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मोदी लहर के सहारे नैया पार लगाने में लगे प्रत्याशी, बिछाई जा रही राजनीतिक बिसात - Modi wave in assembly elections

इस बार भी भाजपा का चुनाव पिछले चुनाव की तरह मोदी मैजिक के भरोसे चल रहा है. प्रत्याशी केन्द्र सरकार की योजनाओं का जमकर बखान कर रहे हैं, जिससे मोदी लहर का उनको फायदा मिल सके.

PM Narendra Modi
पीएम नरेंद्र मोदी
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Published : Feb 2, 2022, 4:27 PM IST

Updated : Feb 2, 2022, 6:29 PM IST

रुद्रप्रयाग: प्रदेश में चुनावी शंखनाद हो चुका है, प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में रुद्रप्रयाग की दोनों सीटों पर उम्मीदवार मोदी मैजिक के भरोसे चुनाव जीतने का पूरा दावा कर रहे हैं. पांच सालों तक क्षेत्र से गायब रहने वाले नेताओं की उम्मीद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे जनता पर टिकी है.

वोटरों की लुभाने में लगे कार्यकर्ता: बता दें कि इस बार भी भाजपा का चुनाव पिछले चुनाव की तरह मोदी मैजिक के भरोसे चल रहा है. पिछली बार चुनाव में मोदी लहर ने बीजेपी की नैया ही पार नहीं लगाई, बल्कि भाजपा को अचंभित करने वाले परिणाम भी दिए. इस बार भी भाजपा नेता वोटरों को लुभाने के लिए मोदी लहर की बात करते दिखाई दे रहे हैं. वैसे इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि प्रधानमंत्री मोदी की छवि आम जनता के बीच लगातार बढ़ती रही है.

मोदी लहर के सहारे नैया पार लगाने में लगे प्रत्याशी.

पढ़ें-प्रियंका गांधी पर CM धामी की चुटकी, बोले 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं', लेकिन खुद तो चुनाव नहीं लड़ रहीं'

अब इसका फायदा भाजपा प्रत्याशी भी उठाने में लगे हैं, जनता को प्रदेश सरकार के काम-काज याद हों या ना हो, लेकिन मोदी के ऑल वेदर और रेल परियोजना की सौगात याद है. ऐसे में विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी केवल मोदी के सहारे ही अपनी नैया पार फिर से करना चाहते हैं, मगर इस बीच कई बडे़ सवाल भी खडे़ हो रहे हैं.

बिछाई जा रही बिसात: आगामी 14 फरवरी को राज्य में विधानसभा का मतदान होना है और अब कम ही समय शेष बचा है. ऐसे में अगर भाजपा की बात करें तो अपने चुनाव प्रचार में भाजपा के पास अपने उम्मीदवारों की काबिलियत कम और मोदी मैजिक का बड़ा भरोसा है. जहां देखें मोदी के नाम पर वोट बैंक मजबूत किया जा रहा है. इससे बड़ी बात यह कि केन्द्र सरकार की बड़ी-बड़ी परियोजना का हवाला देकर राज्य में विधानसभा चुनावों को जीतने की बिसात बिछाई जा रही है. अब सवाल यह खडे़ होते हैं कि मोदी के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने वाले नेताओं ने इन पांच सालों तक क्या किया. जो आज उन्हें मोदी के सहारे की जरूरत पड़ रही है. वे अपने को प्रत्याशी ना बताते हुए मोदी को वोट देने की बात जनता से कर रहे हैं.

पढ़ें-गंगा किनारे ऑर्गेनिक खेती का उत्तराखंड को ना के बराबर मिलेगा लाभ, जानें क्या है कारण

शैलारानी रावत ने क्या कहा: वैसे देखा जाय तो विधानसभा चुनाव में विकास और उम्मीदवार की काबिलियत पर चुनाव लड़ना पहला मकसद होना चाहिए. केन्द्र की राजनीति के बदौलत विधानसभा चुनावों में मतदाताओं को रिझाना और मोदी के नाम पर वोट बैंक मजबूत करना, कहीं न कहीं प्रत्याशी की काबिलियत पर सवाल खड़े करता है. केदारनाथ से भाजपा प्रत्याशी शैलारानी रावत ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहाड़ी क्षेत्रों के लिए सौगात दी है. चारधामों को ऑलवेदर सड़क की सौगात मिली है तो ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन से रोजगार का मार्ग प्रशस्त होगा.

