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बदरीनाथ और गौरीकुंड नेशनल हाईवे को जोड़ने वाली 910 मीटर सुरंग हुई आर-पार, लोगों को यातायात में मिलेगी सहूलियत

Rudraprayag Bypass Road Construction रुद्रप्रयाग नगर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए टनल का निर्माण किया जा रहा है. जिससे लोगों को जाम के झाम से निजात मिल सके. कार्यदायी संस्था ने टनल को सफलतापूर्वक आर-पार कर लिया है. जिसको लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग लोनिवि और कार्यदायी संस्था के अधिकारी और मजदूरों ने खुशी जताई. All Weather Road Project Uttarakhand

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 31, 2023, 1:52 PM IST

Updated : Oct 31, 2023, 2:14 PM IST

बदरीनाथ और गौरीकुंड नेशनल हाईवे को जोड़ने वाली सुरंग हुई आर-पार

रुद्रप्रयाग: जिले की बाईपास योजना में निर्माणाधीन 910 मीटर सुरंग आर-पार हो गई है. इस सफलता पर राष्ट्रीय राजमार्ग लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) और कार्यदायी संस्था भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी एवं मजदूरों ने खुशी जताई. साल 2025 तक सुरंग का काम पूरा होकर इस पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो जाएगी. सुरंग निर्माण के बाद नगर क्षेत्र में लगने वाले जाम से पूरी तरह से निजात मिल जाएगी. इस सुरंग के जरिए ऋषिकेश-बदरीनाथ व रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड नेशनल हाईवे को जोड़ा जाएगा. बता दें कि, केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे ऑल वेदर रोड परियोजना (All Weather Road) के तहत दूसरे चरण में रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे को आपस में जोड़ने के लिए इस सुरंग को बनाया जा रहा है.

Badrinath Highway Tunnel
एनएच लोनिवि और कार्यदायी संस्था के अधिकारी व मजदूरों ने मनाया जश्न

जाम को देखते हुए बाईपास का निर्माण: गौर हो कि साल 2003-04 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने रुद्रप्रयाग शहर में जाम से निजात दिलाने और यहां की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए रुद्रप्रयाग बाईपास के निर्माण की स्वीकृति दी थी. पहले चरण में जहां जवाड़ी बाईपास का निर्माण किया गया, वहीं दूसरे चरण में केदारनाथ हाईवे पर लोनिवि कॉलोनी के पास से रुद्रप्रयाग चोपता-पोखरी मोटरमार्ग पर बेलणी के पास 910 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण शुरू किया गया. इसके साथ ही इसको बदरीनाथ हाईवे से जोड़ने के लिए अलकनंदा नदी पर 190 मीटर लंबा पुल का निर्माण भी शुरू किया गया.
पढ़ें- रुद्रप्रयाग में टनल और मोटर पुल निर्माण कार्य जारी, 2025 तक पूरा होने की उम्मीद

टनल बनने से लोगों को होगी सहूलियत: करीब 156 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट का काम आगामी दो सालों में पूरा कर दिया जाएगा. सुरंग आर-पार होने पर नेशनल हाईवे के साथ ही भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी-कर्मचारियों ने खुशी जताई. स्थानीय निवासी अमित प्रदाली ने बताया कि रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में जाम की समस्या लंबे समय से बनी है. इस समस्या के समाधान को लेकर पहले चरण में जवाड़ी बाईपास का निर्माण किया गया. वहीं दूसरे चरण में रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटरमार्ग से बदरीनाथ हाईवे को जोड़ने को लेकर सुरंग का निर्माण कार्य किया गया. यह कार्य 9 माह में पूरा होना था, लेकिन भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 7 माह में ही सुरंग को आर-पार कर दिया है.
पढ़ें- उत्तराखंड को विकास की सौगात, रुद्रप्रयाग में टनल निर्माण के लिए इतने करोड़ रुपए स्वीकृत

लोगों को जाम से मिलेगा छुटकारा: उन्होंने आगे कहा कि कंपनी की ओर से निर्माण कार्य को तेजी से किया जा रहा है. आगामी वर्ष में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद जाम की समस्या से पूरी तरह से निजात मिल जाएगी, जो यात्री बदरीनाथ धाम की यात्रा पर आएंगे, वो सीधे जवाड़ी बाईपास से होकर सुरंग से निकलकर बदरीनाथ धाम को निकल जाएंगे. इससे शहर में लगने वाले जाम से निजात मिल जाएगी. भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अश्विनी कुमार ने बताया कि रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ हाईवे को जोड़ने वाली सुरंग आर-पार कर दी गई है. हालांकि अभी काफी कार्य शेष है, मगर 2025 तक परियोजना पर काम पूरा कर दिया जाएगा.

टनल में इतने मजदूरों कर रहे काम: सुरंग को दिसंबर तक आर-पार करने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन भारत कंपनी ने सात माह में ही 150 मजदूरों के साथ ही मशीनों की मदद से सुरंग को आरपार कर दिया. सुरंग को बेलणी से जगतोली तक 910 मीटर आरपार कर लिया गया है.

सुरंग व पुल निर्माण का इतना रखा बजट: बीआरओ ने साल 2008-09 में जिला मुख्यालय में सुरंग निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेजा था. साल 2016 में भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की. इसके बाद तीन चरणों में बीआरओ के अधिकारियों की मौजूदगी में सुरंग निर्माण के लिए सर्वेक्षण किया गया. सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2019 में भारत सरकार ने सुरंग निर्माण की स्वीकृति प्रदान करते हुए इसे ऑलवेदर रोड परियोजना के दूसरे चरण में शामिल किया. साथ ही सुरंग और अलकनंदा नदी पर पुल निर्माण के लिए 200 करोड़ की सैद्धांतिक स्वीकृति भी दी. जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद अंतिम डीपीआर के आधार पर सुरंग व पुल निर्माण का बजट 156 करोड़ कर दिया गया.

