रुद्रप्रयाग: बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली (Baba Kedarnath Panchmukhi Chal Vigraha Utsav Doli) अपने अंतिम रात्रि प्रवास के लिए बुधवार शाम गौरीकुंड स्थित गौरी माई मंदिर (Kedarnath Doli reaches Gauri Mai temple) पहुंची. यहां से डोली आज यानी गुरुवार को अपने ग्रीष्मकालीन प्रवास के लिए केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) पहुंचेगी. इसके बाद अगले दिन 6 मई को बाबा केदारनाथ के कपाट सुबह 6:25 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे. गौरीकुंड में डोली के पहुंचने पर भक्तों ने फूलों की वर्षा कर स्वागत किया.
बुधवार रात बाबा केदार की डोली का रात्रि प्रवास गौरीकुंड में हुआ. गुरुवार सुबह तप्तकुंड में स्नान के बाद डोली धाम के लिए रवाना होगी. केदारनाथ के प्रधान पुजारी टी गंगाधर लिंग ने बताया कि भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली गौरी माई मंदिर पहुंच गई है. रात्रि विश्राम के बाद गुरुवार सुबह अभिषेक, पूजा पाठ, आरती के साथ ही भगवान शंकर और मां गौरी को भोग लगाया जाएगा. दोनों को एक साथ भोग लगाया जाता है. इसके बाद भगवान शंकर मां गौरी से विदा लेकर केदारनाथ के लिए रवाना होंगे.
गौरतलब है कि शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली ने दो मई को प्रस्थान किया था. डोली ने अपना पहला रात्रि प्रवास गुप्तकाशी में किया और तीन मई को बाबा की डोली रात्रि प्रवास के लिए फाटा पहुंची थी. बुधवार सुबह डोली ने फाटा से प्रस्थान किया और गौरीकुंड स्थित गौरी माई मंदिर पहुंची. यहां से डोली 5 मई यानी आज सुबह केदारनाथ के लिए प्रस्थान करेगी और देर शाम तक डोली धाम पहुंच जाएगी. इसके बाद 6 मई को बाबा केदार के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. डोली के साथ हजारों की संख्या में भक्त साथ चल रहे हैं.