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आपदा प्रभावित 4 गांवों के 76 परिवारों का होगा विस्थापन, ₹3.24 करोड़ स्वीकृत

रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित 4 गांवों के 76 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया जाएगा. शासन स्तर से प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने के लिए 3.24 करोड़ रुपये भी स्वीकृत हो चुके हैं.

Rudraprayag
रुद्रप्रयाग
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Published : Sep 3, 2021, 4:12 PM IST

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग के अंतर्गत आपदा प्रभावित ग्राम पंचायत उषाड़ा सहित जिले के चार गांवों के 76 परिवारों को कहीं सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया जाएगा. शासन स्तर से प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने के लिए 3.24 करोड़ रुपये भी स्वीकृत हो चुके हैं. प्रशासन व राजस्व विभाग की ओर से विस्थापन करने के लिए जरूरी कार्रवाई पूरी की जा रही है.

दरअसल, 10 अगस्त 2020 विकासखंड ऊखीमठ की ग्राम पंचायत उषाड़ा के ताला व कठाणी तोक में भारी भू-धंसाव होने से कई परिवार प्रभावित हुए थे. यहां के 94 परिवारों को अन्यत्र विस्थापित करने के लिए राजस्व विभाग ने जिला प्रशासन के माध्यम से शासन को प्रस्ताव भेजा था. भूगर्भीय टीम द्वारा सर्वेक्षण के बाद पाया गया कि 72 परिवार अति संवेदनशील जोन में हैं, जिन्हें विस्थापित किया जाना जरुरी है. जबकि ताला के 22 परिवारों वाले क्षेत्र में पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए जाएं.

4 गांवों के 76 परिवारों का होगा विस्थापन

इसके अलावा जखोली ब्लॉक के सिरवाड़ी में अतिवृष्टि से 25 परिवार प्रभावित हुए थे, जिनमें एक को विस्थापन सूची में शामिल किया गया है. भूस्खलन प्रभावित पांजणा गांव के 2 व अगस्त्यमुनि ब्लॉक के धारतोंदला गांव में भी एक परिवार को विस्थापन की सूची में शामिल किया गया है. इन सभी 76 परिवारों का उन्हीं की अपनी भूमि पर अन्यत्र पुनर्वास होना है. इसके लिए शासन से जिला प्रशासन को 3.24 करोड़ रुपये की धनराशि भी प्राप्त हो चुकी है. इस राशि से प्रभावित परिवार, अपने लिए आवास निर्माण सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं जुटा सकेंगे.

इधर, जिलाधिकारी मनुज गोयल का कहना है कि भू-धंसाव से प्रभावित ग्राम पंचायत उषाड़ा के 72 परिवार सहित कुल 4 गांवों के 76 परिवारों को विस्थापन के लिए चिह्नित किया गया है. इन परिवारों के विस्थापन के लिए शासन से बजट भी प्राप्त हो चुका है. तहसील प्रशासन व राजस्व विभाग की कार्रवाई पूरी होते ही इन्हें उनकी अन्यत्र भूमि पर पुनर्वास कर दिया जाएगा. शेष परिवारों के मामले में भी कार्रवाई चल रही है.

ये भी पढ़ेंः रानीपोखरी पुल हादसा: जांच टीम पहुंची, हो रहा आइडोलॉजिकल परीक्षण

416 परिवारों का नहीं हो पाया विस्थापनः 16 व 17 जून 2013 की आपदा के बाद रुद्रप्रयाग में प्रभावित क्षेत्रों का भूगर्भीय सर्वेक्षण किया गया था. राजस्व विभाग की रिपोर्ट और विस्थापन नीति-2011 के आधार पर जिले में 23 गांवों के 472 परिवारों को विस्थापन के लिए चिह्नित किया गया, लेकिन 7 गांवों के 56 परिवारों का ही उनकी अपनी अन्यत्र भूमि पर पुनर्वास हो पाया है. शेष 416 परिवार विस्थापन की राह देख रहे हैं.

विस्थापन की सूची में शामिल गांवः विकासखंड जखोली के 3 गांवों के 192 परिवार, ऊखीमठ के 17 गांवों के 248 परिवार और रुद्रप्रयाग तहसील के 3 गांवों के 32 परिवार विस्थापन की सूची में शामिल हैं. इन परिवारों में 411 के पास अपनी अन्यत्र भूमि उपलब्ध है. शेष 61 परिवारों को 250 वर्ग मीटर के हिसाब से सरकारी भूमि पर बसाया जाना था. इन परिवारों को विस्थापन के लिए शासन से 15.52 करोड़ रुपये भी स्वीकृत किए गए थे. लेकिन जिला प्रशासन का कहना है कि राशि शासन से जिले को नहीं मिली है.

