बेरीनाग: ग्रामीण क्षेत्रों में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पिछले दिनों शासन राजस्व क्षेत्रों को रेगुलर पुलिस को सौंपने का निर्णय लिया था. जिससे गांव में कानून व्यवस्था का पालन हो सके. बेरीनाग थाने में गणाई, गंगोलीहाट, बेरीनाग तहसील के 175 राजस्व गांवों को रेगुलर पुलिस को सौंप दिया गया है.
रेगुलर पुलिस में शामिल होने वाले गांवों में चौनापातल, नैली, नायल, लाखतोली, पभ्या, नरूवाघोल, फडियाली,काकडा, भाटगडा, भुनेडा, कंधारी, भिनगडी, रैतोली, धपना, चापड, पुलई, गांवखेत,खरचौडा, फालरो, कुनवे, चाकबोरा, धुरमोली, दुनखोली, गोल्थी, सुकना, घांघल, कोटनौरा, बानडी, प्यातोली सहित 175 गांव हैं. बेरीनाग थाने में पहले ही 52 राजस्व गांव शामिल थे. इसके बाद अब पुलिस की जिम्मेदारी 227 गांवों की हो गयी है. पुलिस के पास पर्याप्त स्टाफ नहीं है. संसाधनों की भी कमी भी है. इतने गांवों में कानून व्यवस्था को कायम पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.
राजस्व उप निरीक्षक भूमि से जुड़े कार्य करेंगे: अभी तक 175 गांव की जिम्मेदारी सभांल रहे राजस्व उप निरीक्षकों के पास अब सिर्फ भूमि से जुड़े कार्य ही रहेंगे. अब इन गांवों में राजस्व उप निरीक्षक सिर्फ भूमि के जुड़े कार्य करेंगे. राजस्व उप निरीक्षकों ने पुलिस के सभी अभिलेख रेगुलर पुलिस को सौंप दी है.
कैसे कायम होगी 227 गांवों में कानून व्यवस्था: बेरीनाग थाने में वर्तमान में 175 अतिरिक्त राजस्व गांव पुलिस क्षेत्र में आ गये हैं. पहले से ही बेरीनाग थाने में स्टाफ की बहुत अधिक कमी है. कुछ सिपाही और होमगार्ड जवानों के भरोसे ही यहां काम चल रहा है. बेरीनाग थाना क्षेत्र की सीमा बागेश्वर और अल्मोड़ा जनपद से लगी हुई है.