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DM का REALITY CHECK: तीर्थयात्री बनकर पहुंचे मंगेश घिल्डियाल, मचा हड़कंप - रुद्रप्रयाग न्यूज

डीएम मंगेश घिल्डियाल ने केदारनाथ यात्रा में व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान मौके पर अव्यवस्था पाये जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबन के आदेश दिए. वहीं, डीएम की इस कार्रवाई के बाद यात्रा ड्यूटी में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों में हडकंप मचा हुआ है.

मुंह में मास्क लगाकर DM मंगेश घिल्डियाल ने यात्रा व्यवस्थाओं का लिया जायजा.
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Published : Jun 10, 2019, 10:48 PM IST

Updated : Jun 11, 2019, 12:20 PM IST

रुद्रप्रयागः इनदिनों उत्तराखंड में चारधाम यात्रा जोरों पर चल रही है. ऐसे में कई श्रद्धालु बाबा केदार के धाम पहुंच रहे हैं, लेकिन यात्रा में अव्यवस्था के चलते उन्हें काफी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है. यात्री प्रशासन से कई बार शिकायत कर चुके हैं. बार-बार मिल रही शिकायतों के बाद डीएम मंगेश घिल्डियाल एक्शन मोड में दिखाई दिए. इसी क्रम में डीएम ने तीर्थयात्री बनकर केदार यात्रा में व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने मुंह में मास्क लगाया था, जिससे अधिकारी और व्यापारी नहीं पहचान सके.

मुंह पर मास्क लगाकर पहुंचे DM मंगेश घिल्डियाल, यात्रा व्यवस्थाओं का लिया जायजा.


इस दौरान मौके पर अव्यवस्था पाये जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबन के आदेश दिए. वहीं, डीएम की इस कार्रवाई के बाद यात्रा ड्यूटी में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल, जिला प्रशासन को केदारनाथ यात्रा में अव्यवस्थाएं की लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसमें तीर्थयात्रियों के साथ मारपीट, घोड़े-खच्चरों की मनमानी, हेली सेवा कंपनियों की ब्लैक टिकटिंग, यात्रा मार्गों पर गंदगी समेत कई शिकायतें शामिल थी. इसे देखते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने मुंह में मास्क लगाकर और एक श्रद्धालु बनकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया.

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सबसे पहले डीएम ने सोनप्रयाग पार्किंग का जायजा लिया. इस दौरान होमगार्ड जवान वाहनों की अनुचित ढंग से पार्किंग कराते हुए मिले, जिसपर उन्होंने तत्काल प्रभाव से होमगार्ड को हटाने के निर्देश दिए. डीएम ने सीतापुर, सोनप्रयाग, गौरीकुंड, घोड़ा पड़ाव पर साफ-सफाई और पार्किंग, तप्तकुंड समेत शौचालयों का निरीक्षण किया. मौके पर शौचालयों में पानी की आपूर्ति नहीं मिली साथ ही गंदगी पसरा मिला. जिसपर जिलाधिकारी ने प्रबन्धक सुलभ को गौरीकुंड में तैनात सफाई सुपरवाइजर को हटाने के आदेश दिए.

ये भी पढ़ेंः रुड़की की इस ऐतिहासिक इमारत को संरक्षण की दरकार, कोई नहीं ले रहा सुध

इतना ही नहीं सुलभ इंटरनेशनल के विरुद्ध 'उत्तराखंड कूड़ा फेंकना एवं थूकना प्रतिषेध विधेयक-2016' के तहत पांच लाख का जुर्माना भी लगाया और उसे तत्काल राजकोष में जमा कराने को कहा. जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान सेक्टर अधिकारी, सहायक अभियंता सिंचाई खंड, सब सेक्टर अधिकारी और राजस्व उप निरीक्षक घोड़ा पड़ाव उपस्थित नहीं मिले, जिस पर जिलाधिकारी घिल्डियाल ने तत्काल प्रभाव से सेक्टर अधिकारी और सब सेक्टर को अधिकारी गौरीकुंड की जिम्मेदारी से हटाते हुये केदारनाथ में कनिष्ठ सहायक सेक्टर अधिकारी के रूप में तैनाती देने के निर्देश दिए. डीएम को शटल सेवा में एक ही होमगार्ड तैनात मिला, जिसे देखते हुए उन्होंने चौकी प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा है.