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग के अंतर्गत आपदा प्रभावित ग्राम पंचायत उषाड़ा सहित जिले के चार गांवों के 76 परिवारों को कहीं सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित किया जाएगा. शासन स्तर से प्रभावित परिवारों को विस्थापित करने के लिए 3.24 करोड़ रुपये भी स्वीकृत हो चुके हैं. प्रशासन व राजस्व विभाग की ओर से विस्थापन करने के लिए जरूरी कार्रवाई पूरी की जा रही है.

दरअसल, 10 अगस्त 2020 विकासखंड ऊखीमठ की ग्राम पंचायत उषाड़ा के ताला व कठाणी तोक में भारी भू-धंसाव होने से कई परिवार प्रभावित हुए थे. यहां के 94 परिवारों को अन्यत्र विस्थापित करने के लिए राजस्व विभाग ने जिला प्रशासन के माध्यम से शासन को प्रस्ताव भेजा था. भूगर्भीय टीम द्वारा सर्वेक्षण के बाद पाया गया कि 72 परिवार अति संवेदनशील जोन में हैं, जिन्हें विस्थापित किया जाना जरुरी है. जबकि ताला के 22 परिवारों वाले क्षेत्र में पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए जाएं.

4 गांवों के 76 परिवारों का होगा विस्थापन

इसके अलावा जखोली ब्लॉक के सिरवाड़ी में अतिवृष्टि से 25 परिवार प्रभावित हुए थे, जिनमें एक को विस्थापन सूची में शामिल किया गया है. भूस्खलन प्रभावित पांजणा गांव के 2 व अगस्त्यमुनि ब्लॉक के धारतोंदला गांव में भी एक परिवार को विस्थापन की सूची में शामिल किया गया है. इन सभी 76 परिवारों का उन्हीं की अपनी भूमि पर अन्यत्र पुनर्वास होना है. इसके लिए शासन से जिला प्रशासन को 3.24 करोड़ रुपये की धनराशि भी प्राप्त हो चुकी है. इस राशि से प्रभावित परिवार, अपने लिए आवास निर्माण सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं जुटा सकेंगे.

इधर, जिलाधिकारी मनुज गोयल का कहना है कि भू-धंसाव से प्रभावित ग्राम पंचायत उषाड़ा के 72 परिवार सहित कुल 4 गांवों के 76 परिवारों को विस्थापन के लिए चिह्नित किया गया है. इन परिवारों के विस्थापन के लिए शासन से बजट भी प्राप्त हो चुका है. तहसील प्रशासन व राजस्व विभाग की कार्रवाई पूरी होते ही इन्हें उनकी अन्यत्र भूमि पर पुनर्वास कर दिया जाएगा. शेष परिवारों के मामले में भी कार्रवाई चल रही है.

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416 परिवारों का नहीं हो पाया विस्थापनः 16 व 17 जून 2013 की आपदा के बाद रुद्रप्रयाग में प्रभावित क्षेत्रों का भूगर्भीय सर्वेक्षण किया गया था. राजस्व विभाग की रिपोर्ट और विस्थापन नीति-2011 के आधार पर जिले में 23 गांवों के 472 परिवारों को विस्थापन के लिए चिह्नित किया गया, लेकिन 7 गांवों के 56 परिवारों का ही उनकी अपनी अन्यत्र भूमि पर पुनर्वास हो पाया है. शेष 416 परिवार विस्थापन की राह देख रहे हैं.

विस्थापन की सूची में शामिल गांवः विकासखंड जखोली के 3 गांवों के 192 परिवार, ऊखीमठ के 17 गांवों के 248 परिवार और रुद्रप्रयाग तहसील के 3 गांवों के 32 परिवार विस्थापन की सूची में शामिल हैं. इन परिवारों में 411 के पास अपनी अन्यत्र भूमि उपलब्ध है. शेष 61 परिवारों को 250 वर्ग मीटर के हिसाब से सरकारी भूमि पर बसाया जाना था. इन परिवारों को विस्थापन के लिए शासन से 15.52 करोड़ रुपये भी स्वीकृत किए गए थे. लेकिन जिला प्रशासन का कहना है कि राशि शासन से जिले को नहीं मिली है.

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