पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय से सटे पपदेव गांव में आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर तेंदुए का अंत हो गया है. शुक्रवार रात को शिकारी जॉय हुकिल ने आदमखोर को पपदेव गांव के भीतर ही मार गिराया. आदमखोर तेंदुए ने एक महिला को मौत के घाट उतारने के साथ ही कई लोगों को घायल किया था.
शिकारी जॉय हुकिल की टीम बीते एक माह से आदमखोर की तलाश में जुटी हुई थी. आदमखोर तेंदुए के मारे जाने से ग्रामीणों ने राहत का सांस ली है. जॉय हुकिल की माने तो आदमखोर की पहचान करना काफी कठिन था. क्योंकि पपदेव इलाके में काफी तेंदुए हैं. शिकारी जॉय हुकिल ने इसे अपना 34वां शिकार बनाया. तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम करने के बाद इसके शव को जला दिया जाएगा.
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आदमखोर तेंदुए उम्र 5 साल बताई जा रही है. जानकारों का कहना है कि गुलदार हफ्ते भर से भूखा भी था. तेंदुए के नाखून घिसे हुए थे. जिस कारण वो जंगली जानवरों का शिकार नहीं कर पा रहा था. पपदेव के वन क्षेत्र में अभी भी आधा दर्जन गुलदार मौजूद है मगर मारे गए गुलदार को ही वन विभाग द्वारा आदमखोर गुलदार बताया जा रहा है. आदमखोर गुलदार की मौत की खबर सुनते ही लोगों ने अब राहत की सांस ली है.
बता दें कि पिथौरागढ़ के पपदेव इलाके में बीते एक महीन से तेंदुए ने आतंक मचा रखा था. पालतू जानवरों से लेकर इंसानों तक को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था. पपदेव गांव में तेंदुए के हमले से एक महिला की मौत भी हो गई थी. जिसके बाद वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर दिया और उसे मारने के लिए शिकारी शूटर जॉय हुकिल को बुलाया गया था. शिकारी ने रविवार रात को तेंदुए का शिकार किया.