रुद्रप्रयागः इनदिनों उत्तराखंड में चारधाम यात्रा जोरों पर चल रही है. ऐसे में कई श्रद्धालु बाबा केदार के धाम पहुंच रहे हैं, लेकिन यात्रा में अव्यवस्था के चलते उन्हें काफी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है. यात्री प्रशासन से कई बार शिकायत कर चुके हैं. बार-बार मिल रही शिकायतों के बाद डीएम मंगेश घिल्डियाल एक्शन मोड में दिखाई दिए. इसी क्रम में डीएम ने तीर्थयात्री बनकर केदार यात्रा में व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने मुंह में मास्क लगाया था, जिससे अधिकारी और व्यापारी नहीं पहचान सके.

मुंह पर मास्क लगाकर पहुंचे DM मंगेश घिल्डियाल, यात्रा व्यवस्थाओं का लिया जायजा.


इस दौरान मौके पर अव्यवस्था पाये जाने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबन के आदेश दिए. वहीं, डीएम की इस कार्रवाई के बाद यात्रा ड्यूटी में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल, जिला प्रशासन को केदारनाथ यात्रा में अव्यवस्थाएं की लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसमें तीर्थयात्रियों के साथ मारपीट, घोड़े-खच्चरों की मनमानी, हेली सेवा कंपनियों की ब्लैक टिकटिंग, यात्रा मार्गों पर गंदगी समेत कई शिकायतें शामिल थी. इसे देखते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने मुंह में मास्क लगाकर और एक श्रद्धालु बनकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया.

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सबसे पहले डीएम ने सोनप्रयाग पार्किंग का जायजा लिया. इस दौरान होमगार्ड जवान वाहनों की अनुचित ढंग से पार्किंग कराते हुए मिले, जिसपर उन्होंने तत्काल प्रभाव से होमगार्ड को हटाने के निर्देश दिए. डीएम ने सीतापुर, सोनप्रयाग, गौरीकुंड, घोड़ा पड़ाव पर साफ-सफाई और पार्किंग, तप्तकुंड समेत शौचालयों का निरीक्षण किया. मौके पर शौचालयों में पानी की आपूर्ति नहीं मिली साथ ही गंदगी पसरा मिला. जिसपर जिलाधिकारी ने प्रबन्धक सुलभ को गौरीकुंड में तैनात सफाई सुपरवाइजर को हटाने के आदेश दिए.

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इतना ही नहीं सुलभ इंटरनेशनल के विरुद्ध 'उत्तराखंड कूड़ा फेंकना एवं थूकना प्रतिषेध विधेयक-2016' के तहत पांच लाख का जुर्माना भी लगाया और उसे तत्काल राजकोष में जमा कराने को कहा. जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान सेक्टर अधिकारी, सहायक अभियंता सिंचाई खंड, सब सेक्टर अधिकारी और राजस्व उप निरीक्षक घोड़ा पड़ाव उपस्थित नहीं मिले, जिस पर जिलाधिकारी घिल्डियाल ने तत्काल प्रभाव से सेक्टर अधिकारी और सब सेक्टर को अधिकारी गौरीकुंड की जिम्मेदारी से हटाते हुये केदारनाथ में कनिष्ठ सहायक सेक्टर अधिकारी के रूप में तैनाती देने के निर्देश दिए. डीएम को शटल सेवा में एक ही होमगार्ड तैनात मिला, जिसे देखते हुए उन्होंने चौकी प्रभारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा है.

