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केदारनाथ के लिए चार हेलीसेवाएं बंद, धाम में बर्फबारी से बढ़ी ठंड

आगामी 16 नवंबर को केदारनाथ के कपाट शीतकाल के चलते छ: महीने के लिए बंद कर दिए जाएंगे. मौसम खराब होने के कारण केदारनाथ में इन दिनों बर्फबारी का दौर जारी है, दो बार की बर्फबारी होने के बाद धाम में ठंड भी अत्यधिक बढ़ गई हैं, जिस कारण धाम पहुंच रहे यात्रियों को ठंड का भी सामना करना पड़ रहा है. वहीं, केदारनाथ के लिए चार हेली सेवाएं भी बंद कर दी गई है.

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केदारनाथ यात्रा
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Published : Nov 11, 2020, 7:31 PM IST

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. 16 नवंबर को शीतकाल के छ: महीने के लिए केदारनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे. दीपावली का समय नजदीक आने पर केदारनाथ धाम पहुंच रहे यात्रियों की संख्या में भी कमी आई है, जिस कारण केदारनाथ धाम के लिये उड़ान भरने वाली चार हेली सेवाएं ने अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं, और अन्य चार सेवाएं भी एक-दो दिन में बंद होने वाली हैं. वहीं, केदारनाथ धाम में अब ठंड का प्रकोप भी लगातार बढ़ गया है.


गौरतलब है कि आगामी 16 नवंबर को केदारनाथ के कपाट शीतकाल के छ: महीने के लिए बंद किए जाएंगे. मौसम खराब होने के कारण केदारनाथ में इन दिनों बर्फबारी का दौर जारी है, दो बार की बर्फबारी होने के बाद धाम में ठंड भी अत्यधिक बढ़ गई हैं, जिस कारण धाम पहुंच रहे यात्रियों को ठंड का भी सामना करना पड़ रहा है. दीपावली का समय नजदीक आने, ठंड बढ़ने और हेली सेवाओं के बंद होने से धाम पहुंच रहे यात्रियों की संख्या में भी कमी है. चिप्सन, ऐरो और पिनेकल हेली सेवाएं ने केदारनाथ धाम के लिये उड़ान भरना बंद कर दिया है.

केदारनाथ के कपाट बंद करने की तैयारियां भी अब शुरू हो गई हैं. 16 नवंबर को भैयादूज के पर्व पर सुबह साढ़े आठ बजे धाम के कपाट बंद होंगे, और बाबा केदार की पांच मुख वाली चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिये प्रस्थान करेगी.

ये भी पढ़ें : सड़क सुविधा से महरूम सरूणा गांव, ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

कोरोना वायरस की वजह से केदारनाथ धाम की यात्रा अंतिम चरण के दो महीने में खूब चली, दो महीने में एक लाख से अधिक यात्रियों ने बाबा केदार के दरबार में मत्था टेका. अभी तक 1 लाख 26 हजार से अधिक तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. अब बाबा केदार के कपाट बंद होने में मात्र पांच दिन का समय शेष है. अंतिम चरण में केदारनाथ यात्रा में कम ही तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं, इस बार बाबा के भक्तों को मंदिर के सभामंडल से ही दर्शन कराए गए. कोरोना वायरस की वजह से भक्तों को मंदिर के गृर्भगृह में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन बावजूद इसके यात्री खुश हैं.

हेली सेवा नोडल अधिकारी सुरेन्द्र पंवार ने बताया कि केदारनाथ के लिये उड़ान भरने वाले पांच हेली सेवा चाॅपर बंद हो गये हैं. यात्रियों की संख्या में भारी कमी आयी है, अभी तक एक लाख 26 हजार से अधिक तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन चुके हैं. आने वाले समय में भी यात्रियों की संख्या बेहद कम है.

केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर एटीएम बंद, यात्री परेशान

वहीं, दूसरी तरफ केदारनाथ धाम की यात्रा के साथ ही यहां के पर्यटक स्थलों में पहुंच रहे यात्रियों और पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. केदारनाथ यात्रा के अधिकांश पड़ावों पर एटीएम बंद पड़े हुए हैं, जिस कारण यात्रियों एवं पर्यटकों को कैश के लिये दर-बदर भटकना पड़ रहा है. अधिकांश एटीएम बंद होने के कारण यात्रियों में आक्रोश भी देखा जा रहा है.

केदारनाथ यात्रा के सबसे मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग और गौरीकुंड में एटीएम सुविधा नहीं है. जबकि फाटा, गुप्तकाशी, चन्द्रापुरी, ऊखीमठ आदि पड़ावों के एटीएम अक्सर बंद पड़ रहे हैं. ऐसे में यात्री कैश के लिये दर-बदर भटक रहे हैं. कैश के अलावा यहां अन्य सुविधाएं न होने से यात्रियों की दिक्कतें अधिक बढ़ रहे हैं. चोपता, दुगलविट्टा, देवरियाताल आदि पर्यटक स्थलों को जाने वाले पर्यटक भी एटीएम बंद होने से परेशान हैं.

दिल्ली से पहुंचे पर्यटक निति पटेल और नागेन्द्र शर्मा ने कहा कि एटीएम बंद होने के कारण कैश की भारी किल्लतों से जूझना पड़ रहा है. यह स्थिति रुद्रप्रयाग ही नहीं, बल्कि प्रदेश के अनेक हिस्सों में है, अन्य कोई विकल्प भी नहीं है कि जिससे कैश प्राप्त किया जा सके. उन्होंने कहा कि सरकार एवं प्रशासन को एटीएम में कैश की व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे यात्रियों एवं पर्यटकों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.

रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम की यात्रा अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. 16 नवंबर को शीतकाल के छ: महीने के लिए केदारनाथ धाम के कपाट बंद किए जाएंगे. दीपावली का समय नजदीक आने पर केदारनाथ धाम पहुंच रहे यात्रियों की संख्या में भी कमी आई है, जिस कारण केदारनाथ धाम के लिये उड़ान भरने वाली चार हेली सेवाएं ने अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं, और अन्य चार सेवाएं भी एक-दो दिन में बंद होने वाली हैं. वहीं, केदारनाथ धाम में अब ठंड का प्रकोप भी लगातार बढ़ गया है.


गौरतलब है कि आगामी 16 नवंबर को केदारनाथ के कपाट शीतकाल के छ: महीने के लिए बंद किए जाएंगे. मौसम खराब होने के कारण केदारनाथ में इन दिनों बर्फबारी का दौर जारी है, दो बार की बर्फबारी होने के बाद धाम में ठंड भी अत्यधिक बढ़ गई हैं, जिस कारण धाम पहुंच रहे यात्रियों को ठंड का भी सामना करना पड़ रहा है. दीपावली का समय नजदीक आने, ठंड बढ़ने और हेली सेवाओं के बंद होने से धाम पहुंच रहे यात्रियों की संख्या में भी कमी है. चिप्सन, ऐरो और पिनेकल हेली सेवाएं ने केदारनाथ धाम के लिये उड़ान भरना बंद कर दिया है.

केदारनाथ के कपाट बंद करने की तैयारियां भी अब शुरू हो गई हैं. 16 नवंबर को भैयादूज के पर्व पर सुबह साढ़े आठ बजे धाम के कपाट बंद होंगे, और बाबा केदार की पांच मुख वाली चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ के लिये प्रस्थान करेगी.

ये भी पढ़ें : सड़क सुविधा से महरूम सरूणा गांव, ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

कोरोना वायरस की वजह से केदारनाथ धाम की यात्रा अंतिम चरण के दो महीने में खूब चली, दो महीने में एक लाख से अधिक यात्रियों ने बाबा केदार के दरबार में मत्था टेका. अभी तक 1 लाख 26 हजार से अधिक तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. अब बाबा केदार के कपाट बंद होने में मात्र पांच दिन का समय शेष है. अंतिम चरण में केदारनाथ यात्रा में कम ही तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं, इस बार बाबा के भक्तों को मंदिर के सभामंडल से ही दर्शन कराए गए. कोरोना वायरस की वजह से भक्तों को मंदिर के गृर्भगृह में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन बावजूद इसके यात्री खुश हैं.

हेली सेवा नोडल अधिकारी सुरेन्द्र पंवार ने बताया कि केदारनाथ के लिये उड़ान भरने वाले पांच हेली सेवा चाॅपर बंद हो गये हैं. यात्रियों की संख्या में भारी कमी आयी है, अभी तक एक लाख 26 हजार से अधिक तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन चुके हैं. आने वाले समय में भी यात्रियों की संख्या बेहद कम है.

केदारनाथ यात्रा पड़ावों पर एटीएम बंद, यात्री परेशान

वहीं, दूसरी तरफ केदारनाथ धाम की यात्रा के साथ ही यहां के पर्यटक स्थलों में पहुंच रहे यात्रियों और पर्यटकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. केदारनाथ यात्रा के अधिकांश पड़ावों पर एटीएम बंद पड़े हुए हैं, जिस कारण यात्रियों एवं पर्यटकों को कैश के लिये दर-बदर भटकना पड़ रहा है. अधिकांश एटीएम बंद होने के कारण यात्रियों में आक्रोश भी देखा जा रहा है.

केदारनाथ यात्रा के सबसे मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग और गौरीकुंड में एटीएम सुविधा नहीं है. जबकि फाटा, गुप्तकाशी, चन्द्रापुरी, ऊखीमठ आदि पड़ावों के एटीएम अक्सर बंद पड़ रहे हैं. ऐसे में यात्री कैश के लिये दर-बदर भटक रहे हैं. कैश के अलावा यहां अन्य सुविधाएं न होने से यात्रियों की दिक्कतें अधिक बढ़ रहे हैं. चोपता, दुगलविट्टा, देवरियाताल आदि पर्यटक स्थलों को जाने वाले पर्यटक भी एटीएम बंद होने से परेशान हैं.

दिल्ली से पहुंचे पर्यटक निति पटेल और नागेन्द्र शर्मा ने कहा कि एटीएम बंद होने के कारण कैश की भारी किल्लतों से जूझना पड़ रहा है. यह स्थिति रुद्रप्रयाग ही नहीं, बल्कि प्रदेश के अनेक हिस्सों में है, अन्य कोई विकल्प भी नहीं है कि जिससे कैश प्राप्त किया जा सके. उन्होंने कहा कि सरकार एवं प्रशासन को एटीएम में कैश की व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे यात्रियों एवं पर्यटकों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े.

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