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92 साल बाद शुरू हुई मां क्वांरिका की बन्याथ यात्रा, छह माह चलेगी यात्रा - बनियाथ यात्रा

प्रथम चरण में अभी देवी अपने स्थानीय गांवों का भ्रमण कर रही हैं. छह माह की यात्रा समाप्त होने के बाद मणिगुह भटवाड़ी में विशाल यज्ञ का आयोजन किया जायेगा. हर दिन मां की दिवारा यात्रा में ढाई सौ से तीन सौ लोग शामिल हो रहे हैं.

बनियाथ यात्रा
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Published : Dec 9, 2019, 6:03 PM IST

रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि विकासखंड के मणिगुह भटवाड़ी में 92 साल बाद मां क्वांरिका (चडिंका) की बन्याथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. छह माह तक चलने वाली इस बन्याथ यात्रा में रोज हजारों भक्त भाग ले रहे हैं. मां क्वांरिका देवी घर-घर जाकर अपने भक्तों और धियाणियों को आशीष दे रही हैं. भक्त भी मां का जगह-जगह पुष्प-अक्षतों से भव्य स्वागत कर रहे हैं.

92 साल के बाद मणिगुह, भटवाड़ी मालखी, एंटा, खाल्यिों, खमोली, बंड़ी और स्यालडोभा के ग्रामीणों की ओर से मां क्वांरिका देवी की बन्याथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. छह माह तक चलने वाली बन्याथ यात्रा के दौरान देवी चार दिशाओं के गांवों का भ्रमण करके अपने भक्तों और धियाणियों को आशीष देंगी.

पढ़ें- रुड़की: टीचर ने छात्र से साफ करवाये जूते, भीम आर्मी ने स्कूल में किया हंगामा

प्रथम चरण में अभी देवी अपने स्थानीय गांवों का भ्रमण कर रही हैं. छह माह की यात्रा समाप्त होने के बाद मणिगुह भटवाड़ी में विशाल यज्ञ का आयोजन किया जायेगा. हर दिन मां की दिवारा यात्रा में ढाई सौ से तीन सौ लोग शामिल हो रहे हैं.

दिवारा यात्रा में नौ शिवगण ऐसे हैं, जो छह माह तक पूरी यात्रा में साथ चलेंगे. सभी शिवगण छह महीने तक संन्यासी के रूप में जीवन व्यतीत करेंगे. प्रतिदिन उपवास रखकर व्रत नियम का पालन करते हुए इस आयोजन को संपंन कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि विकासखंड के मणिगुह भटवाड़ी में 92 साल बाद मां क्वांरिका (चडिंका) की बन्याथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. छह माह तक चलने वाली इस बन्याथ यात्रा में रोज हजारों भक्त भाग ले रहे हैं. मां क्वांरिका देवी घर-घर जाकर अपने भक्तों और धियाणियों को आशीष दे रही हैं. भक्त भी मां का जगह-जगह पुष्प-अक्षतों से भव्य स्वागत कर रहे हैं.

92 साल के बाद मणिगुह, भटवाड़ी मालखी, एंटा, खाल्यिों, खमोली, बंड़ी और स्यालडोभा के ग्रामीणों की ओर से मां क्वांरिका देवी की बन्याथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. छह माह तक चलने वाली बन्याथ यात्रा के दौरान देवी चार दिशाओं के गांवों का भ्रमण करके अपने भक्तों और धियाणियों को आशीष देंगी.

पढ़ें- रुड़की: टीचर ने छात्र से साफ करवाये जूते, भीम आर्मी ने स्कूल में किया हंगामा

प्रथम चरण में अभी देवी अपने स्थानीय गांवों का भ्रमण कर रही हैं. छह माह की यात्रा समाप्त होने के बाद मणिगुह भटवाड़ी में विशाल यज्ञ का आयोजन किया जायेगा. हर दिन मां की दिवारा यात्रा में ढाई सौ से तीन सौ लोग शामिल हो रहे हैं.

दिवारा यात्रा में नौ शिवगण ऐसे हैं, जो छह माह तक पूरी यात्रा में साथ चलेंगे. सभी शिवगण छह महीने तक संन्यासी के रूप में जीवन व्यतीत करेंगे. प्रतिदिन उपवास रखकर व्रत नियम का पालन करते हुए इस आयोजन को संपंन कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

Intro:92 वर्षों बाद बन्याथ यात्रा पर निकली मां क्वांरिका
छह माह तक चार दिशाओं के अनेक गांवांे का भ्रमण करेगी देवी
रुद्रप्रयाग। विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के अंतर्गत मणिगुह भटवाड़ी में 92 वर्षों बाद मां क्वांरिका (चण्डिका) की बन्याथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। छह माह तक चलने वाली इस बन्याथ यात्रा में प्रत्येक दिन हजारों भक्त भाग ले रहे हैं। मां क्वांरिका देवी घर-घर जाकर अपने भक्तों एवं धियाणियों को आशीष दे रही है। भक्त भी मां का जगह-जगह पुष्प-अक्षत्रों से भव्य स्वागत कर रहे हैं। Body:
दरअसल, 92 वर्षों बाद मणिगुह, भटवाड़ी मालखी, एंटा, खाल्यिों, खमोली, बंड़ी, स्यालडोभा के ग्रामीणों की ओर से मां क्वांरिका देवी की बन्याथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। छह माह तक चलने वाली बन्याथ यात्रा के दौरान देवी चार दिशाओं के गांवों का भ्रमण करके अपने भक्तों एवं धियाणियों को आशीष देगी। प्रथम चरण में अभी देवी अपने स्थानीय गांवों का भ्रमण कर रही है। छह माह की यात्रा समाप्त होने के बाद मणिगुह भटवाड़ी में विशाल यज्ञ का आयोजन किया जायेगा। प्रत्येक दिन मां की दिवारा यात्रा में ढाई सौ से तीन सौ लोग शामिल हो रहे हैं।
दिवारा यात्रा में नौ शिवगण ऐसे हैं, जो छह माह तक पूरी यात्रा में साथ चलेंगे। सबसे खास बात यह है कि ये नौ लोग नंगे पैर चलेंगे और जहां भी जाएंगे स्वयं बनाकर एक समय का खाना खाएंगे। इन छह महीनों में इन नौ लोगों के परिवार की कैसी भी परिस्थिति होगी, उससे बन्याथ यात्रा समिति निपटेगी। Conclusion:
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