मुंह में मास्क लगाकर यात्रा व्यवस्थाओं का डीएम ने लिया जायजा
गौरीकुण्ड में अव्यवस्था होने पर जताई नाराजगी, चैकी प्रभारी को हटाने के दिये निर्देश
यात्रा मार्ग पर फैली गंदगी को देखते हुए जल संस्थान के सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता के निलंबन के दिये आदेश
सुलभ इंटरनेशनल के सुपरवाइजर को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश, पांच लाख का अर्थदण्ड भरने को कहा
उत्तराखण्ड डेस्क
स्लग - डीएम मंगेश घिल्डियाल
रिपोर्ट - रोहित डिमरी/10 जून 2019/रुद्रप्रयाग/एवी
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल एक्शन मोड़ में आ गये हैं। उन्होंने तीर्थयात्री बनकर केदार यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया और यात्रा के दौरान अव्यवस्था फैलाने वाले अधिकारियों के लिए सख्त कार्यवाही करते हुए निलंबन के आदेश दिये। डीएम घिल्डियाल की कार्यवाही के बाद यात्रा ड्यूटी में तैनात अधिकारी एवं कर्मचारियों में हडकंप मच गया है।
दरअसल, केदारनाथ यात्रा में अव्यवस्थाएं हावी होने से देश-विदेश में गलत संदेश जा रहा है। आये दिन तीर्थयात्रियों के साथ मारपीट, घोड़े-खच्चरों की मनमानी, हेली सेवा कंपनियों की ब्लेक टिकटिंग, यात्रा मार्ग में गंदगी की शिकायतें मिल रही थी। ऐसे में जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने श्रद्धालु बनकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मुंह में मास्क लगाकर एक श्रद्धालु की तरह यात्रा की। यात्रा के दौरान डीएम ने सोनप्रयाग पार्किंग का एक यात्री के रूप में गुप्त रूप से निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान सोनप्रयाग वाहन पार्किंग में देखा गया कि होमगार्ड के जवान द्वारा यात्री वाहनों की अनुचित ढंग से पार्किंग कराई जा रही है। तीर्थयात्री भी होमगार्ड के कार्य से खुश नहीं थे। ऐसे में जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से होमगार्ड जवान को हटाने के निर्देश दिये और उसके स्थान पर किसी कार्यकुशल पुलिस एवं होमगार्ड के जवान की तैनाती करने को कहा, जिससे पुलिस व्यवस्था सुचारू की जा सके और देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों में पुलिस प्रशासन की अच्छी छवि बनी रहे। डीएम ने रात और दिन सीतापुर, सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड एवं गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव पर एक यात्री के रूप में निरीक्षण किया। सीतापुर, सोनप्रयाग, गौरीकुण्ड में साफ-सफाई व्यवस्था एवं सोनप्रयाग पार्किंग, तप्तकुण्ड एवं गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव के शौचालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने देखा कि गौरीकुण्ड में दो शौचालयों में पानी की आपूर्ति न होने के कारण अत्यन्त गंदगी फैली हुई है, जिस कारण देश-विदेश से आये यात्रियों में यात्रा का प्रतिकूल संदेश जा रहा है। जिलाधिकारी ने प्रबन्धक सुलभ को गौरीकुण्ड में तैनात सफाई सुपरवाइजर को तत्काल प्रभाव से हटाने के साथ ही सुपरवाइजर के स्थान पर कार्यकुशल सुपरवाइजर की तैनाती करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही सुलभ इण्टरनेशनल के विरूद्ध ‘‘उत्तराखण्ड कूड़ा फंेकना एवं थूकना प्रतिषेध विधेयक-2016’’ के तहत पांच लाख का अर्थदण्ड अधिरोपित किया है एवं निर्देशित किया कि उक्त अर्थदण्ड तत्काल राजकोष में जमा करना सुनिश्चित किया जाय, अन्यथा इसे भू-राजस्व की भांति वसूल किया जायेगा। जिलाधिकारी ने रात्रि