पिथौरागढ़: कोरोनाकाल में जहां लोग अपने घरों में कैद हैं वहीं इस दौर में उत्तराखंड पुलिस दोहरी भूमिका में है. पिथौरागढ़ में इसी भूमिका को निभाते हुए पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने मानवता की मिसाल पेश की. पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने लेकटोक गांव के एक बीमार बुजुर्ग को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया. जिसके बाद से ही पूरे इलाके में इनकी प्रशंसा हो रही है.
पिथौरागढ़ पुलिस मित्रता, सेवा और सुरक्षा के मूलमंत्र को साकार करने में जुटी है. दरअसल, पुलिस को सूचना मिली थी कि झूलाघाट के लेकटोक गांव में एक बुजुर्ग डायरिया और उल्टी दस्त से पीड़ित था. साथ ही बताया गया कि बुजुर्ग चलने फिरने में असमर्थ है. सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की एक टीम बुजुर्ग के घर पहुंची. जहां से उन्हें स्ट्रेचर के जरिये 2 किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया गया. जिसके बाद बुजुर्ग को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया. इलाज के बाद बुजुर्ग की हालत खतरे से बाहर है.
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पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी ने बताया कि उन्हें लेकटोक गांव के रहने वाले 71 वर्षीय बुजुर्ग गंगा दत्त भट्ट की बीमारी की सूचना मिली थी. जिस पर उन्होंने तुरन्त एक्शन लेते हुए एसडीआरएफ की टीम को पीपीई किट और सुरक्षा उपकरणों के साथ गांव की ओर रवाना किया. जिसके बाद टीम सड़क से लगभग 2 किमी की पैदल चढ़ाई कर लेकटोक गांव पहुंची. जहां से बुजुर्ग गंगादत्त भट्ट को स्ट्रेचर के जरिये 2 किमी पैदल मार्ग से रेस्क्यू कर मुख्य सड़क तक पहुंचाया गया.