पिथौरागढ़: जिले के आपदा प्रभावित इलाकों के सर्वे के लिए ड्रोन कैमरों की मदद भी ली जा रही है. ड्रोन की मदद से धारचूला, बंगापानी और मुनस्यारी तहसीलों में हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. प्रशासन का कहना है कि जिन इलाकों में पहुंच कठिन है, वहां ड्रोन काफी मददगार साबित हो रहे हैं. इस साल की बरसात ने पिथौरागढ़ के बॉर्डर वाले इलाकों में खासा नुकसान पहुंचाया है.
पिथौरागढ़ जिले के धारचूला, मुनस्यारी और बंगापानी तहसील में आई आपदा से हुए नुकसान का ड्रोन सर्वे कर आकलन किया जा रहा है. ड्रोन सर्वे के आधार पर बनी रिपोर्ट डीएम को सौंपी जाएगी. इस साल आयी आपदा में मुनस्यारी, धारचूला और बंगापानी तहसीलों में कुल 21 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि सैकड़ों मकान जमींदोज हो गए थे.
ये भी पढ़ें: IMA देहरादून में रखा है पाकिस्तान का झंडा, क्या आप जानते हैं इसका राज?
जारा जिबली, मोरी, लुमती, तांगा, धामीगांव, मदरमा सहित कई अन्य गांवों में कृषि योग्य भूमि, रास्ते, सड़कें, पेयजल योजनाएं ध्वस्त हो गईं थी. इनमें से अधिकांश रास्ते और सड़कें अब भी ध्वस्त हैं. जिला प्रशासन सभी प्रभावित क्षेत्रों में ड्रोन सर्वे कराकर नुकसान का आकलन कर रहा है.