रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड की चारधाम यात्रा धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है. हालांकि बारिश के कारण यात्रा की रफ्तार जुलाई के मुकाबले अगस्त में थोड़ी धीमा हुई है. चारों धामों की बात करें तो अभीतक सबसे ज्यादा 10,628 तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं. इसके बाद 7,826 तीर्थ यात्री बदरीनाथ धाम पहुंचे हैं. गंगोत्री में 3349 और सबसे कम 431 तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम में गए हैं.
बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने एक जुलाई से प्रदेशवासियों के लिए चारधाम यात्रा शुरू कर दी है. हालांकि बाद में एक अगस्त से अन्य प्रदेश के श्रद्धालुओं को भी चारधाम यात्रा पर जाने की अनुमति दे दी गई थी, लेकिन बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाहरी प्रदेशों के श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर नहीं आ रहे हैं. वहीं, पहाड़ों पर जगह-जगह भूस्खलन हो रहा है, जिसकी वजह चारों धाम जाने वाले तीर्थयात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पढ़ें- कोरोना ने बदला जन्माष्टमी का रंग, श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं
केदारनाथ धाम की बात की जाए तो बीते शनिवार को गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी मलबा आ गया था. जिस कारण ये पैदल मार्ग दो दिनों तक बंद रहा था. हालांकि इस दौरान रास्ते में फंसे हुए लोगों को एसडीआरएफ की मदद से उनके गतंव्य तक पहुंचाया गया था.
रुद्रप्रयाग एसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने कहा कि पैदल मार्ग पर जहां-जहां भी डेंजर जोन हैं. वहां एसडीआरएफ, पुलिस और पीआरडी के जवानों की तैनाती की गई है. जिससे कोई भी समस्या होने पर शीघ्र सूचना दी जा सके.