पिथौरागढ़: भारी बरसात के चलते पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में आम-जनजीवन अस्त- व्यस्त हो गया है. आपदाग्रस्त क्षेत्रों में सड़कें और पैदल मार्ग ध्वस्त हो गए हैं. वहीं, भूस्खलन से हरकोट गांव को मुनस्यारी तहसील मुख्यालय से जोड़ने वाला मोटरमार्ग बंद है. वहीं दूसरा कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं होने के चलते एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो प्रशासन की पोल खोल रही है.
पहाड़ों में सुविधाओं की कमी तो अक्सर देखने को मिलती है, लेकिन पिथौरागढ़ से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया. मुनस्यारी तहसील के हरकोट गांव निवासी गोविंद देवी के पेट में दर्द उठने पर उन्हें स्थानीय युवाओं द्वारा डोली में लादकर 5 किलोमीटर दूर मुनस्यारी अस्पताल लाया गया. मुनस्यारी- हरकोट मार्ग आपदा की भेंट चढ़ जाने से लोगों ने जान जोखिम में डालते हुए डोली को उफनते नालों और खौफनाक रास्तों से होकर पार किया. मुनस्यारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद गोविंदी देवी को इलाज के लिए पिथौरागढ़ जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है.
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वहीं, स्थानीय लोगों ने प्रशासन से गांव को जोड़ने वाले मार्ग में लकड़ी का पुल बनाने की मांग की है. गांव के पास पड़ने वाले गधेरे में प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत पुल का निर्माण किया तो जा रहा है, लेकिन इस मार्ग में पैदल पुल तक नहीं है, जिस कारण लोगों को जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ रहा है. जिसे लेकर स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस स्थान पर लकड़ी का पुल बनाने की मांग की है.