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अलकनंदा-मंदाकिनी के संगम पर पैर फिसलने से नदी में बही महिला

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Published : Feb 15, 2020, 8:42 PM IST

अलकनंदा-मंदाकिनी के संगम पर गंगाजल भरने गई एक महिला पैर फिसलने के कारण नदी के तेज बहाव में बह गई.

Bahi Mahila News in the river
पैर फिसलने से नदी में बही महिला

रुद्रप्रयाग: अलकनंदा-मंदाकिनी नदी के संगम स्थल पर पैर फिसलने से एक महिला नदी के तेज बहाव में बह गई है. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस, फायर सर्विस और गोताखोरों की टीम नदी में महिला की खोजबीन कर रही है. अभी तक महिला का कुछ पता नहीं चल पाया है.

जानकारी के मुताबिक, शाम करीब चार बजे गहड़खाल बच्छणस्यूं निवासी नमिता देवी (34) पत्नी अनूप सिंह नेगी अपनी पड़ोसन के साथ संगम पर गंगाजल के लिए गई थी. इसी दौरान संगम पर गंगाजल भरते समय नमिता का पैर फिसल गया और वह नदी के तेज बहाव में बह गई.

बता दें कि साल 2013 की आपदा में संगम स्थल में भयानक त्रासदी के बाद संगम में सुरक्षा के सारे इंतेजाम आपदा की भेंट चढ़ गए. लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते आज तक अलकनंदा-मंदाकिनी के संगम स्थल पर सुरक्षा के कोई भी इंतेजाम नहीं किए गए हैं.

ये भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट : मौत की सजा के मामलों में सुनवाई की गाइडलाइन तय

सामाजिक कार्यकर्ता व जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि स्थानीय लोगों के साथ-साथ देश-विदेश के तीर्थ यात्री संगम स्थल पर पूजा अर्चना के लिए आते हैं. लेकिन नगर पालिका और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण यहां पर आज तक सुरक्षा के कोई भी इंतेजाम नहीं किए गए. इस तरह की घटनाएं कई बार हो चुकी है. लेकिन जिम्मेदार विभाग सबक लेने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए नगर पालिका और जिला प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देना होगा.

रुद्रप्रयाग: अलकनंदा-मंदाकिनी नदी के संगम स्थल पर पैर फिसलने से एक महिला नदी के तेज बहाव में बह गई है. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस, फायर सर्विस और गोताखोरों की टीम नदी में महिला की खोजबीन कर रही है. अभी तक महिला का कुछ पता नहीं चल पाया है.

जानकारी के मुताबिक, शाम करीब चार बजे गहड़खाल बच्छणस्यूं निवासी नमिता देवी (34) पत्नी अनूप सिंह नेगी अपनी पड़ोसन के साथ संगम पर गंगाजल के लिए गई थी. इसी दौरान संगम पर गंगाजल भरते समय नमिता का पैर फिसल गया और वह नदी के तेज बहाव में बह गई.

बता दें कि साल 2013 की आपदा में संगम स्थल में भयानक त्रासदी के बाद संगम में सुरक्षा के सारे इंतेजाम आपदा की भेंट चढ़ गए. लेकिन स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते आज तक अलकनंदा-मंदाकिनी के संगम स्थल पर सुरक्षा के कोई भी इंतेजाम नहीं किए गए हैं.

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सामाजिक कार्यकर्ता व जन अधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने कहा कि स्थानीय लोगों के साथ-साथ देश-विदेश के तीर्थ यात्री संगम स्थल पर पूजा अर्चना के लिए आते हैं. लेकिन नगर पालिका और जिला प्रशासन की लापरवाही के कारण यहां पर आज तक सुरक्षा के कोई भी इंतेजाम नहीं किए गए. इस तरह की घटनाएं कई बार हो चुकी है. लेकिन जिम्मेदार विभाग सबक लेने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए नगर पालिका और जिला प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देना होगा.

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