रुद्रप्रयाग: प्रदेश में चुनावी शंखनाद हो चुका है, प्रत्याशी डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में रुद्रप्रयाग की दोनों सीटों पर उम्मीदवार मोदी मैजिक के भरोसे चुनाव जीतने का पूरा दावा कर रहे हैं. पांच सालों तक क्षेत्र से गायब रहने वाले नेताओं की उम्मीद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे जनता पर टिकी है.

वोटरों की लुभाने में लगे कार्यकर्ता: बता दें कि इस बार भी भाजपा का चुनाव पिछले चुनाव की तरह मोदी मैजिक के भरोसे चल रहा है. पिछली बार चुनाव में मोदी लहर ने बीजेपी की नैया ही पार नहीं लगाई, बल्कि भाजपा को अचंभित करने वाले परिणाम भी दिए. इस बार भी भाजपा नेता वोटरों को लुभाने के लिए मोदी लहर की बात करते दिखाई दे रहे हैं. वैसे इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि प्रधानमंत्री मोदी की छवि आम जनता के बीच लगातार बढ़ती रही है.

मोदी लहर के सहारे नैया पार लगाने में लगे प्रत्याशी.

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अब इसका फायदा भाजपा प्रत्याशी भी उठाने में लगे हैं, जनता को प्रदेश सरकार के काम-काज याद हों या ना हो, लेकिन मोदी के ऑल वेदर और रेल परियोजना की सौगात याद है. ऐसे में विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी केवल मोदी के सहारे ही अपनी नैया पार फिर से करना चाहते हैं, मगर इस बीच कई बडे़ सवाल भी खडे़ हो रहे हैं.

बिछाई जा रही बिसात: आगामी 14 फरवरी को राज्य में विधानसभा का मतदान होना है और अब कम ही समय शेष बचा है. ऐसे में अगर भाजपा की बात करें तो अपने चुनाव प्रचार में भाजपा के पास अपने उम्मीदवारों की काबिलियत कम और मोदी मैजिक का बड़ा भरोसा है. जहां देखें मोदी के नाम पर वोट बैंक मजबूत किया जा रहा है. इससे बड़ी बात यह कि केन्द्र सरकार की बड़ी-बड़ी परियोजना का हवाला देकर राज्य में विधानसभा चुनावों को जीतने की बिसात बिछाई जा रही है. अब सवाल यह खडे़ होते हैं कि मोदी के नाम पर वोट बैंक की राजनीति करने वाले नेताओं ने इन पांच सालों तक क्या किया. जो आज उन्हें मोदी के सहारे की जरूरत पड़ रही है. वे अपने को प्रत्याशी ना बताते हुए मोदी को वोट देने की बात जनता से कर रहे हैं.

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शैलारानी रावत ने क्या कहा: वैसे देखा जाय तो विधानसभा चुनाव में विकास और उम्मीदवार की काबिलियत पर चुनाव लड़ना पहला मकसद होना चाहिए. केन्द्र की राजनीति के बदौलत विधानसभा चुनावों में मतदाताओं को रिझाना और मोदी के नाम पर वोट बैंक मजबूत करना, कहीं न कहीं प्रत्याशी की काबिलियत पर सवाल खड़े करता है. केदारनाथ से भाजपा प्रत्याशी शैलारानी रावत ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहाड़ी क्षेत्रों के लिए सौगात दी है. चारधामों को ऑलवेदर सड़क की सौगात मिली है तो ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन से रोजगार का मार्ग प्रशस्त होगा.

Last Updated : Feb 2, 2022, 6:29 PM IST
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