही जनता को सचेत करते हुए कहा गया कि अगर कूड़ा अलग-अलग कर पर्यावरण मित्रों को नहीं दिया गया, तो उनपर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी द्वारा किया गया निरीक्षण
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Published : Sep 15, 2019, 7:59 PM IST

रुद्रप्रयाग: कई महीनों से कूड़े को लेकर जिले में जान जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. बावजूद इसके होटल और ढाबों द्वारा जैविक और अजैविक कूड़े को अलग-अलग नहीं किया जा रहा है. जिसके बाद जिलाधिकारी ने दो होटलों को बंद कर दिया है.

रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी द्वारा किया गया निरीक्षण

कूड़े को लेकर लगातार आ रही शिकायतों के बाद जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल द्वारा कूड़ेदान वाहनों का निरीक्षण किया गया. जिसमें सामने आया कि लोगों द्वारा गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग कर नहीं दिया जा रहा है. जिसके बाद दो ढाबों को जैविक और अजैविक कूड़ेदान अलग-अलग ना रखने पर उन्हें बंद कर दिया गया है.

पढे़ं- वाहन चालकों के लिए बड़ी खबर, अब घर बैठे करवा सकेंगे प्रदूषण की जांच

इस सम्बंध में उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को निर्देशित करते हुए कहा गया कि अगर होटल और ढाबों मालिकों द्वारा कूड़े का समुचित प्रबंधन नहीं किया जाता, तो मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. वहीं इस दौरान कुछ व्यापारियों का पांच हजार तक का चालान काटा गया. इसके साथ ही अधिशासी अधिकारी रुद्रप्रयाग और स्वच्छता निरीक्षक रुद्रप्रयाग के वेतन पर भी रोक लगा दी गई है.

रुद्रप्रयाग: कई महीनों से कूड़े को लेकर जिले में जान जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. बावजूद इसके होटल और ढाबों द्वारा जैविक और अजैविक कूड़े को अलग-अलग नहीं किया जा रहा है. जिसके बाद जिलाधिकारी ने दो होटलों को बंद कर दिया है.

रुद्रप्रयाग जिलाधिकारी द्वारा किया गया निरीक्षण

कूड़े को लेकर लगातार आ रही शिकायतों के बाद जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल द्वारा कूड़ेदान वाहनों का निरीक्षण किया गया. जिसमें सामने आया कि लोगों द्वारा गीले और सूखे कूड़े को अलग-अलग कर नहीं दिया जा रहा है. जिसके बाद दो ढाबों को जैविक और अजैविक कूड़ेदान अलग-अलग ना रखने पर उन्हें बंद कर दिया गया है.

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इस सम्बंध में उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को निर्देशित करते हुए कहा गया कि अगर होटल और ढाबों मालिकों द्वारा कूड़े का समुचित प्रबंधन नहीं किया जाता, तो मालिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. वहीं इस दौरान कुछ व्यापारियों का पांच हजार तक का चालान काटा गया. इसके साथ ही अधिशासी अधिकारी रुद्रप्रयाग और स्वच्छता निरीक्षक रुद्रप्रयाग के वेतन पर भी रोक लगा दी गई है.

Intro:कूड़ा अलग-अलग न करने पर व्यापारियों पर ठोका जुर्माना
तीन माह से चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान, व्यापारी एवं आम जनता नहीं हो रही सजग
डीएम मंगेश घिल्डियाल ने जताई नाराजगी,
रुद्रप्रयाग। विगत तीन माह से कूड़ा पृथक्करण जनजागरूकता कार्यक्रम के संचालन के बावजूद क्षेत्र में कतिपय लोगों ने जैविक व अजैविक कूड़ा अलग-अलग न करने पर कड़ी कार्रवाई की। साथ ही समस्त जनपदवासियों को सचेत किया कि यदि कूड़ा पृथक्करण कर कूड़ा पर्यावरण मित्र को नहीं दिया जाता है तो नियमानुसार अर्थदंड व वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।Body:जिलाधिकारी ने कूड़ेदान वाहन का निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि लोगों ने गीले व सूखे कूड़े को मिश्रित रूप में दिया जा रहा है। रिवर व्यू होटल व संतोषी माता मंदिर के निकट दो ढाबों कुंवर सिंह व सुभाष सिंह द्वारा मानकानुसार कूडेदान जैविक व अजैविक कूड़ेदान अलग न रखने पसर ढाबे व होटल को अग्रिम आदेशों के लिए बंद कर दिया। होटल में कूडे़दान के लिए छोटी सा एक ही कूडेदान रखा था व कूड़े को अलग अलग नहीं किया जा रहा है। इस सम्बंध में उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को निर्देशित किया कि यदि होटल व ढाबों मालिको द्वारा कूड़े का समुचित प्रबंधन नहीं किया जाता तो मालिको के विरुद्ध अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सब्जी के थोक विक्रेता विजय झा व गोल गप्पे की ठेली लाल सिंह द्वारा कूड़े को व्यवस्थित रूप से अलग-अलग न करने पर क्रमशः पांच व एक हजार का चालान किया गया। इसके साथ ही अधिशासी अधिकारी रुद्रप्रयाग व तिलवाड़ा के स्पष्टीकरण के साथ ही स्वच्छता निरीक्षक रुद्रप्रयाग के वेतन पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगाई है।
Conclusion:
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