पिथौरागढ़: जिले की नैनी- सैनी हवाई पट्टी सामरिक दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है. लेकिन हवाईपट्टी से शुरू हुई नियमित उड़ान सेवा यात्रियों के लिए छलावा साबित हो रही है. हैरिटेज एविएशन ने तकनीकी खराबी का हवाला देकर 18 फरवरी तक कि सभी उड़ाने रद्द कर दी है. जिस कारण देहरादून-पिथौरागढ़ और पंतनगर-पिथौरागढ़ आने-जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. नियमित हवाईसेवा लगातार प्रभावित होने से स्थानीय लोगों में खासा रोष है.
पिथौरागढ़ के नैनी-सैनी एयरपोर्ट से संचालित केंद्र सरकार की सस्ती उड़ान योजना लगातार विवादों में है. बार-बार फ्लाइट रद्द होने से उन यात्रियों की धड़कने बढ़ी हुई है जिन्होंने एडवांस बुकिंग कराई हुई है. हवाई शुरू होने के बाद से अब तक करीब 250 यात्रियों को हवाईसेवा से वंचित होना पड़ा है. आगे भी 1500 से अधिक लोग एडवांस बुकिंग कर चुके है. 9 फरवरी को पंतनगर-पिथौरागढ़ हवाई सेवा के दौरान हवाईजहाज का दरवाजा खुलने के हादसे बाद से 18 फरवरी तक कि सभी उड़ाने रद्द हो गयी है. वही बार- बार हवाईसेवा रद्द होने से स्थानीय लोगों में हेरिटेज एविएशन के खिलाफ गुस्सा देखने को मिल रहा है. लोगों का कहना है कि हेरिटेज एविएशन के पास एकमात्र हवाईजहाज है जिसमे तकनीकी खराबी के कारण बार-बार यात्रियों के साथ धोखा किया जा रहा है.
स्थानीय लोगों की मांग हैं कि नियमित हवाईसेवा की जिम्मेदारी एयरइंडिया को दी जाए साथ ही यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए 30 सीटर हवाईजहाज चलाया जाए.
बता दें कि 17 जनवरी को उड़ान योजना के दूसरे चरण में पिथौरागढ़ के लिए हवाई सेवा शुरू हुई थी. फ्लाइट से नैनीसैनी पहुंचे यात्रियों का लोगों ने जोरदार स्वागत किया था. वहीं वित्त मंत्री प्रकाश पंत लोगों के साथ पहली फ्लाइट से पिथौरागढ़ नैनी-सैनी पहुंचे थे. वहीं सामरिक महत्व और सीमांत क्षेत्र होने से लोगों को हवाई सेवा से काफी उम्मीदें हैं. जिससे पर्यटन के साथ ही सीमांत की दूरी कम हो सकें.