बदरीनाथ और गौरीकुंड नेशनल हाईवे को जोड़ने वाली सुरंग हुई आर-पार

रुद्रप्रयाग: जिले की बाईपास योजना में निर्माणाधीन 910 मीटर सुरंग आर-पार हो गई है. इस सफलता पर राष्ट्रीय राजमार्ग लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) और कार्यदायी संस्था भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी एवं मजदूरों ने खुशी जताई. साल 2025 तक सुरंग का काम पूरा होकर इस पर वाहनों की आवाजाही भी शुरू हो जाएगी. सुरंग निर्माण के बाद नगर क्षेत्र में लगने वाले जाम से पूरी तरह से निजात मिल जाएगी. इस सुरंग के जरिए ऋषिकेश-बदरीनाथ व रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड नेशनल हाईवे को जोड़ा जाएगा. बता दें कि, केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे ऑल वेदर रोड परियोजना (All Weather Road) के तहत दूसरे चरण में रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे को आपस में जोड़ने के लिए इस सुरंग को बनाया जा रहा है.

Badrinath Highway Tunnel
एनएच लोनिवि और कार्यदायी संस्था के अधिकारी व मजदूरों ने मनाया जश्न

जाम को देखते हुए बाईपास का निर्माण: गौर हो कि साल 2003-04 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने रुद्रप्रयाग शहर में जाम से निजात दिलाने और यहां की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए रुद्रप्रयाग बाईपास के निर्माण की स्वीकृति दी थी. पहले चरण में जहां जवाड़ी बाईपास का निर्माण किया गया, वहीं दूसरे चरण में केदारनाथ हाईवे पर लोनिवि कॉलोनी के पास से रुद्रप्रयाग चोपता-पोखरी मोटरमार्ग पर बेलणी के पास 910 मीटर लंबी सुरंग का निर्माण शुरू किया गया. इसके साथ ही इसको बदरीनाथ हाईवे से जोड़ने के लिए अलकनंदा नदी पर 190 मीटर लंबा पुल का निर्माण भी शुरू किया गया.
पढ़ें- रुद्रप्रयाग में टनल और मोटर पुल निर्माण कार्य जारी, 2025 तक पूरा होने की उम्मीद

टनल बनने से लोगों को होगी सहूलियत: करीब 156 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस प्रोजेक्ट का काम आगामी दो सालों में पूरा कर दिया जाएगा. सुरंग आर-पार होने पर नेशनल हाईवे के साथ ही भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी-कर्मचारियों ने खुशी जताई. स्थानीय निवासी अमित प्रदाली ने बताया कि रुद्रप्रयाग नगर क्षेत्र में जाम की समस्या लंबे समय से बनी है. इस समस्या के समाधान को लेकर पहले चरण में जवाड़ी बाईपास का निर्माण किया गया. वहीं दूसरे चरण में रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटरमार्ग से बदरीनाथ हाईवे को जोड़ने को लेकर सुरंग का निर्माण कार्य किया गया. यह कार्य 9 माह में पूरा होना था, लेकिन भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 7 माह में ही सुरंग को आर-पार कर दिया है.
पढ़ें- उत्तराखंड को विकास की सौगात, रुद्रप्रयाग में टनल निर्माण के लिए इतने करोड़ रुपए स्वीकृत

लोगों को जाम से मिलेगा छुटकारा: उन्होंने आगे कहा कि कंपनी की ओर से निर्माण कार्य को तेजी से किया जा रहा है. आगामी वर्ष में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद जाम की समस्या से पूरी तरह से निजात मिल जाएगी, जो यात्री बदरीनाथ धाम की यात्रा पर आएंगे, वो सीधे जवाड़ी बाईपास से होकर सुरंग से निकलकर बदरीनाथ धाम को निकल जाएंगे. इससे शहर में लगने वाले जाम से निजात मिल जाएगी. भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर अश्विनी कुमार ने बताया कि रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ हाईवे को जोड़ने वाली सुरंग आर-पार कर दी गई है. हालांकि अभी काफी कार्य शेष है, मगर 2025 तक परियोजना पर काम पूरा कर दिया जाएगा.

टनल में इतने मजदूरों कर रहे काम: सुरंग को दिसंबर तक आर-पार करने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन भारत कंपनी ने सात माह में ही 150 मजदूरों के साथ ही मशीनों की मदद से सुरंग को आरपार कर दिया. सुरंग को बेलणी से जगतोली तक 910 मीटर आरपार कर लिया गया है.

सुरंग व पुल निर्माण का इतना रखा बजट: बीआरओ ने साल 2008-09 में जिला मुख्यालय में सुरंग निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेजा था. साल 2016 में भारत सरकार के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की. इसके बाद तीन चरणों में बीआरओ के अधिकारियों की मौजूदगी में सुरंग निर्माण के लिए सर्वेक्षण किया गया. सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2019 में भारत सरकार ने सुरंग निर्माण की स्वीकृति प्रदान करते हुए इसे ऑलवेदर रोड परियोजना के दूसरे चरण में शामिल किया. साथ ही सुरंग और अलकनंदा नदी पर पुल निर्माण के लिए 200 करोड़ की सैद्धांतिक स्वीकृति भी दी. जरूरी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद अंतिम डीपीआर के आधार पर सुरंग व पुल निर्माण का बजट 156 करोड़ कर दिया गया.

Last Updated : Oct 31, 2023, 2:14 PM IST
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