पिथौरागढ़: धारचूला में बादल फटने की घटना के बाद से पूरा जुम्मा गांव सहमा हुआ है. सोमवार तड़के 12 बजे से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने जुम्मा गांव के जामुनी तोक के दो भाइयों की जिंदगी तहस-नहस कर दी. इस आपदा में जोगा सिंह की तीनों बेटियों की मौत हो गई है जबकि बड़ा भाई चंदर सिंह और भाभी हजारी देवी लापता हैं.
दरअसल, दोनों भाई चंदर सिंह और जोगा सिंह के मकान आस-पास ही थे. सोमवार रात छोटे भाई जोगा सिंह की तीन बेटियां अपने चाचा चंदर सिंह के घर पर सोई थीं. तेज बारिश के कारण काली नदी में शोर बढ़ने लगा तो चंदर सिंह की नींद खुली और उन्होंने बारिश में ही बाहर जाकर अपने भाई जोगा सिंह को जगाया और सुरक्षित स्थान पर जाने को कहा. जोगा सिंह ने तुरंत अपनी पत्नी और दो बेटों को जगाया और सुरक्षित स्थान की ओर भाग निकले.
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भाई को सुरक्षित करने के बाद चंदर सिंह अपने घर की ओर लौटे और पत्नी और तीनों भतीजियों को जगाने अंदर गए लेकिन तबतक पहाड़ी से आया मलबा मकान में घुस चुका था. जबतक कोई कुछ करता घर में मौजूद पांचों सदस्य मलबे में दफ्न हो गए. तीन बेटियों, भाई और भाभी के मलबे में दफन होने से छोटे भाई का परिवार दहशत और सदमे में है. चंदर सिंह का एक बेटा पिथौरागढ़ में पढ़ता है, इसके चलते वो बच गया. प्रकृति के इस कहर के बाद पूरा गांव दशहत में है.
आपदा में बरामद हुए मृतकों की जानकारी:
- कुमारी संजना (उम्र लगभग 15 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
- कुमारी रेनु (उम्र लगभग 11 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
- कुमारी शिवानी (उम्र लगभग 09 वर्ष) पुत्री जोगा सिंह निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
- सुनीता (पत्नी दीपक सिंह) निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
- पार्वती देवी (पत्नी लाल सिंह) निवासी तोक जामुनी ग्राम जुम्मा तहसील धारचूला.
आपदा में लापता लोगों की जानकारी-
- चंदर सिंह पुत्र विशन सिंह.
- हजारी देवी पत्नी चंदन सिंह.
पूरा घटनाक्रम: धारचूला के जुम्मा गांव में सोमवार (30 अगस्त) तड़के हुई इस घटना में मलबे में दबे 7 लोगों में से 3 बच्चियों समेत 5 लोगों के शव मलबे से बरामद कर लिए गए हैं. डॉग स्क्वॉड की टीम के जरिये दो लापता लोगों की तलाश अभी जारी है. घटना में घायल अन्य 2 लोगों को धारचूला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.
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आसमानी आफत में यहां 7 जिंदगियां मौत के आगोश में समा गई हैं. वहीं, 7 मकान भी जमींदोज हो गए हैं. जुम्मा गांव के जामुनी और सिरौउड़यार तोक के सभी आपदा प्रभावितों को सरकारी भवनों और नजदीक के गांव में शिफ्ट कराया जा रहा है, साथ ही चिकित्सा टीम घटना क्षेत्र में पहुंच गई है. राहत एवं बचाव कार्य जारी है.