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पिथौरागढ़: विजन 2030 के लिए सतत विकास लक्ष्यों पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन

पिथौरागढ़ जिले में सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीय स्तर पर नियोजन और क्रियान्वयन को लेकर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन हो गया है. जिसमें गरीबी उन्मूलन, खाद्य सुरक्षा और सतत कृषि जैसे मुद्दों को लेकर चर्चा हुई.

पिथौरागढ़
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Published : Nov 26, 2020, 9:27 PM IST

पिथौरागढ़: लक्ष्मण सिंह महर महाविद्यालय में नियोजन विभाग ने गुरुवार को विजन 2030 के लिए सतत विकास लक्ष्यों पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन किया. दो दिवसीय इस कार्यशाला में सतत विकास योजनाओं के बारे में विभागीय अधिकारियों को जानकारी दी गई. इस दौरान मौजूद वक्ताओं ने कहा कि सरकार का लक्ष्य अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाना है, जिसके लिए प्लान तैयार किया जा चुका है.

पढ़ें- पिथौरागढ़: नेपाली पेंशनर्स के आने से बढ़ा कोरोना संक्रमण का खतरा, प्रशासन लाचार

बता दें कि, सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीय स्तर पर नियोजन और क्रियान्वयन के लिए पिथौरागढ़ महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का गुरुवार को समापन हो गया है. यूएनडीपी और ईएचआई से आए प्रतिनिधियों ने कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभागों में आमजनों की समस्याओं के निस्तारण और जिले के विकास के लिए प्लॉन बनाने की बात कही. इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के सतत विकास के लिए विजन डॉक्यूमेंट 2030 तैयार किया गया है. उसी के अनुसार सभी विभागों द्वारा क्रियान्वयन करना है. इसी उद्देश्य को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई है.

कार्यशाला में विजन वर्ष 2030 को लक्ष्य मानकर प्लानिंग कमीशन के 17 बिंदुओं पर चर्चा की गई. कार्यशाला में विशेषज्ञों ने गरीबी उन्मूलन, खाद्य सुरक्षा एवं सतत कृषि को बढ़ावा देने पर चर्चा की. सभी को स्वास्थ्य सुविधा, समावेशीय एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण उपलब्धता के साथ ही आर्थिक विकास और रोजगार देने पर भी जोर दिया गया. इसके साथ ही स्थानीय पारिस्थितिकी का संरक्षण समेत विभिन्न बिन्दुओं को लेकर भी लक्ष्य तैयार किया गया.

पिथौरागढ़: लक्ष्मण सिंह महर महाविद्यालय में नियोजन विभाग ने गुरुवार को विजन 2030 के लिए सतत विकास लक्ष्यों पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन किया. दो दिवसीय इस कार्यशाला में सतत विकास योजनाओं के बारे में विभागीय अधिकारियों को जानकारी दी गई. इस दौरान मौजूद वक्ताओं ने कहा कि सरकार का लक्ष्य अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाना है, जिसके लिए प्लान तैयार किया जा चुका है.

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बता दें कि, सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीय स्तर पर नियोजन और क्रियान्वयन के लिए पिथौरागढ़ महाविद्यालय में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का गुरुवार को समापन हो गया है. यूएनडीपी और ईएचआई से आए प्रतिनिधियों ने कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिकारियों से अपने-अपने विभागों में आमजनों की समस्याओं के निस्तारण और जिले के विकास के लिए प्लॉन बनाने की बात कही. इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के सतत विकास के लिए विजन डॉक्यूमेंट 2030 तैयार किया गया है. उसी के अनुसार सभी विभागों द्वारा क्रियान्वयन करना है. इसी उद्देश्य को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई है.

कार्यशाला में विजन वर्ष 2030 को लक्ष्य मानकर प्लानिंग कमीशन के 17 बिंदुओं पर चर्चा की गई. कार्यशाला में विशेषज्ञों ने गरीबी उन्मूलन, खाद्य सुरक्षा एवं सतत कृषि को बढ़ावा देने पर चर्चा की. सभी को स्वास्थ्य सुविधा, समावेशीय एवं गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण उपलब्धता के साथ ही आर्थिक विकास और रोजगार देने पर भी जोर दिया गया. इसके साथ ही स्थानीय पारिस्थितिकी का संरक्षण समेत विभिन्न बिन्दुओं को लेकर भी लक्ष्य तैयार किया गया.

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