पिथौरागढ़: शुक्रवार को टांगा के आपदा प्रभावितों ने विस्थापन की मांग को लेकर पिथौरागढ़ डीएम ऑफिस में प्रदर्शन किया. प्रभावितों का कहना है कि बीते महीने टांगा में बादल फटने से 11 लोगों की मौत हो गई थी, साथ ही घर और जमीन भी बर्बाद हो गई. मगर महीना बीत जाने के बाद भी वे राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं. प्रभावितों ने कहा राहत शिविरों में भी उन्हें खासी दिक्कतें उठानी पड़ रही है.
विस्थापन की मांग को लेकर टांगा गांव के आपदा प्रभावितों ने 110 किमी दूर डीएम कार्यालय पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने शासन-प्रशासन पर आपदा पीड़ितों की उपेक्षा का आरोप लगाया. आपदा प्रभावितों का कहना है कि 19 जुलाई की रात टांगा गांव में आपदा ने कहर बरपाया था. मगर, प्रशासन ने उन्हें राहत शिविर में लाकर ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है.
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प्रभावितों ने कहा कि एक महीने से अधिक समय से वे सरकारी विद्यालय सेरा और मंडी भवन में रह रहे हैं. अब तक उनके विस्थापन की कोई कार्रवाई नहीं हुई है. आपदा प्रभावितों ने डीएम को ज्ञापन देकर उन्हें मैदानी क्षेत्र में बसाने और प्रत्येक परिवार को एक एकड़ कृषि भूमि और मकान उपलब्ध कराने की मांग की है.