रुद्रप्रयाग: जिलाधिकारी वंदना चौहान ने पर्यटक गांव सारी एवं देवरियाताल का स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को सारी-देवरियाताल पैदल ट्रैक को और खूबसूरत बनाने के निर्देश दिए. उन्होंने सारी गांव में आयोजित जनता दरबार में जन समस्याएं सुनते हुए कहा कि सारी-देवरियाताल पैदल ट्रैक को ग्राम संगठन के माध्यम से विकसित कर गांव की गरीब, असहाय व विधवा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जायेगा.
जिलाधिकारी ने कहा कि मनरेगा योजना से हर गांव की तकदीर व तस्वीर एक साथ सुधर सकती है, मगर हर कार्य करने के लिए जनमानस की सामूहिक सहभागिता होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में विश्व योग दिवस पर देवरिया ताल में जिला स्तरीय योग महोत्सव मनाया जायेगा. उन्होंने कहा कि मनरेगा योजना के अन्तर्गत छतों से बरसाती पानी का संरक्षण कर बागवानी व मत्स्य पालन व्यवसाय अपना कर स्वरोजगार की दिशा में सराहनीय पहल हो सकती है.
वहीं, जनता दरबार में ग्रामीणों ने पटाली-सारी पेयजल योजना पर गर्मियों में पेयजल संकट की शिकायत की. जिस पर जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि विगत वर्ष पेयजल योजना का मूल स्रोत बरसात के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था. प्रधान मनोरमा देवी ने सारी गांव में स्वास्थ्य केन्द्र खोलने की मांग की, तथा गांव की वृद्ध, विकलांग, विधवा पेंशन को बैंक के बजाय डाकघर से देने की मांग की.
जिलाधिकारी ने समाज कल्याण के माध्यम से शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय में 53 नौनिहालों के पठन-पाठन का जिम्मा एकल अध्यापक के भरोसे संचालित होने तथा विद्यालय में मध्याह्न भोजन पकाने के लिए रसोई गैस न होने की शिकायत की. जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में विधिवत पठन-पाठन शुरू होने पर दोनों समस्याओं के समाधान किया जायेगा.
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ग्रामीणों ने वनकरणी तोकों में 150 नाली भूमि पर घेरबाड करने की मांग की, जिस पर जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी दिनेश चन्द मैठाणी को मनरेगा के अन्तर्गत आकलन तैयार करने के निर्देश दिए. खंड विकास अधिकारी ने बताया कि सारी गांव में 189 जांब कार्ड है, तथा वर्तमान समय में 118 जाब कार्ड पर मनरेगा की योजनाएं प्रगति पर हैं. पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य नन्दन सिंह रावत ने विगत वर्ष ताला तोक में एक करोड़ 48 लाख रुपये की लागत से बने चैकडेमों के गुणवत्ता के अभाव में क्षतिग्रस्त होने की शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली है.