पिथौरागढ़: बीमारी से ग्रस्त सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी सोबन लाल वर्मा ने जिला प्रशासन से इच्छा मृत्यु की इजाजत (sought permission for death) मांगने के लिए जिलाधिकारी को पत्र सौंपा है. पीड़ित व्यक्ति पूर्व में डीएम कार्यालय मे माली के पद पर कार्य करता था. वर्तमान में पीड़ित व्यक्ति के शुगर लेवल बढ़ जाने से उसके दोनों पैरों को काटना पड़ा. ऐसे में लाचारी का जीवन जी रहे पीड़ित ने इच्छा मृत्यु की मांग के लिए प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को पत्र भेजा है. वहीं, मामला का संज्ञान लेते हुए डीएम डॉ. आशीष चौहान डॉक्टरों की टीम लेकर पीड़ित व्यक्ति के घर पहुंचे. जहां उन्होंने बीमार बुजुर्ग और उनके परिवारजनों से मुलाकात की और हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया.
बता दें कि पिथौरागढ़ निवासी सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी सोबन लाल वर्मा (65 वर्ष) डायबिटीज से ग्रसित हो गए, जो नियंत्रित नहीं हो रहा था. इससे उनका शुगर लेवल इतना अधिक हो गया कि दोनों पैरों में संक्रमण फैलने लगा. इसकी वजह से उनके दोनों पैर काटने पड़े. वहीं, रिटायरमेंट में मिली धनराशि इस उपचार में ही खत्म हो गई और जीवन भर की बचाई गई जमा पूंजी भी बीमारी की भेंट चढ़ गई.
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हालांकि, डॉक्टरों ने पीड़ित की इच्छा मृत्यु की इजाजत डीएम पिथौरागढ़ से दिए जाने की संस्तुति दे दी थी. मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने कहा उन्हें इस संबंध में पत्र प्राप्त हुआ था. जिसके बाद वह सोबन लाल वर्मा के घर पहुंचे और उनका हालचाल पूछा. साथ ही उनको हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.
डीएम पिथौरागढ़ ने एसीएमओ और एडमिनिस्ट्रेशन को निर्देश दिया गया कि सोबन लाल को यथा संभव उपचार दिया जाए और उनकी काउंसलिंग की जाए. डीएम ने पीड़ित से गुहार लगाई है कि अपनी इच्छा मृत्यु का आवेदन वापस ले लें. उनकी तरफ से हर संभव मदद दी जाएगी.