रुद्रप्रयाग: जिला कार्यालय सभागार में 'मां' ऐप की समीक्षा बैठक में डीएम मंगेश घिल्डियाल ने सड़क से पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित गांव में गर्भवती महिलाओं को हाई रिस्क श्रेणी में रखने का निर्देश दिया है. स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों और एएनएम के साथ हुई बैठक में डीएम ने सीएमओ को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छा काम करने वाली एएनएम और बाल विकास विभाग के कार्मिकों को पांच हजार रुपए की नकद राशि से सम्मानित करने का निर्देश दिया है.
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समीक्षा बैठक में डीएम ने कहा कि डिलीवरी डेट से 15 दिन पहले प्रसूताओं को स्वास्थ्य केंद्र के वार्ड में लाया जाएगा. इस दौरान गर्भवती महिलाओं के भोजन और आवासीय खर्च को स्वास्थ्य विभाग वहन करेगा ताकि 100 प्रतिशत सेफ डिलीवरी हो सके. इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर एयर एंबुलेंस द्वारा प्रसूताओं को समय पर देहरादून पहुंचाया जाएगा ताकि उसका बेहतर उपचार किया जा सके.
जिलाधिकारी ने 100 प्रतिशत संस्थागत प्रसव के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर इन चार्ज को एएनएम मीटिंग में हर माह होने वाली डिलीवरी की मॉनिटरिंग और बाल विकास विभाग के अधिकारियों को प्रसूताओं को फोन करने के निर्देश दिए हैं. इस दौरान सीएमओ डॉ एसके झा ने बताया कि यदि 108 द्वारा एम्बुलेंस खराब होने की शिकायत की जाती है तो संबंधित व्यक्ति लिखित रूप में शिकायत दें. शिकायत देने पर संबंधित 108 के उस दिन का मानदेय कटेगा और प्रतिकूल एंट्री दर्ज की जाएगी. समझौते के अनुसार 108 को हर हाल में एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करानी है.