पिथौरागढ़: जिले के चीन सीमा से सटे इलाकों में बीते दो दिनों से भारी बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी के कारण लिपुलेख पूरी तरह सफेद चादर से ढक गया है. वहीं, बर्फबारी होने के कारण चाइना बॉर्डर पर तैनात सुरक्षा बलों के जवानों के साथ ही स्थानीय लोगों को भी इन दिनों ठंड का सामना करना पड़ रहा है.
अप्रैल के महीने में चीन सीमा से सटे लिपुलेख बॉर्डर पर इन दिनों भारी बर्फबारी हो रही है. बॉर्डर के आखिरी गांव गुंजी में 3 फीट से ज्यादा बर्फ गिर चुकी है, जबकि दारमा घाटी में चलखम के पास ग्लेशियर टूटकर आने से सड़क पूरी तरह बंद हो गई है. बताया जा रहा है कि सड़क को खोलने के लिए कम से कम 15 दिन का समय लग सकता है. वहीं दारमा घाटी के दर्जनों गांव भी बर्फ से पट चुके हैं.
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दरअसल, चीन के साथ जारी सीमा विवाद के बाद लिपुलेख, सामरिक नजरिए से काफी महत्वपूर्ण हो गया है. यहां 18 हजार फीट की ऊंचाई पर सेना के साथ ही आईटीबीपी के जवान तैनात हैं. भारी बर्फबारी के बीच ये जवान मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. इतनी अधिक ऊंचाई पर स्थित लिपुलेख में जवानों को भारी बर्फबारी, एवलांच और ऑक्सीजन की कमी का भी सामना करना पड़ता है. फिर भी विषम परिस्थितियों में भी सेना और आईटीबीपी के जवान चीन की हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं.