रुद्रप्रयाग: गढ़वाल के प्रसिद्ध सिद्धपीठों में एक भगवती मां धारी देवी की दिवारा यात्रा रात्रि प्रवास के लिए केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंची. यहां पर सैकड़ों भक्तों ने मां धारी देवी की दिवारा यात्रा का पुष्प अक्षत से भव्य स्वागत कर दर्शन किए. बुधवार को दिवारा यात्रा ऊखीमठ से रवाना होकर क्यूजघाटी के विभिन्न गांवों का भ्रमण कर श्रद्धालुओं को आशीष देकर रात्रि प्रवास के लिए दुर्गा देवी मंदिर तल्लानागपुर पहुंचेगी.
मंगलवार को सिद्धपीठ कालीमठ में विद्वान आचार्यों ने पंचांग पूजन के तहत भगवती धारी देवी और भगवती काली सहित तैंतीस कोटि देवी-देवताओं का आह्वान कर आरती उतारी. भगवती धारी देवी की दिवारा यात्रा ने मुख्य मंदिर की तीन परिक्रमा की. साथ ही रुच्छ महादेव के लिए रवाना हुई. भगवती धारी देवी की दिवारा यात्रा के कविल्ठा, कोटमा व रुच्छ महादेव पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत कर विश्व कल्याण व क्षेत्र के खुशहाली की कामना कर लाल पीले वस्त्र अर्पित किये. भगवती धारी देवी की दिवारा यात्रा के रुच्छ महादेव पहुंचने पर विद्वान आचार्यों ने विशेष पूजा-अर्चना कर आरती उतारी.
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भगवती धारी देवी की दिवारा यात्रा के बाराही देवी सेमी पहुंचने पर भी दिवारा यात्रा का भव्य स्वागत किया गया. भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचने पर प्रधान पुजारी टी गंगाधर लिंग ने डोली की आरती उतारी और डोली ने मंदिर की तीन परिक्रमा कर पूजा स्थल में विराजमान हुई. जहां पर महिलाओं ने धार्मिक भजन गाकर भगवती धारी देवी की महिमा का गुणगान किया. डोली यात्रा में मुख्य यजमान संजय शर्मा दरमोड़ा ने बताया कि भगवती धारी देवी के दिवारा यात्रा के केदारघाटी आगमन से स्थानीय जनता में भारी उत्साह बना हुआ है.