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रुद्रप्रयाग जिला पंचायत उपचुनाव संपन्न, भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह बनीं दोबारा अध्यक्ष

रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष के लिए हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह दोबारा अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं. उन्हें कुल 11 मत मिले, जबकि विपक्षी प्रत्याशी को 6 मत मिले. एक सदस्य ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया. निर्वाचित होने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों ने विजयी जुलूस निकाला और एक दूसरे को बधाई दी.

भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह बनीं दोबारा अध्यक्ष
भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह बनीं दोबारा अध्यक्ष
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Published : Oct 28, 2022, 6:00 PM IST

Updated : Oct 28, 2022, 7:12 PM IST

रुद्रप्रयाग: जिले की राजनीति में कुछ ऐसा हुआ, जिसे शायद ही कभी रुद्रप्रयाग की जनता भूल पाएगी. जिस जिला पंचायत अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर 14 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था, उसी व्यक्ति को कुछ सदस्यों ने तीन माह का बाद पुनः जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी थमा दी. यह देखकर अब हर कोई हैरान है.

बता दें कि 4 जून को 14 जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए डीएम मयूर दीक्षित के पास अविश्वास पत्र लेकर पहुंचे थे. इतना ही नहीं जिला पंचायत सदस्य अविश्वास पत्र सौंपने के बाद भी एक माह तक अलग-अलग स्थानों में रहकर अध्यक्ष के खिलाफ रणनीति बना रहे थे. 2 जुलाई को जिला पंचायत सभागार में अपर जिला जज कंवर अमनिंदर सिंह की मौजूदगी में हुए गोपनीय मतदान में 14 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. जबकि अविश्वास के विरोध में एक भी मत नहीं पड़ा और अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया गया.

भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह बनीं दोबारा अध्यक्ष

यह देखकर लोगों के मन में सवाल था कि क्या सच में जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचार किया है. जिस कारण ये सदस्य इतना गुस्सा जता रहे हैं, लेकिन लोगों ने सदस्यों की बातों को तब सच मान लिया, जब इन सदस्यों ने तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के खिलाफ मतदान किया और जिला पंचायत अध्यक्ष को लोगों ने गलत-गलत बातें भी सोशल मीडिया में कमेंट्स के जरिये कही.

इसके बाद कार्यकारी उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी को शासन ने जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यभार सौंपा, लेकिन ढाई महीने के बाद अचानक से उप चुनाव की तिथि आने के बाद फिर से लोग हैरान रह गए. नामांकन के दिन हैरान करने वाली बात यह थी कि भाजपा ने उस पूर्व अध्यक्ष को टिकट दिया, जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे.
ये भी पढ़ें: अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने दिया इस्तीफा, जानें वजह

सबसे आश्चर्य की बात थी कि जिस व्यक्ति के नेतृत्व में जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ अविश्वास लाया गया था. वही भाजपा प्रत्याशी का अनुमोदक बन गया. शुक्रवार को हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति देवी को मात्र 6 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह को 11 वोट मिले. वहीं, एक जिला पंचायत सदस्य ने मतदान में भाग नहीं लिया और पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा प्रत्याशी विजय हासिल करने में सफल रहा.

शुक्रवार को विकास भवन सभागार में कड़ी सुरक्षा के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए उप निर्वाचन किया गया. जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित की देखरेख में मतदान प्रक्रिया शुरू हुई. 18 सदस्यों वाली जिला पंचायत के लिए दो बजे तक 17 सदस्यों ने मतदान किया. जबकि एक सदस्य ने मतदान में भाग नहीं लिया. चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी मयूर दीक्षित की मौजूदगी में मतगणना का कार्य किया गया. साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने परिणाम की घोषणा की.

जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह को 11 मत मिले. जबकि, विपक्षी प्रत्याशी ज्योति देवी को कुल 6 मत मिले. जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने नगर में विजयी जुलूस निकाला. जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने सभी 11 सदस्यों का आभार जताया. वहीं, चुनाव संयोजक एवं रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा की जीत पहले ही पक्की थी. पहले भी भाजपा के पास ही जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी थी.

भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह के पक्ष में जिला पंचायत सदस्य भारत भूषण भट्ट, सुमंत तिवाड़ी, सुमन नेगी, शीला रावत, सविता भंडारी, कुसुम देवी, रीना देवी, भूपेन्द्र लाल, सुनिता बत्र्वाल ने मतदान किया. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति देवी के पक्ष में नरेन्द्र बिष्ट, कुलदीप कंडारी, रेखा बुटोला चैहान, गणेश तिवाड़ी और विनोद ने मतदान किया. वहीं, जिला पंचायत सदस्य मंजू देवी ने मतदान नहीं किया.

