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पारा चढ़ते ही बेरीनाग में पानी के लिए मचा हाहाकार, टैंकर भी नहीं बुझा पा रहे प्यास - बेरीनाग समाचार

बेरीनाग में पानी की समस्या के समाधान के लिए जल संस्थान ने अतिरिक्त टैंकर तो लगाये है, लेकिन ये टैंकर भी पूरी तरह से पेयजल की पूर्ति नहीं कर पा रहे है. ऐसे में नगर क्षेत्र के सड़क से सटे लोगों को जैसे-तैसे पानी मिल रहा है.

पारा चढ़ते ही बेरीनाग में पानी के लिए मचा हाहाकार
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Published : May 27, 2019, 7:45 PM IST

बेरीनागः पारा चढ़ते ही प्रदेश में पेयजल संकट गहराने लगा है. इन दिनों बेरीनाग के कई इलाकों में लोग बूंद-बूंद के लिए मोहताज हैं. यहां पर दो दशक पहले बनी एक मात्र गोरघटिया पेयजल योजना सफेद हाथी साबित हो रही है. जिससे लोग टैंकरों के जरिए अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं, लेकिन ये टैंकर भी पूरी तरह से पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं. वहीं, ग्रामीणों ने पानी की व्यवस्था सुचारू नहीं करने पर जल संस्थान के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

बेरीनाग में पानी की किल्लत से जूझते लोग.


बता दें कि बेरीनाग में दो दशक पहले गोरघटिया पेयजल योजना की स्थापना की गई थी, लेकिन नगर में आबादी बढ़ने से पानी की काफी कमी हो गई. आलम ये है कि लोगों को हफ्ते में एक दिन ही पानी नसीब हो रहा है. आमतौर पर बेरीनाग क्षेत्र में सालभर पानी की किल्लत रहती है, लेकिन गर्मियों में ये समस्या काफी बढ़ जाती है. इनदिनों नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल का संकट बना हुआ है. इनमें चैकोड़ी, उडियारी, कांडे किरोली, देवीनगर, त्रिपुरादेवी, भट्टीगांव, राईआगर समेत तीन दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग पेयजल की कमी से जूझ रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः कैंची धाम पहुंची राज्यपाल बेबी रानी मौर्य, नीम करौली बाबा का लिया आशीर्वाद


पानी की समस्या के समाधान के लिए जल संस्थान ने अतिरिक्त टैंकर तो लगाये है, लेकिन ये टैंकर भी पूरी तरह से पेयजल की पूर्ति नहीं कर पा रहे है. ऐसे में नगर क्षेत्र के सड़क से सटे लोगों को जैसे-तैसे पानी मिल रहा है.

ये भी पढ़ेंः शर्मनाकः कलयुगी बेटे ने नशे में धुत होकर मां को बेरहमी से पीटा, वीडियो वायरल होने के बाद तलाश रही पुलिस​​​​​​​


मामले पर ब्लाक प्रमुख रेखा भंडारी का कहना है कि जल संस्थान को ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का वितरण टैंकर के जरिए करने को कहा गया है. सड़क से दूर के इलाकों में घोड़ों के जरिए पानी पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द पानी की व्यवस्था नहीं होने पर वो जल संस्थान के खिलाफ आंदोलन करेंगी. उधर, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पानी की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. गर्मी के मौसम में पानी की समस्या बढ़ जाती है. इसे देखते हुए विभाग के वाहनों और निजी गाड़ियों के माध्यम से पानी की सप्लाई की जा रही है.

बेरीनागः पारा चढ़ते ही प्रदेश में पेयजल संकट गहराने लगा है. इन दिनों बेरीनाग के कई इलाकों में लोग बूंद-बूंद के लिए मोहताज हैं. यहां पर दो दशक पहले बनी एक मात्र गोरघटिया पेयजल योजना सफेद हाथी साबित हो रही है. जिससे लोग टैंकरों के जरिए अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं, लेकिन ये टैंकर भी पूरी तरह से पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं. वहीं, ग्रामीणों ने पानी की व्यवस्था सुचारू नहीं करने पर जल संस्थान के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

बेरीनाग में पानी की किल्लत से जूझते लोग.


