बेरीनाग: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लंबे समय से डॉक्टर न होने से एक महिला की मौत हो गई है. मृतक महिला के परिजनों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है. इस दौरान लोगों ने तहसीलदार ललित मोहन तिवारी को ज्ञापन भेजा और मंगलवार को डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं किए जाने के विरोध में बाजार बंद कर आंदोलन की चेतावनी दी.
नगर के चौक बाजार में व्यापारी ललित बाफिला ने बताया कि मां गोविंदी बाफिला (62) रविवार सुबह पेट में दर्द होने के कारण सीएचसी बेरीनाग लेकर आया. जहां पर बहुत देर इंतजार करने के बाद स्टाफ नर्स ने फोन कर डॉक्टर को बीमारी की जानकारी दी और उसके बाद स्टाफ नर्स ने बिना जांच के दवा दे दी. बताया जा रहा है कि अपनी मांग को वे घर लेकर आया लेकिन कुछ देर बाद फिर पेट दर्द की शिकायत हुई. जिसपर देर शाम को गोविंदी के पेट में दर्द उठा. इसके बाद परिजन एक बार फिर महिला को चेक-अप के लिए अस्पताल ले गए. लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिला. कुछ देर बाद महिला की मौत हो गई.
ये भी पढ़ें: थराली: खोई लाइसेंसी रिवाल्वर झाड़ियों से बरामद, पुलिस ने ली राहत की सांस
ललित बाफिला ने डॉक्टर पर गलत दवा देने और उपचार में देरी करने का आरोप लगाया है. वहीं, इस पूरे मामले में डॉ. भावना का कहना है कि मरीज के पेट में दर्द होने पर वह सुबह-शाम सीएचसी में आए थे. जहां पर प्राथमिक उपचार करने और ईसीजी कराने के साथ उन्हें हायर सेंटर ले जाने को कहा गया था, लेकिन जब देर रात वे पीड़िता को अस्पताल लेकर आए तो वह मृत अवस्था में थी.