रुद्रप्रयाग: जिले की राजनीति में कुछ ऐसा हुआ, जिसे शायद ही कभी रुद्रप्रयाग की जनता भूल पाएगी. जिस जिला पंचायत अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर 14 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था, उसी व्यक्ति को कुछ सदस्यों ने तीन माह का बाद पुनः जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी थमा दी. यह देखकर अब हर कोई हैरान है.

बता दें कि 4 जून को 14 जिला पंचायत सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए डीएम मयूर दीक्षित के पास अविश्वास पत्र लेकर पहुंचे थे. इतना ही नहीं जिला पंचायत सदस्य अविश्वास पत्र सौंपने के बाद भी एक माह तक अलग-अलग स्थानों में रहकर अध्यक्ष के खिलाफ रणनीति बना रहे थे. 2 जुलाई को जिला पंचायत सभागार में अपर जिला जज कंवर अमनिंदर सिंह की मौजूदगी में हुए गोपनीय मतदान में 14 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. जबकि अविश्वास के विरोध में एक भी मत नहीं पड़ा और अविश्वास प्रस्ताव पारित कर दिया गया.

भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह बनीं दोबारा अध्यक्ष

यह देखकर लोगों के मन में सवाल था कि क्या सच में जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचार किया है. जिस कारण ये सदस्य इतना गुस्सा जता रहे हैं, लेकिन लोगों ने सदस्यों की बातों को तब सच मान लिया, जब इन सदस्यों ने तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के खिलाफ मतदान किया और जिला पंचायत अध्यक्ष को लोगों ने गलत-गलत बातें भी सोशल मीडिया में कमेंट्स के जरिये कही.

इसके बाद कार्यकारी उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी को शासन ने जिला पंचायत अध्यक्ष का कार्यभार सौंपा, लेकिन ढाई महीने के बाद अचानक से उप चुनाव की तिथि आने के बाद फिर से लोग हैरान रह गए. नामांकन के दिन हैरान करने वाली बात यह थी कि भाजपा ने उस पूर्व अध्यक्ष को टिकट दिया, जिस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे.
ये भी पढ़ें: अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने दिया इस्तीफा, जानें वजह

सबसे आश्चर्य की बात थी कि जिस व्यक्ति के नेतृत्व में जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ अविश्वास लाया गया था. वही भाजपा प्रत्याशी का अनुमोदक बन गया. शुक्रवार को हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति देवी को मात्र 6 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह को 11 वोट मिले. वहीं, एक जिला पंचायत सदस्य ने मतदान में भाग नहीं लिया और पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा प्रत्याशी विजय हासिल करने में सफल रहा.

शुक्रवार को विकास भवन सभागार में कड़ी सुरक्षा के बीच जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए उप निर्वाचन किया गया. जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला मजिस्ट्रेट मयूर दीक्षित की देखरेख में मतदान प्रक्रिया शुरू हुई. 18 सदस्यों वाली जिला पंचायत के लिए दो बजे तक 17 सदस्यों ने मतदान किया. जबकि एक सदस्य ने मतदान में भाग नहीं लिया. चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी मयूर दीक्षित की मौजूदगी में मतगणना का कार्य किया गया. साथ ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने परिणाम की घोषणा की.

जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह को 11 मत मिले. जबकि, विपक्षी प्रत्याशी ज्योति देवी को कुल 6 मत मिले. जीत के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने नगर में विजयी जुलूस निकाला. जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने सभी 11 सदस्यों का आभार जताया. वहीं, चुनाव संयोजक एवं रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि भाजपा की जीत पहले ही पक्की थी. पहले भी भाजपा के पास ही जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी थी.

भाजपा प्रत्याशी अमरदेई शाह के पक्ष में जिला पंचायत सदस्य भारत भूषण भट्ट, सुमंत तिवाड़ी, सुमन नेगी, शीला रावत, सविता भंडारी, कुसुम देवी, रीना देवी, भूपेन्द्र लाल, सुनिता बत्र्वाल ने मतदान किया. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी ज्योति देवी के पक्ष में नरेन्द्र बिष्ट, कुलदीप कंडारी, रेखा बुटोला चैहान, गणेश तिवाड़ी और विनोद ने मतदान किया. वहीं, जिला पंचायत सदस्य मंजू देवी ने मतदान नहीं किया.

Last Updated : Oct 28, 2022, 7:12 PM IST
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