बता दें कि बेरीनाग में दो दशक पहले गोरघटिया पेयजल योजना की स्थापना की गई थी, लेकिन नगर में आबादी बढ़ने से पानी की काफी कमी हो गई. आलम ये है कि लोगों को हफ्ते में एक दिन ही पानी नसीब हो रहा है. आमतौर पर बेरीनाग क्षेत्र में सालभर पानी की किल्लत रहती है, लेकिन गर्मियों में ये समस्या काफी बढ़ जाती है. इनदिनों नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल का संकट बना हुआ है. इनमें चैकोड़ी, उडियारी, कांडे किरोली, देवीनगर, त्रिपुरादेवी, भट्टीगांव, राईआगर समेत तीन दर्जन से ज्यादा गांवों के लोग पेयजल की कमी से जूझ रहे हैं.

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पानी की समस्या के समाधान के लिए जल संस्थान ने अतिरिक्त टैंकर तो लगाये है, लेकिन ये टैंकर भी पूरी तरह से पेयजल की पूर्ति नहीं कर पा रहे है. ऐसे में नगर क्षेत्र के सड़क से सटे लोगों को जैसे-तैसे पानी मिल रहा है.

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मामले पर ब्लाक प्रमुख रेखा भंडारी का कहना है कि जल संस्थान को ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का वितरण टैंकर के जरिए करने को कहा गया है. सड़क से दूर के इलाकों में घोड़ों के जरिए पानी पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द पानी की व्यवस्था नहीं होने पर वो जल संस्थान के खिलाफ आंदोलन करेंगी. उधर, विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पानी की समस्या को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. गर्मी के मौसम में पानी की समस्या बढ़ जाती है. इसे देखते हुए विभाग के वाहनों और निजी गाड़ियों के माध्यम से पानी की सप्लाई की जा रही है.

Intro:बेरीनाग में पानी के लिए मचा हाहाकार Body:टांप-बेरीनाग
स्लग-बेरीनाग क्षेत्र में पानी के लिए मचा हाहाकार
सप्ताह में एक दिन पानी
प्रदीप महरा बेरीनाग 9639109500

एंकर। क्षेत्र में गर्मी बढ़ने के साथ पानी की किल्लत भी बड़ती जा रही है। नगर के दो दशक पूर्व में बनी एक मात्र गोरघटिया पेयजल योजना अब ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही है। नगर तो वर्ष भर पानी की किल्लत तो रहती है लेकिन गर्मीयों में यह परेशानी और अधिक बड़ जाती है। वर्ष भर यहां पर सप्ताह में दिन पानी मिलता है लेकिन गर्मीयों में यह सप्ताह दिन मिल पाता है। 200 से लेकर तीन सौ लीटर लेकर ही पानी नलों में आता है कही कही तो दो बाल्टी पानी मिल पाता है। पानी के लिए जल संस्थान के द्वारा अतिरिक्त टैंकर तो लगाये गये है लेकिन ये टैंकर भी पूरी पूर्ति नही कर पा रहे है। ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या बनी हुई है चैकोड़ी,उडियारी ,कांडे किरोली,देवीनगर,त्रिपुरादेवी,भट्टीगांव,राईआगर आदि क्षेत्रों पानी के लिए दिनरात लोग परेशान हो रहे है। नगर में सड़क से लगे लोगों तो पानी मिल जा रहा है। सडक दूर लोगों को टैंकर का भी पानी नसीब नही हो रहा है। ब्लाक प्रमुख रेखा भंडारी ने जल संस्थान से ग्रामीणांें ने क्षेत्रों में पानी का वितरण टैंकर और सड़क से दूर रहने वालों के घोडों से पानी का वितरण करने को कहा है। यदि शीघ्र पानी की व्यवस्था को सुचारू नही किया गया तो जल संस्थान के खिलाफ सड़कों में उतरने की बात कही है।इधर विभागीय अधिकारियों ने बताया कि पानी की समस्या को करने का प्रयास किया जा रहा है।

बाइट 1- रेखा भंडारी ब्लाक प्रमुख बेरीनाग।
बाइट 2महेश रौतेला अवर अभियंता जल संस्थान Conclusion:
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