रुद्रप्रयाग: जनपद की प्राचीन और विशेष सांस्कृतिक धरोहरों का युवा पीढ़ी में हस्तांतरण किया जाएगा. इन उत्पादों की विशिष्ट विशेषता एवं प्रतिष्ठा भी इसी मूल क्षेत्र की होनी चाहिए. धरोहर उत्पाद जनपद विशेष में ही पाया जाना चाहिए. जनपदवासी सूचना विभाग रुद्रप्रयाग को जानकारी उपलब्ध करा सकते हैं. इसे जनपद की पहचान का आधार बनाया जाएगा.
जिलाधिकारी वंदना चैहान ने बताया कि इसके लिये जनपद वासियों को जनपद की धार्मिक, सांस्कृतिक, वास्तुशिल्प, हथकरघा, कला और उत्पाद आदि से संबंधित वस्तु एवं उत्पाद जो रुद्रप्रयाग क्षेत्र विशेष में पाई जाती हो, विलुप्त हो गई हो या विलुप्ति की कगार पर हो, इसकी जानकारी से जिला प्रशासन को देने को कहा है. उन्होंने कहा कि प्राचीन समय में भी जनपद की अपनी कोई विशिष्ट पहचान रही होगी. इसकी पहचान के लिए विशेषकर जनपद के बुजुर्ग लोगों से अपील है कि वे जनपद की विशिष्ट वस्तु या उत्पाद की जानकारी में जिला प्रशासन की सहायता करें.
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डीएम ने जानकारी देते हुए कहा कि वस्तु एवं उत्पाद की महत्ता के बारे में भी बताए. जिलाधिकारी ने बताया कि इसके लिये डीएफओ और सीडीओ की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है. जिसका कार्य जनपद वासियों द्वारा दी जाने वाली जानकारी की स्क्रूटनी करेगा. जिस व्यक्ति द्वारा सबसे विशिष्ट जानकारी दी जाएगी और समिति द्वारा चिह्रित किया जाएगा, उसे जिला प्रशासन द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा.