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नंदादेवी अभियान: विदेशी पर्वतारोहियों के शवों का रेस्क्यू फेल, नाकाम लौटे जवान

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Published : Jun 5, 2019, 6:36 PM IST

नंदा देवी पर्वत में देखे गए विदेशी पर्वातारोहियों के शवों को रेस्क्यू करने का अभियान हुआ स्थगित. जिलाधिकारी ने कहा, नए प्लान के साथ शुरू होगा अभियान.

नन्दा देवी पर्वत.

पिथौरागढ़: नंदा देवी क्षेत्र में देखे गए 5 पर्वतारोहियों के शवों को बेस कैंप लाने के लिए आईटीबीपी के नेतृत्व में बुधवार को चलाया गया अभियान फेल हो गया. वायुसेना के जहाज से नंदा देवी क्षेत्र के लिए तीन बार उड़ान भरी गई, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण रेस्क्यू टीम वहां लैंड नहीं कर पाई, जहां पर्वतारोहियों के शव देखे गए थे. रेस्क्यू अभियान फिलहाल स्थगित कर दिया गया है.

विदेशी पर्वतारोहियों के शवों का रेस्क्यू फेल

जिला प्रशासन अब विशेषज्ञों से राय लेकर दोबारा अभियान की कार्ययोजना बनाने की बात कह रहा है. नंदा देवी ईस्ट में जिस जगह पर पर्वतारोहियों के शवों को देखा गया है वहां पर रेस्क्यू टीम को लैंड करना काफी जटिल है. डीआईजी ITBP ने बताया कि 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई के साथ ही वो क्षेत्र तीनों ओर से बर्फीले पहाड़ों से घिरा हुआ है. हवा का दवाब लैंडिंग के लिए अनुकूल नहीं है, जिसे देखते हुए रेस्क्यू मिशन को स्थगित कर दिया गया है.

पढ़ें- बेस कैंप से 4 विदेशी पर्वतारोहियों को लाया गया पिथौरागढ़, बर्फीले तूफान के कारण रोका रेस्क्यू अभियान

डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि विशेषज्ञों से बातचीत कर नई कार्ययोजना बनाई जा रही है. नंदा देवी ईस्ट के पास रेस्क्यू टीम को सुरक्षित जगह पर उतारा जाएगा. इसके बाद 3 से 4 दिन के अंदर पैदल मार्ग से एक-एक करके पर्वतरोहियों के शवों को लाया जायेगा. उन्होंने बताया कि नंदा देवी ईस्ट क्षेत्र एवलॉन्च प्रोन एरिया है. जटिल भौगोलिक परिस्थितियों के कारण शवों को बेस कैंप लाने में कठिनाई हो रही है. हिमस्खलन से टीम को बचाने के लिए सुरक्षा का भी ख्याल रखा जा रहा है.

Rescue operations of dead bodies of foreign climbers fail, due to the pressure of air in pithoragarh
विदेशी पर्वतारोहियों को रेस्क्यू करने के लिए तैयार होगी नई रणनीति.

बता दें कि नंदा देवी चोटी आरोहण के लिए 12 सदस्यीय दल 15 मई को मुनस्यारी मुख्यालय से रवाना हुआ था. दल के चार सदस्य नंदा देवी बेस कैंप में रुके थे, जबकि नंदादेवी ईस्ट में गए 8 पर्वतारोही लापता हैं. लापता पर्वतारोहियों में 4 यूके, 2 यूएसए, 1 ऑस्ट्रेलिया और एक भारतीय पर्वतारोही है. बताया जा रहा है कि नंदा देवी क्षेत्र में लगातार एवलॉन्च (बर्फीला तूफान) आने के कारण रेस्‍क्‍यू अभियान चलाने में अड़चनें आ रही हैं. जानकारी के मुताबिक 24 मई से इन पर्वतारोहियों की लोकेशन ट्रेक नहीं हो पा रही है.

पिथौरागढ़: नंदा देवी क्षेत्र में देखे गए 5 पर्वतारोहियों के शवों को बेस कैंप लाने के लिए आईटीबीपी के नेतृत्व में बुधवार को चलाया गया अभियान फेल हो गया. वायुसेना के जहाज से नंदा देवी क्षेत्र के लिए तीन बार उड़ान भरी गई, लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण रेस्क्यू टीम वहां लैंड नहीं कर पाई, जहां पर्वतारोहियों के शव देखे गए थे. रेस्क्यू अभियान फिलहाल स्थगित कर दिया गया है.

विदेशी पर्वतारोहियों के शवों का रेस्क्यू फेल

जिला प्रशासन अब विशेषज्ञों से राय लेकर दोबारा अभियान की कार्ययोजना बनाने की बात कह रहा है. नंदा देवी ईस्ट में जिस जगह पर पर्वतारोहियों के शवों को देखा गया है वहां पर रेस्क्यू टीम को लैंड करना काफी जटिल है. डीआईजी ITBP ने बताया कि 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई के साथ ही वो क्षेत्र तीनों ओर से बर्फीले पहाड़ों से घिरा हुआ है. हवा का दवाब लैंडिंग के लिए अनुकूल नहीं है, जिसे देखते हुए रेस्क्यू मिशन को स्थगित कर दिया गया है.

पढ़ें- बेस कैंप से 4 विदेशी पर्वतारोहियों को लाया गया पिथौरागढ़, बर्फीले तूफान के कारण रोका रेस्क्यू अभियान

डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि विशेषज्ञों से बातचीत कर नई कार्ययोजना बनाई जा रही है. नंदा देवी ईस्ट के पास रेस्क्यू टीम को सुरक्षित जगह पर उतारा जाएगा. इसके बाद 3 से 4 दिन के अंदर पैदल मार्ग से एक-एक करके पर्वतरोहियों के शवों को लाया जायेगा. उन्होंने बताया कि नंदा देवी ईस्ट क्षेत्र एवलॉन्च प्रोन एरिया है. जटिल भौगोलिक परिस्थितियों के कारण शवों को बेस कैंप लाने में कठिनाई हो रही है. हिमस्खलन से टीम को बचाने के लिए सुरक्षा का भी ख्याल रखा जा रहा है.

Rescue operations of dead bodies of foreign climbers fail, due to the pressure of air in pithoragarh
विदेशी पर्वतारोहियों को रेस्क्यू करने के लिए तैयार होगी नई रणनीति.

बता दें कि नंदा देवी चोटी आरोहण के लिए 12 सदस्यीय दल 15 मई को मुनस्यारी मुख्यालय से रवाना हुआ था. दल के चार सदस्य नंदा देवी बेस कैंप में रुके थे, जबकि नंदादेवी ईस्ट में गए 8 पर्वतारोही लापता हैं. लापता पर्वतारोहियों में 4 यूके, 2 यूएसए, 1 ऑस्ट्रेलिया और एक भारतीय पर्वतारोही है. बताया जा रहा है कि नंदा देवी क्षेत्र में लगातार एवलॉन्च (बर्फीला तूफान) आने के कारण रेस्‍क्‍यू अभियान चलाने में अड़चनें आ रही हैं. जानकारी के मुताबिक 24 मई से इन पर्वतारोहियों की लोकेशन ट्रेक नहीं हो पा रही है.

Intro:पिथौरागढ़: नंदा देवी क्षेत्र में देखे गए 5 पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिए आईटीबीपी के नेतृत्व में आज (बुधवार) चलाया गया अभियान असफल रहा। वायुसेना के जहाज से नंदा देवी क्षेत्र के लिए तीन बार उड़ान भारी, मगर तकनीकी दिक्कतों का कारण रेस्क्यू टीम लेंड नही कर पाई। जिला प्रशासन अब विशेषज्ञों से राय लेकर दोबारा मिशन की कार्ययोजना बनाने की बात कर रहा है। नंदा देवी ईस्ट में जिस जगह पर पर्वतारोहियों के शवों को देखा गया है वहां पर रेस्क्यू टीम को लैंड करना काफी जटिल है। 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई होने के साथ ही ये स्थान तीनो ओर से बर्फीले पहाड़ों से घिरा हुआ है साथ ही हवा का दवाब भी लैंडिंग के अनुकूल नही है। जिसे देखते हुए रेस्क्यू मिशन को स्थगित कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि विशेषज्ञों से बातचीत कर नई कार्ययोजना बनाई जा रही हैं। जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि नंदा देवी ईस्ट के पास सुरक्षित जगह पर रेस्क्यू टीम को उतारा जाएगा। इसके बाद 3-4 दिन के भीतर पैदल मार्ग के जरिये एक-एक करके पर्वतरोहियों के शवों को लाया जायेगा। नंदा देवी ईस्ट क्षेत्र एवलांस प्रोन एरिया है और काफी जटिल भौगोलिक परिस्थितियां है ऐसे में शवों को रेस्क्यू करने वाली टीम की सुरक्षा का भी ख्याल रखा जा रहा है। Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी Byte: ए पी एस निम्बाडिया, डीआईजी, आईटीबीपी


Body:पिथौरागढ़: नंदा देवी क्षेत्र में देखे गए 5 पर्वतारोहियों के शवों को निकालने के लिए आईटीबीपी के नेतृत्व में आज (बुधवार) चलाया गया अभियान असफल रहा। वायुसेना के जहाज से नंदा देवी क्षेत्र के लिए तीन बार उड़ान भारी, मगर तकनीकी दिक्कतों का कारण रेस्क्यू टीम लेंड नही कर पाई। जिला प्रशासन अब विशेषज्ञों से राय लेकर दोबारा मिशन की कार्ययोजना बनाने की बात कर रहा है। नंदा देवी ईस्ट में जिस जगह पर पर्वतारोहियों के शवों को देखा गया है वहां पर रेस्क्यू टीम को लैंड करना काफी जटिल है। 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई होने के साथ ही ये स्थान तीनो ओर से बर्फीले पहाड़ों से घिरा हुआ है साथ ही हवा का दवाब भी लैंडिंग के अनुकूल नही है। जिसे देखते हुए रेस्क्यू मिशन को स्थगित कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि विशेषज्ञों से बातचीत कर नई कार्ययोजना बनाई जा रही हैं। जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि नंदा देवी ईस्ट के पास सुरक्षित जगह पर रेस्क्यू टीम को उतारा जाएगा। इसके बाद 3-4 दिन के भीतर पैदल मार्ग के जरिये एक-एक करके पर्वतरोहियों के शवों को लाया जायेगा। नंदा देवी ईस्ट क्षेत्र एवलांस प्रोन एरिया है और काफी जटिल भौगोलिक परिस्थितियां है ऐसे में शवों को रेस्क्यू करने वाली टीम की सुरक्षा का भी ख्याल रखा जा रहा है। Byte: विजय कुमार जोगदंडे, जिलाधिकारी Byte: ए पी एस निम्बाडिया, डीआईजी, आईटीबीपी


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