रुद्रप्रयागः जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग के निकटवर्ती जंगल आग की चपेट में हैं. स्थिति यह है कि जिला मुख्यालय के पुनाड़ एवं बर्सू गांव के निकट जंगल जलकर राख हो रहे हैं. सड़क से कुछ ही दूर आग लगी होने के बावजूद भी वन विभाग का कोई भी अधिकारी-कर्मचारी आग बुझाने के प्रयास नहीं कर रहे हैं. जिला मुख्यालय में चारों ओर सिर्फ धुंआ फैला हुआ है. स्थिति इतनी विकट है कि धुएं के कारण पांच से दस मीटर की दूरी भी स्पष्ट नहीं दिखाई दे रही है.
रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के जंगल फरवरी माह में भी जलकर राख हो रहे हैं. जंगलों में लगी आग अब जिला मुख्यालय में ही बेकाबू हो गई है. वहीं आग अब आबादी वाले क्षेत्रों तक पहुंचने लगी है. जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग के पुनाड़ एवं बर्सू के जंगल पिछले दो दिनों से जलकर राख हो रहे हैं. सड़क से कुछ ही दूरी पर यह आग लगी हुई है, लेकिन वन विभाग का कोई भी कर्मचारी कही भी आग बुझाते हुए नहीं दिखाई दे रहा है.
जंगलों में लगी आग से आसमान में चारों ओर धुआं छा गई है. धुएं में आसपास के क्षेत्र भी स्पष्ट नहीं दिखाई दे रहे हैं. जंगलों में लगी आग के कारण प्राकृतिक वन सम्पदा भी जलकर राख हो रही है. आग ने जंगलों को चारों ओर से घेर दिया है. जंगलों में बड़े-बड़े पेड़ भी आग की चपेट में हैं. जबकि कई पेड़ आग लगने के कारण टूट चुके हैं.
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वहीं मामले में जिलाधिकारी मनुज गोयल ने कहा कि आग की घटनाओं को लेकर डीएफओ से बात की गई है. उनकी ओर से बताया गया कि यह जो घटनाएं घट रही हैं, वह कंट्रोल फायर की घटनाएं हैं. जो भविष्य को देखते हुए किया जा रहा है. इससे सूखी झाड़ियों को समाप्त किया जा रहा है. वन विभाग जंगलों में सूखी झाड़ियों को जलाकर राख कर रहा है.