प्रवास गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव में किया। गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव में रात्रि एक बजे से केदारनाथ के लिए घोड़े-खच्चरों का संचालन शुरू हो जाता है। घोड़े-खच्चरों की व्यवस्था देखने पर स्पष्ट हुआ कि जवानों के अभाव में घोड़ा पड़ाव पर अत्यन्त अव्यवस्था फैली हुई है। घोड़े खच्चर स्वामियों द्वारा घोड़े-खच्चरों को रास्ते पर ही खड़ा किया जाना पाया गया, जिससे यात्रियों को अत्यन्त परेशानियां होनी पायी गई। यहां पर शुरूआत में सेक्टर अधिकारी गौरीकुण्ड सुशील नौटियाल द्वारा व्यवस्था बनाने का प्रयास किया गया था, मगर उन्हें पुलिस विभाग से कोई समन्वय नहीं मिला। जिस कारण घोड़ा पड़ाव पर अव्यवस्था आज भी विद्यमान है। इस बीच घोड़ा पड़ाव पर पुलिस व होमगार्ड का कोई भी जवान तैनात नहीं पाया गया। निरीक्षण के दौरान सुबह के समय जवान उपस्थित पाये गये, जिन्हें स्वयं भी यह पता नहीं था कि उन्हें क्या कार्यवाही करनी है। प्रातः नौ बजे के बाद मात्र एक जवान गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव पर उपस्थित मिला। जिलाधिकारी के निरीक्षण के दौरान पाया कि सेक्टर अधिकारी गौरीकुण्ड एवं सहायक अभियन्ता सिंचाई खण्ड संजय सिंह रावत और सब सेक्टर अधिकारी गौरीकुण्ड व राजस्व उप निरीक्षक जगदीश बहुगुणा प्रातः नौ बजे तक भी घोड़ा पड़ाव पर व्यवस्थायें देखने के लिए उपस्थित नहीं हुए थे। इस पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने तत्काल प्रभाव से सेक्टर अधिकारी व सब सेक्टर अधिकारी गौरीकुण्ड को जिम्मेदारी से अवमुक्त करते हुए अग्रिम आदेशांे तक केदारनाथ में कनिष्ठ सहायक सेक्टर अधिकारी के रूप में तैनाती देने के निर्देश दिये। इसके बाद जिलाधिकारी शटल सेवा का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने रोष जताया कि गौरीकुण्ड शटल सेवा में एक ही होमगार्ड का जवान तैनात होने से गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग के बीच वाहनों का काफी लम्बा जाम लग रहा है और शटल सेवा की गाड़ियां गौरीकुण्ड से सोनप्रयाग समय से नहीं पहुंच रही हैं। इसके विपरीत सोनप्रयाग में 6 से 7 जवान शटल सेवा की ड्यूटी पर तैनात मिले। यहां पर यात्रियों की लम्बी कतार शटल सेवा के वाहनों का इंतजार करती हुई पायी गई, मगर वाहनों के समय पर न आने से यात्रियों की लम्बी लाइन बढ़ती जा रही थी और पुलिस की इस लचर व्यवस्था को देखते हुए यात्री काफी आक्रोशित में थे। रात के समय चैकी प्रभारी गौरीकुण्ड, गौरीकुण्ड बाजार, घोड़ा पड़ाव एवं शटल सेवा केन्द्र पर भी दिखाई नहीं दिये, जो चैकी प्रभारी की घोर लापरवाही एवं शिथिलता का परिचारक है और यह अत्यन्त गम्भीर विषय है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से चैकी प्रभारी गौरीकुण्ड को हटाते हुए अनुशासनात्मक कार्यवाही को कहा और उनके स्थान पर किसी कार्यकुशल अधिकारी की तैनाती करने को कहा। जिलाधिकारी ने सीतापुर, सोनप्रयाग व गौरीकुण्ड में साफ-सफाई व्यवस्था और सोनप्रयाग पार्किंग, तप्तकुण्ड एवं गौरीकुण्ड घोड़ा पड़ाव के शौचालयों का निरीक्षण किया। गौरीकुण्ड में दो शौचालयों में पानी की आपूर्ति न होने के कारण अत्यन्त गंदगी पायी गई। यात्रा मार्ग पर फैली अव्यवस्था को देखते हुए डीएम ने उत्तराखण्ड जल संस्थान के सहायक अभियंता अमित कुमार एवं अवर अभियंता आनंद सिंह पंवार को निलंबित करने के आदेश दिये।




Last Updated : Jun 11, 2019, 12:20 PM IST
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